Patience कैसे रखे – Hello दोस्तों, हमारी जिंदगी में हम बहुत सारे गोल्स सेट करते हैं। बचपन ये गोल्स एग्जाम से रिलेटेड होते हैं, जवानी में करियर और हेल्थ या फिटनेस, उसके बाद फॅमिली बिल्ड करना और फिर रिटायरमेंट प्लान। लेकिन हर गोल तक पहुँचने के लिए एक चीज की सबसे ज्यादा जरुरत पड़ती है और वो है – Patience (धैर्य)
और आज हम जानेंगे की Patience यानी धैर्य रखने पर कैसे हम किसी भी गोल्स को पा सकते है, सक्सेस हासिल कर सकते हैं। तो चलिए शुरू करते हैं –
Patience कैसे रखे?
Patience का मतलब ये नहीं है की आप बस अपनी लाइफ का बेहतर होने का wait कर रहे हो, बल्कि इसका मतलब है कि आप एक पॉजिटिव ऐटिटूड के साथ अपने गोल्स तक पहुँचने में लग रहे टाइम को पुरे होश में एक्सेप्ट कर रहे हो और अपनी कोशिशों को जारी रख रहे हो।
Patience रखने पर आप एक बेटर डिसिशन ले पाते हो और अपने इमोशंस को स्टेबल रख पाते हो और हर काम जल्दी मचाने के बजाये प्रोसेस को एन्जॉय कर पाते हो।
हालाँकि आजकल लोगों में Patience की बहुत ज्यादा कमी दिखने को मिलती है, जिसकी वजह से अक्सर वो अपने गोल्स के आसपास भी पहुँच नहीं पाते और बस बड़ी बड़ी बातें ही करते रह जाते हैं।
आज अगर आपको किसी की Patience टेस्ट करनी हो तो आपको ज्यादा कुछ नहीं करना बस ये देखना है की वो इंसान अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में कैसे act करता है।
अगर कोई अपने आगे चलती गाड़ी को जरा सा स्लो होते ही गालियां देने लग जाता है और कॉन्टिनियसली हॉर्न बजाना चालू कर देता है, यार फिर अगर कोई फिटनेस रूटीन और डाइट को शुरू करने के दो दिन बाद ही वापस से जंक फ़ूड खाना शुरू कर देता है तो ये क्लियर हो जाता है की ऐसे इंसान बिलकुल भी Patient नहीं हैं।
और ऐसे लोगों को बिना मेहनत करें इंस्टैंटली रिजल्ट्स चाहिए होता है।
आज हम देखते हैं की हर इंसान अपनी पेरेंट्स, फ्रेंड्स या दुश्मनों को ये प्रूफ करना चाहता है की वो भी कुछ अचीव करने के काबिल है।
लेकिन जब ये अपने आपको प्रूफ करने की इच्छा, एक इंसान पर हावी हो जाती है, तब वो शॉर्टकट्स ढूंढने लगता है और Patience की ताकत को रिजेक्ट करके अपना टाइम फालतू की चीजों में waste करने लगता है।
पॉजिटिव रिजल्ट्स मिलने में लगने वाला टाइम Impatient लोगों को फ़्रस्ट्रेड करता है और आखिर में वो हार मान कर अपनी ड्रीम्स पर Give Up कर देते हैं।
ऐसे में क्वेश्चन ये आता है की आप मुश्किल सीटुएशन्स में भी धैर्य कैसे रख सकते हो, इसके 4 Steps है –
Step No 1 – Taking time to Decision Making
जब भी कोई डिसिशन लो, तब सिर्फ उसी मोमेंट के बारे में मत सोचो, बल्कि ये देखो की उस डिसिशन का लॉन्गटर्म इम्पैक्ट क्या पड़ेगा।
क्यूंकि कई बार हम impulsive होकर ऐसे डिसिशन ले लेते हैं, जो हमें प्रेजेंट प्रॉब्लम से तो बाहर निकाल देते हैं, लेकिन फ्यूचर में वही प्रॉब्लम और बड़ी बनकर वापस आती है।
इसलिए अपने आपको सिंगल एंटिटी की तरह मत देखो, जिसका कल कभी नहीं आता, बल्कि अपने आपको एक स्पेस टाइम के सीक्वेंस पे देखो।
यानी आप सिर्फ एक नहीं हो, बल्कि एक आपका आज वाला version है, एक अगले दिन वाला , एक परसों वाला, एक अगले हफ्ते वाला, 5 साल बाद वाला और ऐसे आप अपने आपमें ही एक कम्युनिटी की तरह काम करते हो।
जब भी आप किसी मोमेंटरी pleasure के पीछे भागते हो, किसी पर गुस्सा करके अपना रिलेशन ख़राब कर लेते हो, या Give Up करने की सोचते हो, तो ये याद रखो की आपकी ये डिसिशन आपकी फ्यूचर पोटेंशियल को खत्म कर रहे हैं।
Step No 2 – Investigation
इस बात का पता लगाओ की वो चीजें हैं जिनसे आप अपनी पेशेंस खो देते हो, क्यूंकि अगर आपको अपने ट्रिगर्स और विकपॉइंटस पता होंगे, तो आप एक योजना बना कर किसी भी मुश्किल सिचुएशन को easily फेस कर सकते हो।
लेकिन अगर आपको यही नहीं पता की आपको कौनसी चीजें बार बार same गड्ढे में धकेलती हैं, तो आप उस गड्ढे से बाहर कैसे निकलोगे!
