Successful कैसे बने | How to Become Successful in Life

Hello दोस्तों, आजकल हर कोई Life में तेजी से Successful(सफल) बनना चाहता है, लेकिन हर किसी को यह नहीं पता होता है कि सही मायने में Successful कैसे बने? हाँ हर किसी के सक्सेस का definition अलग अलग होता तो है और उनमें से ज्यादातर लोगो को ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाना ही होता है चाहे कुछ भी फील्ड में हो। लेकिन Exact रास्ता पता ना होने की वजह से लोग सिर्फ Average ही रह जाते हैं और जीवन में कभी भी उनको उनके हिसाब से Success नहीं मिलते हैं। इसलिए मैंने आपको वो Sure & Short तरीका बताऊंगा जिसको जानने के बाद अगर आप अपनी तरफ से 100% लगाते हो तो आप एक दिन एक सक्सेसफुल Person बन ही जाओगे। तो चलिए शुरू करते हैं –

Successful कैसे बने?

ज़िंदगी में तीन रास्ते है और इन तीन रास्तों में से आप किस रास्ते पर चलोगे वो choice सिर्फ आपकी है।

पहला रास्ता – Fear

यह रास्ता ऐसा है जो Guaranteed Failure की तरफ जा रहा है वो है डर का रास्ता। यह डर किसी भी चीज का हो सकता है।

यानी की मान लीजिये अभी हमने कुछ काम किया है, कोई Job कर रहे हैं और हमें उसमें मन नहीं लग रहा है और हमें छोटा सा स्टार्टअप करना है, लेकिन “अगर हम इसमें फ़ैल हो गए तो” डर के कारण कभी स्टार्ट ही नहीं कर पाते हैं।

ऐसे हर चीज डर जो हमें आगे बढ़ने नहीं देता है और हम वही का वही रह जाते हैं और हम कभी Try ही नहीं करते हैं कुछ नया करने का, क्यूंकि हमें Risk लेने से डर लगता है। और वह Risk एक्चुअल में हमारे Decision होते हैं।

यानी पुरे जीवन हम डर-डरके ही जीते हैं और हम Unsuccessful ही रह जाते हैं।

दूसरा Extreme है – लालच का रास्ता।

हम जीवन में यह बहुत बड़ी गलती कर देते हैं कि हम शॉर्टकट के रास्ते पर चले जाते हैं और वैसा क्यों? क्यूंकि हम लालच के चक्कर में पड़ जाते है। और लालच ही है जो हमें अपने जीवन में सक्सेसफुल होते होते Fail कर देते हैं।

आप समझ ही गए होंगे। यानी हम कुछ कर रहे हैं, बिज़नेस को एक्साम्प्ल लेते हैं। जहाँ हमने किसी केटेगरी पर काम किया और लालच में आकरके अपना 100% देने की बजाय कुछ ही परसेंट देते हैं और एक्सपेक्ट ज्यादा करते हैं यानी कि हम लोगों को ठगने की कोशिश करते हैं।

और लालच में आ करके हम लूटने लगते हैं कि एकदम से हम करोड़पति बन जायेंगे और होता क्या है उसका उल्टा, हम रोडपति बन जाते हैं।

यह है Success का रास्ता

इन दोनों Extremes के बीच में एक Simple सा रास्ता है जो Guaranteed Success की तरफ जा रहा है और वो है – Learning का रास्ता।

Life को खेल की तरफ देखो, खेल-खेल में सीखते चले जाओ, ज्यादा Serious होने की जरुरत नहीं है।

सबसे पहले शुरू होता है सोचना। यानी अपने आपको better बनाने के बारे में सोचो, ये हम नहीं सोचते हैं। बस हम ये सोचते है की जो हमें चाहिए, वो फटाफट से हमको मिल जाये और उस चक्कर में आप और नीचे चले जाते हो।

देखिये अगर अपनी mind में आप छोटा सोचोगे, तो आप वैसेही बनोगे, बड़ा सोचोगे तो बड़ा बनोगे।

तो अगर सोचना ही है तो बड़ा ही सोचते है ना। छोटा-मोटा चीजों में टाइम बर्बाद क्यों करते हैं!

हम जो सोचते हैं वे छोटे ही होते हैं की कही से मुझे आज 1 लाख रूपए मिल जाये, बल्कि इसके बजाय हमें सोचना चाहिए कि हम Financial Freedom को achieve कर ले।

यानी की अगर हम कही जाये मॉल में और वहां जाकर भी हमें Price Tag देखकर चीजें खरीदना नहीं है बल्कि जो पसंद आये वो खरीदने जैसी सोच होनी चाहिए। इसका मलतब है हमने फाइनेंसियल फ्रीडम को अचीव कर लिया है। जो ज्यादातर लोगों के लिए सबसे बड़ा सक्सेस होता है।

यह एक एक्साम्प्ल है बस, यानी सिंपल सा मतलब यही है कि आपको सफलता तभी मिलेगी जब आप इस तरह की सोच को अपने अंदर डेवेलोप करेंगे।

तो Learning का सबसे पहला step क्या है?

अपनी लाइफ की Responsibility लेना, यानी अपनी responsibility उठा करके किसी और पे नहीं डालना है।

अपने आप से compete करते चले जाओ, वहा पे कोई risk नहीं है। क्यूंकि तब भी आपकी ही जीत होगी। यानी अपने आपमें compete करने में कोई बुराई नहीं है और इससे आप हर वक़्त एक Better person बनते चले जाते हो।

ऐसा क्यों है कि हम अपने जीवन में Right Action नहीं ले पाते हैं, क्यूंकि हम सीखने से दूर भागते हैं। आप खुद सोचिये कि अगर आप सही समय पर Right Action नहीं ले पाएंगे तो आप कैसे सोच सकते हैं कि आप एक सही डायरेक्शन में जा रहे हैं और आपको सक्सेस मिल ही जायेंगे?

