चिड़चिड़ा बूढ़ा आदमी

एक समय की बात है Mowark के शहर में एक बूढ़ा आदमी रहता था जिसका नाम Mr. Ray, और उसके नाम के विपरीत उसके व्यक्तित्व में कोई भी उजाले की किरण नहीं थी। वो छोटी छोटी बातों के लिए भी शिकायत करता था और अपने आसपास सभी पर दोष लगाता, उन सब चीजों के लिए जो उसके जीवन में गलत होती।

एक दिन जब वो अपने घर से निकल रहा था बाग में टहल ने के लिए, उसने अपने परोशन को सुना बुजुर्ग Missus Kile को जो अपने कुत्ते पर चीख रही थी और चिल्ला रही थी।

Missus Kile: तुम मुझे मेरा काम क्यों नहीं करने देते ? मुझे घर साफ करने दो !

Mr. Ray: क्या तुम ये बंद करोगी बुढ़िया, हमेशा चीखती-चिल्लाती रहती हो, तुम्हारे इस शोर की वजह से मैं रात को सो भी नहीं पाता। और गुस्से में mr. ray अपने घर से निकले, Park में जाने के लिए।

जब वो Park में पहुंचे, और अपने मनपसंद bench की तरफ और अपना अख़बार निकाला।

अपनी दबी सांस में बर्बराते हुए, उन्होंने अख़बार को झटके से खोला।

Mr. Ray: आखिरकार मैं शांति से रह सकता हूँ।

जब उसने अख़बार पढ़ना शुरू किया, तो उसने किसी को पुकारते हुए सुना। जब उसने अख़बार नीचे किया, तो उसने एक छोटे से बच्चे को पाया, जो उसके सामने खड़ा था।

उसका नाम था – Tim.

Tim: Excuse me, Sir, क्या आप मुझसे कुछ cookies खरीदकर दया करेंगे ?

Mr. Ray: मेरी बात सुनो लड़के, मेरा पहले से ही दिन ख़राब चल रहा है, कृपया इसे तुम और बदतर मत बनाओ।

Tim(फिर से): Sir, Please, सिर्फ एक packet ले लीजिये।

Mr. Ray: मुझे एक भी cookies नहीं चाहिए, चले जाओ यहाँ से।

नन्हा Tim वहां से भाग गया।

Mr. Ray गुस्से से bench से उठा और वहां park में एक water fountain की तरफ गया।

Mr. Ray(अपने मन के अंदर सोचा): मुझ जैसे और क्यों नहीं है यहाँ पर, वो सबके सब इतना गुस्सा क्यों दिलाते है मुझे !!

Mr. Ray सोच सोचके आगे बढ़ता ही था, तभी एक नौजवान, जो सफ़ेद कपडे था, वो फव्वारे की पीछे से निकला और Mr. Ray की तरफ आगे बढ़ता चला आया।

Mr. Ray: मुझे अपने लिए एक पल भी नसीब क्यों नहीं होता, ऐसा क्यों हो रहा है………

नौजवान आदमी: शांत हो जाइये Mr. Ray! मैं यहाँ आपके मदद करने आया हूँ।

Mr. Ray(गुस्से से): कौन हो तुम ? और मेरा नाम कैसे जानते हो ?

नौजवान आदमी: मैं एहसास का देवदूत हूँ, आप मुझे Angie बुला सकते है।

Mr. Ray: किसका दूत ! क्या तुम परोश के drama company से हो ? मेरी नजरों से दूर हो जाओ।

वह आदमी सचमुच एक देवदूत था और खुद को साबित करने के लिए, उसने अपनी उंगलिया चटकायी और हवा में एक खूबसूरत चांदी की जूतों की जोड़ी प्रकट हो गयी।

Mr. Ray हैरान रह गए………

Mr. Ray: अरे, तुम तो वाकई एक देवदूत हो !

Angie: जी हाँ, मैं एक देवदूत ही हूँ, और जैसा की मैंने कहा, मैं यहाँ आपकी मदद करने आया हूँ।

Mr. Ray: ये कैसे होगा ?