अगर आपको रेगुलरली बहुत ज्यादा गुस्सा आता है, आप बहुत जल्दी उदास हो जाते हो, अपने आपको डाउट करने लगते हो या आपको अपने अंदर एम्पटीनेस फील होती है, तो इन सरफेस लेवल साइंस को फॉलो करो और इनकी रूट्स तक जाकर देखो की वहां पर क्या है।
क्या ये बस आपकी एक लर्न हैबिट है या फिर ये एक trauma हैं।
किसी भी केस में शुरुवात अपने ट्रिगर्स पर अटेंशन pay करने से होगी।
Step No 3 – Stress Management
अपने Stress को मैनेज करना सीखो। क्यूंकि हममें से ज्यादातर लोग तब अपनी patience खो देते हैं, जब हम बहुत ज्यादा स्ट्रेस्ड आउट होते हैं।
ऐसे में ये जरुरी है की हम अपनी रूटीन में वो हैबिट्स इंक्लूड करें, जिनसे हम अपने स्ट्रेस, एंग्जायटी से एफ्फेक्टटिवली डील कर पाए।
डीप ब्रीथिंग, क्वालिटी स्लीप, जॉर्नलिंग, एक्सरसाइज, मैडिटेशन – ये सब कुछ ऐसी चीजें हैं जो आपको अपने अंदर शांति और पेशेंस बनाये रखने में मदद करेंगी।
Step No 4 – Expectation आपकी गलती है
कभी भी अपने आपसे या इवन दूसरों से unreasonable Expectation मत रखो। और इसका मतलब ये नहीं है की आपने कोई स्टैंडर्ड सेट नहीं करना, की आपने कब कितना अचीव करना है या फिर किस तरह के लोगों के हैंगऑउट करना है।
लेकिन जब भी आप अपने एक्सपेक्टेशंस को एक्सट्रीम में ले जाते हो, तब वो चीज हानिकारक बन जाती है।
जैसे आपने एक नई लैंग्वेज सीखना शुरू करी है, तो अपने आपसे ये एक्सपेक्ट मत करो की आपको कुछ हफ्तों या एक-दो महीने में ही वो लैंग्वेज आ जाएगी।
या फिर अगर आपको अभी एक बिज़नेस आईडिया आया है तो ये एक्सपेक्ट मत करो की आप देखते ही देखते अमीर बन जाओगे।
अपने हर सपने को पेशेंस की फाउंडेशन पर बिल्ड करना शुरू कर दो और सिर्फ तभी आप इस दुनिया में कुछ अच्छा कर पाओगे।
अमेरिकन ऑथर जॉयस मेयर ने बोला था की “Patience सिर्फ एक इंसान की wait करने की एबिलिटी नहीं है, बल्कि आप wait करते हुए किस तरह से behave करते हो, वही Patience है।”
Conclusion
तो दोस्तों क्या आपमें पेशेंस है ? अब मुझे उम्मीद है की आपको Patience कैसे रखे उसका पता चल गया होगा।
आपको आज आपने इस आर्टिकल से क्या सीखा ?
क्या आपको लगता है की ऊपर बताये 4 पॉइंट्स को फॉलो करने पेशेंस को बढ़ा पाएंगे ?
आपको आज का यह आर्टिकल कैसा लगा ?
अगर इस आर्टिकल से रिलेटेड आपके मन में कोई भी सवाल या सुझाव है तो मुझे नीचे कमेंट करके जरूर बताये।
आपका बहुमूल्य समय देने के लिए दिल से धन्यवाद,
Wish You All The Very Best.