एक बात याद रखना – इससे फर्क नहीं पड़ता कि आप क्या बोलते है या आप क्या सुनते है, लेकिन इससे फर्क जरूर पड़ता है की आप क्या मानते है, क्यूंकि जो आप मान लेंगे, आज नहीं तो कल वही आप बन जायेंगे।

इस moment में जो काम भी आप कर रहे हैं चाहे वो छोटे से छोटा हो या बड़े से बड़ा हो, उस काम में अपना 100% लगा देना है। और आप सक्सेस हो ही जायेंगे।

इसमें एक चीज Focused करना भी बहुत जरूर होता है, क्यूंकि अगर आपको सक्सेसफुल होना है तो किसी एक चीज को पकड़ना जरुरी होता है।

तो आप शायद नहीं जानते होंगे की हमारे माइंड को किस तरीकेसे prepare किया जाये की हम उसको उस नेगेटिविटी को भी पाजिटिविटी की तरफ अपना डायरेक्शन ले सके। और हम कैसे नेगेटिव और पॉजिटिव को छोड़ कर अपनी लाइफ में सक्सेस कर सकते हैं।

हमारे आसपास पाजिटिविटी बहुत कम है और ये बिलकुल फैक्ट है। आपने कभी कभी सोचा होगा की हर न्यूज़ पेपर, टीवी पे, हमारे आसपास के लोग जो बातें करते हैं वो सिर्फ नेगेटिविटी को जगह दे रहे हैं। तो होता तो हर दिन ऐसे ही हैं, लेकिन उसको अवॉयड करके आपको सभी चीजों में बैलेंस करना है।

जैसे आपकी माइंड में तो हर वक़्त नेगेटिव चीजें अंदर जा ही रहे हैं लेकिन कुछ मिनट अच्छा सोचने, कुछ अच्छा करने, और कुछ अच्छा देखने में भी अपना टाइम लगाए। और ये आपको हर दिन प्रैक्टिस करना पड़ेगा।

जैसे मैं क्या करता हूँ, आजकल न्यूज़ देखना ही बंद कर दिया, यूट्यूब पर ही कुछ फनी वीडियो देख लेता हूँ कुछ 10-20 मिनट और बाकि ज्यादातर समय मतलब कुछ 2-3 घंटा सिर्फ कुछ बातें देखता हूँ सुनता हूँ। हर एक मोटिवेशनल स्पीकर की वीडियो देखता हूँ। तो मैंने अपने आसपास की नेगेटिविटी को ऐसे खत्म कर दिया है। वैसे 100% तो नहीं ख़त्म किया नेगेटिविटी को लेकिन मैं कह सकता हूँ 80% नेगेटिविटी को मैंने खत्म कर दिया। तो आप भी ऐसा कर सकते हो।

जब हमारे अंदर नेगेटिव इनफार्मेशन ज्यादा होंगे तब हमारे एक्शन भी उसी नेगेटिविटी की तरह होता है। तो इसको जब आप पाजिटिविटी की तरफ आगे बढ़ोगे तब आपके हर एक एक्शन्स भी पॉजिटिव ही होंगे, और ये फैक्ट है। तो इसमें आपको अपने माइंड को बैलेंस करना ही होगा की हाँ मुझे न्यूज़ देखना तो है, पढ़ना तो है लेकिन दिन भर में कुछ अच्छा भी देखना है। जैसे मैं ज्यादातर समय संदीप महेश्वरी जी की वीडियो को देखने में बीताता हूँ। आप देख सकते हो यूट्यूब पर उनकी वीडियो। शायद आप में से ज्यादातर लोगों ने देखा ही होगा उनकी वीडियो।

असल में मैं यहाँ पर आपके लिए ये आर्टिकल लिख पा रहा हूँ, सिर्फ उनकी वजह से। क्यूंकि उन्होंने हमे सिखाया है की कैसे हम पाजिटिविटी की तरफ आगे बढ़ सकते हैं। तो देखिये मैं ये मानता हूँ की नेगेटिविटी को हम पूरी तरह से खत्म नहीं कर सकते। क्यूंकि आप तो पाजिटिविटी की तरफ आगे बढ़ रहे हो लेकिन अपने घरवालों का क्या करोगे, अपने पड़ोसियों का क्या करोगे ?? उनको तो शेर के पिंजरे में बंद नहीं कर सकते है ना !!!! हा! हा! हा!

क्यूंकि हमारे सबके घर में नेगेटिव बातें तो होती रहती है। तो इसमें सिर्फ बैलेंस ही काम आता है। लेकिन एक टाइम आएगा जब आपको बस रियलिटी को ही देखना है। तभी आप अकेले ही बहुत आगे बढ़ पाओगे इस दुनिया में। आपने शायद इसके ऊपर ध्यान दिया ही होगा! जब हमारे अंदर नेगेटिव एनर्जी आते हैं तो हमे बहुत बुरा लगता है, तब हम पॉजिटिव एनर्जी को अपने अंदर घुसा देते हैं और तब हमे बहुत अच्छा फील होने लगता है, लेकिन वो समय के लिए ही रहता है।

इसमें एक बात तो अच्छा है की आपके अंदर सिर्फ नेगेटिव एनर्जी की जाने की बजाये पॉजिटिव एनर्जी भी जाये। ये हज़ार गुना बेटर है की सिर्फ नेगेटिव ही जाये अपने अंदर। क्यूंकि नेगेटिव एनर्जी तो हमे बिलकुल ही नीचे गिरा देगा। वो तो हमे तनाव ही तनाव देगा। की सभी तरफ बुराई है, सभी तरफ गलत चीजें हैं, तो ऐसे में इंसान उस जाल में फंसता ही चला जाता है।