Angie: ये जूते लीजिये, और जब भी आप किसी पर गुस्सा हो और आपको लगे उन्हें अक्लमंदी से काम लेना चाहिए था, तो इन्हे पहन लीजियेगा। उसी क्षण ये जूते आपको उस व्यक्ति के जीवन में ले जायेंगे और आपको उसी की जगह पर रख देंगे। अगर आपने अक्लमंदी से काम लिया, तो आपको सोने, चांदी और हीरो का इनाम मिलेगा। दूसरे शब्दों में इन जूतों के मदद से आप किसी और की जिंदगी जी सकते है।

सोने, चांदी और हीरो के विचार ने Mr. Ray को ललचा दिया, उसने तुरंत ही स्वीकार कर लिया।

Angie: लेकिन ये याद रखियेगा की अगर किसी भी मुकाम पर आपको एहसास हो की आपकी गलती थी, तो ये जूते आपको आपके रूप में ले कर आएंगे।

Mr. Ray: मैं हूँ, जिसकी गलती हो ही नहीं सकता।

Angie: ठीक है।

ये कहकर देवदूत वहां से गायब हो गया। Mr. Ray ने जूते उठाये और घर गए।

अगले दिन जब Mr. Ray सुबह जागे, उन्होंने अपने परोशन बूढी Missus Kile का चिल्लाना सुना।

Miss Kile(अपने कुत्ते को गुस्से में): तुम मुझे मेरा काम करने क्यों नहीं देते हो, कुछ पल के लिए तो मुझे घर साफ करने तो दो।

उससे चिल्लाते हुए सुनकर Mr. Ray बहुत गुस्से में आ गये और उन्ही चांदी के जूते की याद आया, उन्होंने उसे तुरंत पहन लिया और जैसे ही उन्होंने अंतिम फीता बांधा, उनकी जग miss kile के घर में खुली।

Mr. Ray(miss kile की आवाज में): अरे, ये जूते तो सचमुच काम करती है। तभी कुत्ता उसके साथ खेलने लगा।

Mr. Ray(miss kile की आवाज में): उतर जाओ मुझसे।

खुद को कुत्ते से आजाद करके वो सीधे kitchen में गयी।

Mr. Ray(miss kile की आवाज में): मुझे बहुत भूख लगी है, चलो देखते है बुढ़िया के पास क्या है! उसे beans का packet मिला।

Mr. Ray(miss kile की आवाज में): ओ, beans, मजेदार, मैं इसे तुरंत पकाऊंगी।

जब उसने beans को एक कटोरे में डाला, उसने जाना की कुत्ता उसके dress खींच रहा है।

Mr. Ray(miss kile की आवाज में): क्या बात है कुत्ते, मुझे अकेला छोड़ दो। पर कुत्ता नहीं सुन रहा था, उसने उनका dress पकडे रखा, अचानक beans का पूरा कटोरा उनके हाथ से फिसल गया और जमीन पर गिर गया। इसने उसे बहुत क्रोधित कर दिया और वो जोड़ से चिल्लाई।

Mr. Ray(miss kile की आवाज में): तुम मुझे खाना क्यों नहीं बनाने दे रहे, भगवान के लिए मुझे कुछ पकाने दो, मुझे बहुत भूख लगी है। और उसी समय उन्होंने खुद की आवाज परोश की मकान से आती सुनी।

Mr.Ray: क्या तुम ये बंद करोगे बुढ़िया हमेशा चीखती चिल्लाती रहती हो, तुम्हारे इस छोड़ की वजह से मैं रात को सो भी नहीं पाता।

जब Mr. Ray अपना ही आवाज सुना तो वो एकदम हैरान रह गए, उन्होंने उस situation को समझा, और एक ही सेकंड में mr. ray अपने घर में वापस आ पहुंचा था।

एक आंसू की बूंद की उसके आंख से गिरी, उसने तुरंत ही उसे पोंछ डाला।

Mr. Ray: नहीं, मैं गलत नहीं हो सकता, उस देवदूत ने मुझे बेवकूफ बनाया है।

ये कहकर वो अपने घर से निकल गया, बिना ये जाने की वो अभी भी चांदी की जूतों की जोड़ी पहने हुए है, और वो park में जाने लगा।

जब वो park में पहुंचा, वो अपनी पहले वाली जगह पर बैठा और अख़बार खोला, वे नन्हे Tim के आवाज दुबारा सुनी।

Tim: Excuse me, sir, क्या आप मुझसे एक cookie का डिब्बा खरीदेंगे ? please!

