आगरा में कितने मोड़
एक बार अकबर को सुदूर देश के राजा के द्वारा भेजी हुई एक चिट्ठी मिली, जिसमें लिखा था, “क्या आप बता सकते हैं कि आगरा की सड़कों पर कितने मोड़ हैं?” इस विषय में अकबर ने अपने मंत्रियों से सलाह ली। उन्होंने यह कार्यभार मंत्री टोडरमल को सौंपने के लिए कहा। अकबर ने टोडरमल से बात की और एक महीने के भीतर इस कार्य को पूरा करने के लिए कहा। बीरबल के आने पर अकबर ने पत्र की बात तथा टोडरमल को कार्यभार सौंपने की बात बताई। बीरबल ने पत्र पढ़ा और जोर-जोर से हँसने लगा। अकबर ने पूछा, “क्या बात है. बीरबल?” बीरबल ने कहा, “महाराज! मैं अभी बता सकता हूँ कि आगरा में कितने मोड़ हैं। यहीं नहीं मैं विश्व के किसी भी राज्य के मोड़ों की गिनती बता सकता हूँ।” “अरे वाह! बीरबल तुम यह कैसे जानते हो?” “महाराज, यह तो बड़ी ही सोधी-सी बात है, केवल दो ही मोड़ हैं दाहिना और बाँया ।” उत्तर सुनते ही अकबर की हँसी फूट पड़ी। अकबर बीरबल के प्रति गर्व से भर उठे और उसे स्वर्ण मुद्राओं का उपहार दिया।
दो चोर
एक बार दो चोर व्यापारी का रूप धरकर एक सौदागर के पास अपने रत्नों को बेचने गए। उन्होंने कहा, “जब हम दोनों तुम्हारे पास साथ- साथ आएँ तभी इसका पैसा हमें देना।” कुछ समय के बाद पहले व्यापारी बने चोर ने वापस आकर कहा, “हमें एक खरीददार मिल गया है, कृपया हमारे रत्न हमें दे दो।” सौदागर ने कहा, “तुम अपने साथी के साथ आना तब मैं तुम्हें तुम्हारा रत्न दे दूंगा।” “पहले व्यापारी बने चोर ने कहा वह अत्यन्त व्यस्त है, इसलिए उसने मुझे रत्नों को लाने भेजा है।” आश्वस्त होकर सौदागर ने उस व्यापारी को उसका रत्न दे दिया। दो घंटे बाद दूसरा व्यापारी बना चोर आकर अपने रत्नों को माँगने लगा। सौदागर ने बताया कि उसका साथी रत्नों को ले गया। यह सुनकर चोर ने क्रुद्ध होकर कहा, “मैंने तो उसे नहीं भेजा था। अब मुझे उसका मूल्य दो या सजा के लिए तैयार हो जाओ।” सौदागर ने उसे पैसे देने से मना कर दिया। चोर, बीरबल के पास गया। झगड़े का कारण सुनने के बाद बीरबल ने चोर से कहा, “अपने साथी के साथ आकर पैसे ले जाओ।” चोर मात खा चुका था। वह साथी को लाने जा रहा है यह कहकर भागा और फिर कभी लौटकर नहीं आया।
सबसे अच्छा कौन?
एक बार बादशाह अकबर ने अपने दरबारियों से तीन प्रश्न पूछे:-
- किसका पुत्र सबसे अच्छा है?
- 2. किसका दाँत सबसे अच्छा है?
- कौन-सा गुण सबसे अच्छा है?
कुछ देर सोचने के बाद दरबारियों ने उत्तर दिया, “हुजूर, एक राजा का पुत्र अच्छा है, हाथी का दाँत अच्छा है, ज्ञान होना अच्छा गुण है।” पर बादशाह इस उत्तर से संतुष्ट नहीं हुए। जब बीरबल आया तब उन्होंने यही सवाल बीरबल से किया। कुछ पल विचारकर बीरबल ने कहा, “बादशाह हुजूर, गाय का बछड़ा सबसे अच्छा है। वह खेत जोतता है और उसके गोबर से खाद बनता है। जब फ़सल तैयार होती है तब सभी को भोजन मिलता है।” “दूसरे प्रश्न के उत्तर के रूप में हल का दाँत (हल का अगला भाग) सबसे अच्छा है। वह धरती को जोतता है, मिट्टी को उपजाऊ बनाता है और अन्न उपजाता है। अंततः साहस सबसे अच्छा गुण है। बुद्धिमान होने पर भी साहस के अभाव में व्यक्ति कुछ नहीं कर सकता है…” वीरबल ने अपनी बात पूरी की। अकबर और दरबारी बीरबल के उत्तर से प्रसन्न हो गए और उन्होंने बीरबल की खूब प्रशंसा की।