Positivity

तो जब हम पॉजिटिव थॉट्स को अंदर आने देते है तो इसमें हमारे अंदर उम्मीद जागती है की हमे इन नेगेटिविटी की जाल से बाहर निकलना है। तो उस पॉजिटिव एनर्जी को आप यूज़ करो जिंदगी में आगे बढ़ने के लिए, जैसे मैं कर रहा हूँ। लेकिन इसमें भी एक सीक्रेट है की ये भी एक पर्मानेंट सलूशन नहीं है। क्यूंकि नेगेटिविटी कभी खत्म होने वाला तो है नहीं! तो आप चाहे कितने भी ऊपर उठ जाओ, वहां पे प्रॉब्लम्स तो रहेंगी ही।

तो उसके लिए आपको क्या करना है – हम जो नेगेटिव और पॉजिटिव को बातें करते हैं  उन दोनों से हमे ऊपर उठ कर मतलब उससे बाहर निकल करके हमे अपनी आसपास की, इस दुनिया की रियलिटी को देखना है। तब उस सीटुएशनन में ना आपको नेगेटिव से ना आपको पॉजिटिव से फर्क पड़ेगा।

“अगर आप चाहते हैं की जीवन में आपको असफलता, नेगेटिविटी, कठिनाई या मज़बूरी न मिले, तो ये असंभव है।”

दोस्तों नेगेटिव और पॉजिटिव जो टर्म है ये दोनों ही सिर्फ इनफार्मेशन है। इसमें हम ही दोनों को डिफाइन करते हैं की ये पॉजिटिव है और ये नेगेटिव है। तो जब हम इन दोनों से ऊपर उठ जाते है तब हम उस इनफार्मेशन को कैसे यूज़ करना है वो हमारे हाथ में आ जायेगा। जैसे मान लीजिये आप एक कॉम्पिटिटिव एग्जाम की तयारी कर रहे हो। तो इसमें नेगेटिविटी आप इसको कह रहे हो की कोई आपके पास आया और आ करके उसने बोला की “तेरे बस का नहीं है ये, तू नहीं कर पायेगा, क्यूँ टाइम वेस्ट कर रहा है?”

तो आप इसको कहोगे की ये नेगेटिव है। और इसके opposite कोई आ करके आपको कहता है की “तू ये बिलकुल कर सकता है।” तो आप कहोगे ये पॉजिटिव है। तो मैं आपको बता दूँ की ये दोनों ही सिर्फ इनफार्मेशन है। दोनों की अलग अलग थॉट्स है। तो इसमें हमारी इंटेलिजेंस को यूज़ करना होगा। उस इनफार्मेशन को इंटेल्लिजेंटली यूज़ करना होगा।

secret

मतलब रियलिटी को As it is देखना होगा। इसमें हो सकता है वो जो नेगेटिव बातें बोल रहे है की तू नहीं कर सकता या सकती, वो हमारे काम आ जाये। बजाये की हम 10 साल तक मेहनत कर रहे है और रिजल्ट जीरो। और इसमें आप लगे हुए हो की नहीं नहीं मैं अगले साल जरूर इस एग्जाम को क्रैक करूँगा या करुँगी। और 10 या 20 साल बाद आपको पता लगेगा की हमारी लाइफ भी निकल गयी और कुछ हुआ भी नहीं। तो इसमें जब आपको कोई नेगेटिव भी बोल रहा है, तो हो सकता है वो नेगेटिव बोल रहा है उसके पीछे सच्चाई है। की उसने हो सकता है आपको नेगेटिव बात इसलिए बोला क्यूंकि उन्होंने पहले आप ही की तरह उसी चीज को कर चूका था। और वो फ़ैल हो गया।

तो इसमें आपको अगर सक्सेस पाना है तो आपको नेगेटिव और पॉजिटिव को छोड़ के आपको पता लगाना होगा की वो फ़ैल क्यूँ हुआ! उसके साथ आपको टाइम स्पेंड करना होगा। जिसको आप नेगेटिव समझ रहे हो तो हो सकता है वही आपके लिए पॉजिटिव बन जाये। और इसमें उसको बोलो की मुझे आपसे कुछ सीखना है, मुझे समझना है। की मैं ये करूँ या ना करूँ! वो तो बोलेगा की मत करो। तो इस “मत करो” को आपको पकड़ना नहीं है।

आप उससे पूछो की क्यूँ? तब उनको आपको उनकी सारी बातें तो बतानी ही पड़ेगी, है ना! और उनसे भी पूछो जो आपको कह रहा है की तू ये कर सकता है। तो उनसे भी पूछो की क्यूँ करूँ? इसमें ऐसा क्या होता है? कैसे सब कुछ होता है? उनसे पूछो। तो जब आप उनकी इनफार्मेशन को ले लोगे तो आप दोनों तरफ से उस चीज को देख सकते हो। मतलब रियलिटी को जानना है और उसके अकॉर्डिंग ही आपको अपना decision लेना है। ना की पॉजिटिव या नेगेटिव को देख कर आप decision लो।

तो इसमें अगर मैं बात करूँ की दुनिया में चारों तरफ तो नेगेटिविटी ही, पाजिटिविटी बहुत कम है। ये जरुरी नहीं है। क्यूंकि ना आप पॉजिटिव रहने से सक्सेसफुल होंगे और ना ही नेगेटिव रहने से। जरुरी तो यह है की हमें रियलिटी को देखना है और उसके अकॉर्डिंग चलके सक्सेस तक पहुंचना है। तो जैसे मैंने एक्साम्प्ल लिया एंट्रेंस एग्जाम की, तो आप उसकी तैयारी कर रहे हो और आप बहुत पॉजिटिव हो जाओ, लेकिन वो एग्जाम आपने कभी क्रैक नहीं कर पाए हो।