Mr. Ray: मुझे ये नहीं चाहिए लड़के।

एक रौशनी की चमकार के साथ Mr. Ray अब Tim बन गए।

Tim के घर में –

Tim के माँ(कपकपाती हुई आवाज में): उ……ठो……. Tim……..

Mr. Ray(Tim के रूप में) – उसने अपनी आंखे खोली, उसे एक औरत दिखी जो बहुत पिली दिख रही थी।

Tim की माँ: बाहर जाओ और cookies बेचो मेरे बच्चे, मैं आज भी काम पर नहीं जा पाऊँगी, मैं बहुत बीमार हूँ !

Mr. Ray(Tim के रूप में) ने कुछ नहीं कहा, पर उसकी ओर घूरते हुए लेता रहा।

Tim की माँ: जल्दी करो बेटा, और काफी मात्रा में cookies बेचना, ताकि आज मकान मालिक को पैसे दे सके। वरना हमारे पास रहने के लिए कोई जगह नहीं बचेगी।

इस बात को सुन कर Mr. Ray जोकि Tim के रूप में थी उसके आंख से आंसू बह निकला, क्यूंकि वो जान गया था की वो फिर से गलत था। और Mr. Ray एक second में उस situation में से वापस आ गया था और bench पर बैठा हुआ था।

उसका चेहरा कांपा और उसके दोनों आँखों से आंसू बह निकले।

उसने देखा की नन्हा Tim उससे दूर चला जा रहा है, अपना सिर नीचे लटका कर।

Mr. Ray bench से उठा और Tim के पीछे भागा।

Mr. Ray: Hey नन्हे tim, Tim, रुको !

जब Tim रुक करके पीछे मुड़ा, Mr. Ray दौर के उसके पास आया और आके ही Tim को गले लगाया, गाल पर Tim को एक kiss किया।

Mr. Ray: मुझे बहुत अपसोस है नन्हे बच्चे।

Tim: कोई बात नहीं, आपको cookies पसंद नहीं है ना !

Mr. Ray: नहीं नहीं, मुझे तो cookies बहुत पसंद है, मुझे वो सब cookies दे दो जो तुम्हारे पास है और मैं तुम्हे उसके बदले में पैसे दूंगा, जो पूरा महीना चलेंगे।

Mr. Ray(अपने pocket में से पैसा निकाला): ये लो, ये सारे पैसा मैं तुमको देता हूँ, और कल मेरे लिए ऐसे और cookies लेके आना।

खुश होकर नन्हे Tim ने Mr. Ray के गाल पर kiss किया और जो भी cookies उसके पास थी, वो सब Mr. Ray को दे दिया।

उसी दिन Mr. Ray, Missus Kile के घर गए और वो सारी cookies दे दी।

Mr. Ray: Hello Missus Kile, कैसी है आप ? ये लीजिये (cookies देते हुए)

Miss Kile: Oh, मैं ठीक हूँ, तुम कैसे हो ! इसकी क्या जरुरत थी (cookies को हाथ में लेते हुए)

Mr. Ray: Oh, Well, चलो ये कहले की मैं एक अच्छा परोशी नहीं था, और ये मेरा तरीका था क्षमा मांगने का।

Miss Kile: तुम बहुत दयालु हो, Ray !

Mr. Ray: Oh, ये तो बस शुरुवात है………

इस तरह Ray गुस्सैल आदमी से, एक बहुत ही दयालु ह्रदय और उदार व्यक्ति बनते चले गए और इसके बाद किसी पर भी गुस्सा नहीं करते है।

Mr. Ray और Tim बहुत ही अच्छा Friend बन गए और जहा तक जूतों की जुडो की सवाल है, उसने उन्हें ठीक वही पर रख दिया, अपनी बैठक में इस बात की याद दिलाने के लिए की – करुणामयी होना बहुत महत्वपूर्ण होता है और किसी और का न्याय करने से पहले हमे खुद को उनके स्थिति में डालना चाहिए।

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