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तो इससे तो लाख गुना बेहतर है की चाहे आप पॉजिटिव रहो या नेगेटिव रहो कोई फर्क नहीं पड़ता, बस वो एंट्रेंस एग्जाम फटाफट से क्रैक हो जाये। ताकि आपको जल्द से जल्द सक्सेस मिले। तो अब आपको समझना होगा की हम पॉजिटिव या नेगेटिव सिचुएशन में रह कर भी सक्सेस को कैसे अचीव कर पाएंगे? ये बिलकुल फैक्ट है की पाजिटिविटी से और नेगेटिविटी से हमे सक्सेस कभी नहीं मिलता।

सक्सेस पाने में पाजिटिविटी और नेगेटिविटी का दूर दूर तक कनेक्शन नहीं है। तो हमे ना तो नेगेटिव बनना है और ना ही बहुत ज्यादा पॉजिटिव। सक्सेस ना पाजिटिविटी से, ना ही नेगेटिविटी से और ना ही हार्डवर्क से मिलता है। जितना आप हार्डवर्क करने वाले हैं उस एग्जाम को क्रैक करने के लिए, आपसे ज्यादा हार्डवर्क करने वाले बहुत बैठा हुआ है। तो इसमें आपको सक्सेस तभी मिलेगा जब आपने उन लोगों से सीखा की सक्सेस कैसे हुआ जाये। मतलब आप उन सारे सक्सेसफुल लोगों से जाकरके सवाल पूछ सकते हो वो सक्सेसफुल कैसे हुए हैं?

जिस भी फील्ड में आप जा रहे हो वहां आपको बहुत सारे सक्सेसफुल लोग मिल जायेंगे। अगर आप ये समझ जाओ की आप जिस भी फील्ड में जा रहे हैं उसमें उन सक्सेसफुल लोगों से ये पता लगा पाओ की उस फील्ड में सक्सेसफुल होने के लिए बेस्ट स्ट्रेटेजी क्या है और उस स्ट्रेटेजी को आप समझ लो भले ही आपको कुछ महीना या कुछ साल लग जाये, लेकिन अगर उस स्ट्रेटेजी के हिसाब से एक्ट कर लो तो आपको सक्सेस मिलने में पूरा रास्ता आसान हो जायेगा। और अगर हमको ये ना समझ आये की सक्सेसफुल होने का बेस्ट स्ट्रेटेजी क्या है और हम कितना भी हार्डवर्क करते चले जाये सबकुछ मुश्किल ही लगेगा, हर स्टेप पर प्रॉब्लम ही लगेगा।

इसमें आप कितना भी पॉजिटिव हो जाओ इसका मतलब ये नहीं की आप सक्सेस की तरफ एकदम राइट डायरेक्शन में हो। आप लोगों को कह रहे मुझे नेगेटिव मत बोलो, मैं बहुत पॉजिटिव हूँ, मैं सक्सेस को अचीव कर ही लूंगा। लेकिन आपको आपकी फील्ड का बेस्ट सक्सेस स्ट्रेटेजी ही नहीं मालूम है तो आप सक्सेस को कभी अचीव नहीं कर पाओगे। तो आपको पूरी रियलिटी को समझना होगा, और सही डायरेक्शन का पता लगाना होगा। ये एक मैप की तरह है, की उसमें आपको ये पता लग जायेगा की आप अभी इंडिया में है और अगर आपको अमेरिका जाना है तो रास्ता कहा पर है।

बहुत सारे लोगों को पता ही नहीं है की वो क्या कर रहे हैं और क्यूँ कर रहे हैं और कैसे करना है और कहाँ पहुंचना है, जो कर रहे है वो सही भी है गलत। अगर आप ये मानते हो की जो आप कर रहे उसके बारे में 100% पता है, क्यूँ कर रहे हैं उसके बारे भी 100% पता है, कैसे करेंगे या कर रहे है उसके बारे में भी 100% पता है, और कहा तक जाना है वो भी 100% पता है, और जो कर रहे हैं वो एकदम सही है, तो वहां पर ना नेगेटिविटी आपको दबा सकता है और ना ही पाजिटिविटी आपको ऊपर उठा सकते हैं।

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लेकिन हम रियलिटी पे कभी काम ही नहीं करते हैं, की रियलिटी उस फील्ड पर कौनसी स्ट्रेटेजी चल रहा है। आपको पता लगाना पड़ेगा की लाइफ में आगे कैसे बढ़ते है उस फील्ड में? कैसे सक्सेसफुल होते हैं? अगर आपने ये पता लगा लिया, जैसे जो सक्सेसफुल लोग है उसने उसका पता लगा लिया हैं और इसलिए वो सक्सेसफुल है। और आपको उनसे पता लगा लेना है और वो कैसे पता लगाएंगे वो आपके ऊपर है। और जब आपने पता लगा लिया की रियलिटी में उसकी स्ट्रेटेजी क्या है तो आप किसी भी फील्ड में सक्सेस को अचीव कर पाएंगे। तो आपको खुद को उन लोगों से पता लगाना होगा और उसको इम्प्लीमेंट करना है की आपकी फील्ड में जो भी सक्सेसफुल लोग है वो कैसे सक्सेसफुल हुए हैं। उन्होंने सक्सेसफुल होने कौन सी स्ट्रेटेजी को अपनाई थी।

Success की Definition

हमें Success की definition ठीक करना है, क्यूंकि किसी के लिए पैसा सक्सेस है कि बस मुझे 50,000 रूपए महीने का मिल जाये बस। लेकिन किसी के लिए एक महीने में 1 Crore भी कम लगे और किसी को महीने का 100 करोड़ भी कम लगे। और किसी के लिए Success की definition है कि पैसा भी चाहिए, Health भी चाहिए और दुनिया का सभी सुख चाहिए और किसी के लिए हो सकता है Spirituality में जाना है तो यह भी सबसे बड़ा सक्सेस की definition है। तो अब बात करते हैं कि हमें Successful बनने से कौन रोकता है – हमारी सक्सेस बनने की Journey में जो Problem आते हैं और उसको पकड़के हम बैठ जाते हैं और हमें आगे बढ़ने की हिम्मत नहीं होती है।

तो इसका Solution क्या है जिसको Overcome करके हम सक्सेसफुल बन सकते हैं? तो देखिये हममें से ज्यादातर लोग प्रॉब्लम को प्रॉब्लम की तरह ही देखते हैं, लेकिन हमें ऐसा नहीं करना है यानी Problem को problem की तरह देखना बंद कर दो, हर प्रॉब्लम को Adventure की तरह देखो।

आपको मैं दो सवाल पूछता हूँ इसका जवाब जरूर देना –

  1. क्या हर Adventure starting में एक problem नहीं होता?
  2. क्या हर Adventure की शुरुवात problem से नहीं होती?

Adventure असल में है क्या?

”Adventure in itself means problem”, example के तर पे Ice skating क्या है – एक adventure sport है अगर आप जाओगे मतलब जहां पर ice skating playground है वहा पर आइस स्केटिंग सीखने जाओगे तो क्या होगा? पहले बार बार गिरोगे आप यानी problem ही problem है। ऐसा नहीं है कि आप कोशिश नहीं करोगे, कोशिश करोगे सीखने की, लेकिन सीख नहीं पाओगे, चोट लगेगी। तो ये क्या है अगर problem नहीं तो? लेकिन यही problem क्या adventure नहीं है? बार बार गिर करके उठने में और वापस से try करने में, क्या ये adventure नहीं है? इसमें जितना मज़ा है और किस चीज़ में है इस दुनिआ में। यानी कि आपने एक काम किया और उसमें fail हो गये, अब उसका solution निकालो, क्या ये adventure नहीं है? अगर आपने इसको adventure genuinely समझ लिया, genuinely मतलब genuinely तो क्या होगा? सारी problem आपके लिए छोटी हो जाएगी और अगर problem को adventure नहीं समझा और problem से डरते रहे तो क्या होगा? problem तो फिर भी आयेंगी, ये मत समझो की problem नहीं आयेंगी, अरे बहुत problem आयेंगी, बार बार आयेगी।

अब क्या?

Problem आने से डरो मत, उसका सामना करो

तो होगा क्या कि problem आयी और आप डर गए – अरे ये क्या हो गया? तो उस टाइम क्या हुआ – आपकी सोचने-समझने की जो शक्ति है, क्या हुआ ऐसी moment में? कम हो गयी न, खत्म हो गयी, मर गये, और इसका main कारण है हमने प्रॉब्लम को प्रॉब्लम की तरह ही ट्रीट किया, जिस वजह से हमें सक्सेस मिलने में देरी हो रही है। लेकिन जैसे ही उस प्रॉब्लम को Adventure की तरह देखना शुरू किया, तो उस सिचुएशन में क्या हुआ ….. मज़ा आ गया, एकदम से एनर्जी लेवल बूस्ट हो जायेगा, एकदम से आपका माइंड फोकस्ड हो जायेगा अपने काम की तरफ। समझ गए ना!

यानी गए थे तो बड़े excited हो करके कि Ice skating करूँगा/करुँगी, और दो बार गिरे और side में आकरके बैठ गए, क्या होगा? इसमें सारा excitement खत्म, सारा मोटिवेशन खत्म और प्रॉब्लम के बारे में सोच-सोचके बैठे रहेंगे। अब अगर ring में गिरे और excited हो गए, आपने कहा अरे मजा आरहा है, मजा आरहा है कुछ करने को है, कुछ grow करने का मौका है तो इससे होगा यह कि आपने प्रॉब्लम को प्रॉब्लम की तरह नहीं देखा, उसको एडवेंचर की तरह देखा और सक्सेस की पहली सीढ़ी चढ़ गए।

बिना Problem के Growth क्या है?

अंदर से growth का मतलब क्या है? कोई problem है उसको overcome करना – that is growing, that is life and if you are not doing that, that is a death, मौत की जैसी है ज़िंदगी। जैसा कि मैंने एक्साम्प्ल लिया कि Ice skating ring में यह सोच करके जाना कि मैं ice skating करूँगा/करुँगी, लेकिन एक बार गिरने के बाद में, दो बार गिरने के बाद में side में बैठ जाना ये life है या कोशिश करते रहना बार बार और वो भी excitement के साथ, खुशी के साथ इसलिए नहीं की किसी ने काम दिया मुझे ice skating करने की, तो किसमें आपको Success मिलने की चान्सेस ज्यादा होगी?

गिरने के बाद भी आपने जो ठान लिया उसको करने में आपको अगर मजा आता है और यही सक्सेस है, यानी इससे होगा यह कि आप एक दिन साफल बन जाओगे, क्यूंकि आपने बार बार गिरने के बाद भी हिम्मत नहीं हारी। और दुनिया के हर एक सक्सेसफुल लोग जो आज मानते हो वह यही तो करता है, फ़ैल हुआ और फिर से उठा, फिर से फ़ैल हुआ और फिर से उठा।

क्या Job में ही प्रॉब्लम है, बिज़नेस में नहीं?

Business करोगे हजार चीजे ऐसी होगी जो आपको बिल्कुल भी पसंद नहीं है फिर भी आपको करनी पड़ेगी, मान लो आपका accounts में interest नहीं है, लेकिन आप अगर एक Entrepreneur हो, तो आपको थोड़ा बहुत तो सीखना ही पड़ेगा, तो ये क्या है?  Problem ही है ना। एक नजरिया ये है की उसको problem की तरह देखो और अटक जाओ, ये मेरे से नहीं होता, मेरे बस का तो नहीं है। और दूसरा क्या है उसको adventure बना दो, कोई problem आयी आपने कहा सीखूँगा ना और मेरा interest नहीं है इस काम मै तब भी सीखूँगा। अरे इससे बड़ा adventure और क्या हो सकता है, आप खुद सोचो……

मतलब आपको लगता है कि मैं यह काम नहीं कर पाउँगा फिर भी में कोशिश कर रहा हूँ और फिर भी मैं उस काम को कर जाऊँ, तो इससे आप क्या बनोगे, क्या हो जाओगे अंदर से, सोचो…… फिर कुछ भी खेल खेलने में आपको डर लगेगा क्या? तब आपको अंदर से पता होगा कि मैं अगर यह कर सकता/सकती हूँ, तो मैं इस काम को भी कर सकता हूँ और मैं यह भी कर सकता हूँ, मैं वह भी कर सकता हूँ, मैं सब कुछ कर सकता हूँ, कुछ भी हो जाए कोई मुझे नहीं रुक सकता क्यूंकि मुझे पता है की सीखते कैसे हैं।

अब जिसको अपनी problem को adventure बनाना आगया मतलब उसको सीखना आगया, वो कुछ भी सीख सकता है, जो आदमी कुछ भी सीख सकता है वो कुछ भी कर सकता है, जो कुछ भी कर सकता है वो कुछ भी पा सकता है, क्या ऐसा है जो वो नहीं पा सकता…… इसका मतलब आप समझते हो? मतलब आप इस आसान तरीकेसे जीवन में किसी भी फील्ड में Successful बन जाओगे, एक न एक दिन।

अगर हमें किसी भी फील्ड में Success पाना है तो उसमें आने वाली प्रॉब्लम से दूर भागना नहीं है, प्रॉब्लम को पकड़ करके बैठना नहीं है। प्रॉब्लम आया और आपने उसको एडवेंचर बना लिया यानी आप एक बार ऊपर उठे और प्रॉब्लम आया और उसके बाद आप फिर से उठे, प्रॉब्लम को समझा और फिर Try किया और फिर गिरे और फिर प्रॉब्लम को समझा और फिर से उठा। ऐसे कर-करके आप धीरे धीरे सक्सेस की सीढियाँ चढ़ रहे होंगे और सही समय पर अगर आपने सही से सीख करके फिर से उठा और प्रॉब्लम का सामना किया तो सही समय पर आप Success जरूर होंगे। और आज तक जितने भी सक्सेसफुल लोग हुए हैं इस दुनिया में वह सभी ऐसे ही सक्सेसफुल बने हैं तो आप भी इसी तरीकेसे एक न एक दिन सक्सेसफुल जरूर बनोगे, आपको बस अपने काम के ऊपर फोकस्ड करना चाहिए, बाकि किसी भी चीज में नहीं।

वैसे जल्दी सफलता किसी को नहीं मिलती है – सफलता के लिए धैर्य रखना पड़ता है और संघर्ष करना पड़ता है, संघर्ष में कई बार हार होती है, पर जीतने को आतुर व्यक्ति कभी मन से हार नहीं मानता, और हर हाल में प्रयास करता ही रहता है। जल्दी मिलनेवाला सफलता अस्थायी होता है। संघर्ष से मिलती हुई सफलता स्थाई होती है, इसलिए इसे आपसे कोई नहीं छीन सकता, यही सफलता आपको सच्ची खुशी देती है, क्योंकि आपको पता होता है कि इस सफलता को पाने के लिए आपने पसीना बढ़ाया। अगर आपको success आसानी से मिल भी जाए तो आप कदर नहीं कर पाएंगे।

व्यक्ति उसी चीज की कदर करता है, जो उसे खुद की मेहनत से मिली होती है, अगर आप लगातार अपनी हुनर को सवारते रहते हैं तो आपको सफलता के लिए शॉर्टकट नहीं तलाशना पड़ेगा। अगर किसी व्यक्ति को अपनी क्षमताओं के बारे में पता करना है तो उसे मुश्किल रास्तों पर चलना ही पड़ेगा, तभी उससे पता लग पाएगा कि वह किस तरह का व्यक्ति है। अगर आप संघर्ष नहीं करोगे तो आपको कुछ भी बड़ा हासिल नहीं हो पाएगा, फिर आपको जो भी मिल जाएगा उसी में संतुष्ट रहना पड़ेगा।

Smart-Work को भी Hard-Work की तरह करो – अक्सर आसान रास्तें हमें लुभाते हैं, और क्षमताओं को सीमित कर देते हैं, इसके वजाये कठिन रास्तें हमें तरसते हैं और आगे की जिंदगी के लिए हमें तैयार करते हैं।

इस दुनिआ में हर किसी को सरल रास्ते चाहिए। आपको पता नहीं है इस दुनिया में मुद्दा क्या है – हर किसी व्यक्ति को अपनी मुसीबत के हल के लिए किसी जादू का इंतजार रहता है, और सच यह है कि हर कोई इंसान जादू को विश्वास करने से मना कर देता है।

Strength and Growth Come Only Through Continuous Effort and Struggle. – Napoleon Hill.

सबसे बड़ा रोग क्या कहेंगे लोग

अपने अंदर की आवाज सुनो, अंदर की आवाज, क्यूंकि आप जो मान लेते है आज नहीं तो कल वही आप बन जाते है। ना भागना है, ना रुकना है, बस चलते रहना है। पैसे की importance सिर्फ इतनी है, जितनी एक गाड़ी में petrol की होती है, ना उससे ज्यादा ना उससे कम। तुम यही सोच रहे हो ना की वो क्या सोचेंगे, तेरे घरवाले क्या सोचेंगे ! दुनिया क्या सोचेंगे ! वाइफ क्या सोचेंगे ! बढ़िया है सोचते रह, मेरा क्या जायेगा। जब भी आपको लग बोलने लग जाये की आप पागल हो गए हो तो आप समझ जाओ की आप सही track पर हो।

Success comes from Experience and Experience comes from Bad Experience. जिंदगी में कभी भी कुछ करना है न, तो सच बोल दो। सब कुछ होना possible है, अगर आप मान लेते है तो। हम सबने अपने अपने illusions के अलग अलग चश्मे लगाए हुए है, इसलिए एक situation हर इंसान को अलग अलग तरीकेसे दिखेंगे। एक आदमी चाहे, सिर्फ एक आदमी तो पूरी की पूरी दुनिया के reality बदल सकते है अपने illusion से। जिस दिन आपने खुल करके अपनी जिंदगी को जी लिया वही occasions है, बाकि सब सिर्फ dates है calendar के अंदर। जो Winner है, जो जीतेगा, वो एक बार नहीं हज़ार बार गिरेगा और खड़ा हो करके बोलेगा की मैं खेलेगा, मैं खेलेगा।

अगर ये दिन मेरी जिंदगी का आखिरी दिन हो, उसमें कुछ ऐसा कर जाऊँ, कुछ भी, की ये जानने के बावजूद भी की मैं कल सुबह नहीं उठने वाला फिर भी आज रात को चैन से सो सकू। अगर पूरी दुनिया मुझे ये कहती है की मेरी तो किस्मत ही ख़राब है, मेरी हाथ की लकीरों में ही कमी है, तो क्यों मैं अपनी हाथ की लकीरों को नहीं बदल सकता! वो दिन दूर नहीं है, जब आपके पास सब कुछ होगा, लेकिन फिर भी अपना कुछ भी खोने का डर नहीं होगा। चाहे आपके रास्ते में एक मुश्किल आये या हज़ार आये, कोई फर्क नहीं पड़ता, चाहे एक आदमी आकरके आपको रोकने की कोशिश करे या एक लाख आकरके आपके सामने खड़े हो जाये, अरे आपको रोकना तो दूर, किसी में इतना दम भी नहीं होगा की वो आपको हिला भी सके।

You Will Unstoppable.

एक ऐसा रास्ता है जिस पर चल करके guaranteed success है अगर आपके अंदर लड़ने की स्पिरिट है, तो आप जीत लोगे। अरे जो सोये हुए हो, डरे हुए हो, उठो, खड़े हो, आगे बढ़ो, सारा खेल पलट जायेगा एक दिन के अंदर अंदर। मान लो हज़ार वजह है जिस वजह से आप कुछ नहीं कर पा रहे है, लेकिन सिर्फ एक वजह तो ढूंढ लो जिस वजह से आप कर सकते हो। जब desire choose करना ही तो बड़े से बड़ा choose करो ना, बड़े से बड़ा, इस दुनिया का सबसे बड़ा।

अरे मिलेगा भाई, इतना मिलेगा जितना आप सपने में भी नहीं सोच सकते, खिलाडी तो बनो, अपने field के पक्के खिलाडी तो बनो। हम उन चीजों की तरफ देखते है जो हमारे पास में नहीं है, और हम चाहते है और हम चाहते है तो हमारी किस्मत बुरी होती है और जब हम उन चीजों की तरफ देखते है जो हमारे पास में है उस moment में हमारी किस्मत अच्छी होती है। जो कर्म आपको अंदर से strong करता है वो अच्छा कर्म है, जो अंदर से आपको weak करता है, कमजोर करता है, वो सब बुरे कर्म है। अभी अगर आप अपने खुद के commitment पुरे नहीं कर पा रहे है, तो किसी और दी हुई commitment का आप कैसे पुरे करोगे !

लाइफ में आगे बढ़ने के लिए सबसे जरुरी चीज क्या है की – आपको खुद की नजरों में उठना है, जो इंसान खुद की नजरों में उठ गया, वो दुनिया की नजरों में तो अपने आप ही उठ पायेगा। जो मैं करना चाहता हूँ, चाहे उसको करने में कितना भी दर्द क्यों न हो, उस दर्द को सहने के लिए मैं तैयार हूँ – ऐसा thinking होना चाहिए आपको भी। अगर इस दुनिया में कोई भी काम है जो आप दिल से करना चाहते हो, उस काम को इस दुनिया में एक भी ऐसा इंसान जो कर रहा है, तो आप भी खेल-खेल में उस काम को कर सकते हो। जिसका desire जितना बड़ा है, उसकी success उतनी ही बड़ी है।

आप चाहो भी तो इस जिंदगी की खेल में out नहीं हो सकते, तब तक, जब तक आप मैदान को छोड़ कर भाग नहीं जाते। अंदर से सिर्फ एक चीज बोलते रहना है – मुझे कुछ करना है, मुझे खुश करना है, मुझे कुछ करना है, मुझे कुछ करना है, मुझे कुछ करना है, मुझे कुछ करना है, मुझे कुछ करना है, मुझे कुछ करना है, मुझे कुछ करना है, मुझे कुछ करना है, मुझे कुछ करना है, मुझे कुछ करना है, मुझे कुछ करना है……….., मरते दम तक करना है, करते रहना है। अंदर से जिस दिन आगये न की मुझे कुछ करना है और वो करना भी आसान है, अरे तो कौन रोकेगा आपको भाई…….. सोचो, आगे बढ़ो….

Top 10 Rules for Success in Hindi

Rule No 1 – Don’t Waste Time – most important advice मैं आपको ये दे सकता हूँ की कभी भी खाली मत रहो, कुछ भी करो। कुछ भी मतलब कुछ भी…..

Rule No 2 – Practice Makes Us Perfect – जब आप किसी चीज को बार बार practice करेंगे, या तो आप उसमें सफल हो जायेंगे या आप असफल हो जायेंगे। इसलिए चाहे आप सफल हों या आप असफल हों grow out of it, और आपको practice को करते रहना है हमेशा। इससे आप एक दिन किसी चीज पर एकदम perfect हो जायेंगे।

Rule No 3 – Keep Moving Forward – गलतिया करो but learn from it, सही काम करो लेकिन उसपे चिपके मत रहो, की मैंने पता नहीं क्या उखाड़ दिया, मैंने ये सही काम कर लिए, मेरी family में और जो लोग है वो नहीं कर पाए, whatever, जैसे आपने top कर दिया कही पर, तो अपनी ईगो को मत बढ़ाओ, grow out of it.

Rule No 4 – Adapt to Change Quickly – सिर्फ वो stable है इस पूरी दुनिया में, जो इस बदलती हुई दुनिया को यानी की change को accept कर रहा है और उसके according change होता चला जा रहा है। उस change होने को creativity कहते है। situations जब बदलती है, उसके हिसाब से अपने आपको बदल लेना और बड़ी तेजी से बदल लेना ही creative thinking है।

Rule No 5 – Be Happy in All Situation – इससे कोई फर्क नहीं पड़ता की आप क्या काम कर रहे हो, क्या नहीं कर रहे हो, आपका basic nature अगर खुश रहने का है तो आप कही भी खुश रह लोगे और basic nature दुःख रहने का है तो आपको कुछ भी दे दिया जाये, एक महल में भी ले जाकरके बिठा दिया तो वहा भी रोते रहोगे, ये क्या मेरे को महल में कैद कर दिया, अरे महल में है कैद क्या होता है? और जिसका खुश रहने का है वो झोपड़ी में भी खुश है, मतलब जिसका मस्त रहने का नेचर है वो मस्त ही है, और जिसका दुखी रहने का है वो कुछ भी उसको मिल जाये, कुछ भी वो कर ले वो दुखी ही रहेगा। तो आपको देखना है की मेरेको अपना basic nature कैसा बनाना है….

Rule No 6 – Honesty is The Key to Success – हमे intentions हमेशा सही रखना है, honesty most important चीज है, communications skills में इससे बड़ी और कोई चीज नहीं है। आपकी बोलने की powers इतनी अच्छी है, आप बोलते अच्छे से नहीं हो लेकिन आप बिलकुल honest हो, आपकी intention अच्छी है उस बंदे को ले करके, ख़राब नहीं है तो वो आपकी आँखों में दिखेगी, सामने वाले को समझ आ जायेगा। वो vibrations उसको पकड़ में आ जाएगी। वो feel कर लेगा। वो कहेगा की हा यार ये जो बंदा ना इन सारि techniques को तो use कर रहा है, लेकिन ultimately मेरे अच्छे के लिए कर रहा है।

Rule No 7 – Attitude is Everything – किसी करियर में कुछ पड़ा नहीं है, हमारे ऊपर है उस करियर को हम level तक ले जा सकते है। कबाड़ी का भी काम है ना, तो आपको करोड़पति कबाड़ी भी मिल जाएँगी अगर ढूंढोगे तो। तो ये नजर है देखने का, जो entrepreneurs होते है या लाइफ में कुछ बड़ा achieve कर जाते है ना, उनकी नजर औरों से अलग होती है, बिलकुल अलग होती है, और लोग क्या होते है, वो ये सोचते रहते है की कही कुछ बड़ा आएगा तब मैं कुछ बड़ा कर पाउँगा, वो ये समझ नहीं पाते है की हर बड़े की शुरुवात छोटे से ही होती है।

Rule No 8 – Focus On Your Strengths – लोग ये समझ लेते है की हम successful तब होंगे लाइफ में जब हम कभी distract ही नहीं होंगे, जब हम कभी fail ही नहीं होंगे, जब हम कभी कोई गलतियां ही नहीं करेंगे, जब हम कभी गलत track पे नहीं चलेंगे। सब कुछ करते है achievers भी, successful लोग सारे गलत काम करते है, आपसे ज्यादा करते है, but फर्क क्या है वो importance देते अपने सही कामो को।

Rule No 9 – Believe in Yourself – ये इतना important नहीं है आप क्या बोल रहे हो, औरों को, या बाहर से दुनिया को क्या दिखा रहे हो की में तो ये करने वाला हूँ, मैं तो ये करने वाली हूँ, मैं ये कर जाऊंगा, never give up, courage होना चाहिए, whatever, ये important नहीं है, important ये है, की जब आप अकेले में तब आप अपने अंदर ही अंदर अपने आपको क्या बोल रहे हो। अकेले में 24 घंटे में जो आप अपने बारे में सोचते हो, वैसा ही आपके साथ में होता है क्यूंकि उसी level के आपके actions होते है, उसी level की आपकी energy होती है।

Rule No 10 – Never Give Up –  या तो आप किसी काम को करो ही मत, लेकिन आप जब किसी काम को choose करते है तो आपके लिए कोई failure की option नहीं रहना चाहिए। मतलब कभी भी give up मत कर देना। failure तो आएंगी ही लेकिन failure की कारण ढूंढ कर उसको overcome करने से आपको success मिलेगा।

Conclusion

तो आपको समझ में आ ही गए होंगे कि डर से काम होने वाला है नहीं। क्यूंकि आप कभी आगे बढ़ ही नहीं पाओगे। कभी Risk लेने की हिम्मत ही नहीं आएगी। दूसरा अगर आपने लालच में आकरके Action लिया है तो यह तरीका एक्सट्रीम हो जाते हैं और इससे कभी आपको सक्सेस नहीं मिलेंगे। अब हमें यह पता चल गया है कि हम सक्सेसफुल सिर्फ तभी बन पाएंगे जब हम Learning का रास्ता अपनाएंगे और अपनी तरफ से 100% फोकस्ड के साथ काम करेंगे। और हमें सक्सेस मिल ही जायेंगे।

अगर आपके मन में कोई भी सवाल या सुझाव है तो मुझे नीचे कमेंट करके जरूर बताये।

”Never Quit”

आपका बहुमूल्य समय देने के लिए दिल से धन्यवाद।

Wish You All The Very Best.

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