यह book summary किसके लिए है –
– वे जो साइकोलाजी पढ़ना पसंद करते हैं।
– वे जो ज्यादा ग्राहकों को आकर्षित करना चाहते हैं।
– वे जो एक आन्त्रप्रीन्योर हैं और अपनी कंपनी को कामयाब बनाना
चाहते हैं।
लेखक सैली हॉग्सहेड (Sally Hogshead) न्यू यॉर्क टाइम्स बेस्ट सेलिंग लेखक हैं। नेशनल स्पीकर्स एसोसिएशन हॉल ऑफ़ फेम स्पीकर हैं।
Fascinate Book Summary in Hindi by Sally Hogshead – ह्यूमन साइकोलाजी को जानने के बढ़िया बुक
किसी भी प्रोडक्ट को कामयाब बनाने के लिए उसे लोगों के दिलों में उतारना होता है। आपका प्रोडक्ट कितना भी अच्छा क्यों ना हो और उसमें कितनी भी खूबियां क्यों ना हों, जब तक आप सही तरीकों का इस्तेमाल कर के अपने ग्राहकों को खुद से जोड़े रखने का काम नहीं करेंगे, तब तक आपके ग्राहक आपके पास नहीं आएंगे। या फिर अगर वे आएंगे भी तो बहुत जल्दी आपका काम्पटीशन उन्हें अपनी तरफ खींच लेगा। इसलिए आपको लोगों को अपने प्रोडक्ट क लिए वफादार बनाने की जरूरत है।
लेकिन कैसे? यह किताब हमें इस सवाल का जवाब देगी। यह किताब हमें बताती है कि किस तरह से आप साइकोलाजी का इस्तेमाल कर के लोगों तक पहुंच सकते हैं और उनका दिल जीत सकते हैं। यह किताब हमें उन सात ट्रिगर्स के बारे में बताती है जिसकी मदद से आप किसी को भी आकर्षित कर सकते हैं।
इस समरी को पढ़कर आप सीख सकते हैं –
• आइफोन महंगे होने के बावजूद भी इतने कामयाब कैसे हैं।
• किसी प्रोडक्ट के इस्तेमाल पर रोक लगा देने से किस तरह से उसका इस्तेमाल बढ़ जाता है।
• किस तरह से आप अपनी कंपनी को समझ कर सही ट्रिगर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
हम सभी दूसरे लोगों से आकर्षित होते हैं और लोगों को आकर्षित करना चाहते हैं
आकर्षित होने का मतलब है किसी भी खूबसूरत चीज़ को देखने के बाद उसे देखने ही रह जाना। वो शायद एक गाना हो सकता है, एक व्यक्ति हो सकता है या फिर एक नजारा हो सकता है। लेकिन सवाल यह है कि यह पैदा कहाँ से होता है और क्यों होता है?
आकर्षित होना एक जरिया हुआ करता था हमारे जिन्दा रहने का। पहले के वक्त में जब कोई जानवार अपनी प्रजाति के दूसरे जानवर को देखकर आकर्षित होता था तो वो उनसे अच्छे रिश्ते बना पाता था। इंसानों में यह सबसे ज्यादा पाया जाता था और इसी तरह से हम समाज बना पाए और परिवार बना पाए। जब एक पुरुष एक महिला को देखकर आकर्षित होता है, तो वे एक परिवार बनाते हैं और अपनी प्रजाति को आगे तक लेकर जाते हैं। इसके अलावा इससे हम रिवाज बना पाते हैं।
एक्साम्पल के लिए एक रीसर्च में एक छोटे बच्चे को कुछ फोटो दिखाई गई। इसमें रह पाया गया कि जब उस बच्चे को किसी इंसान की तस्वीर दिखाई जाती थी तो वो उसे दोगुने समय तक देखता रहता था। इससे यह बात साबित होती है कि अपने जैसे लोगों के साथ रहने की और उन्हें पसंद करने की भावना हमारे अंदर पैदा होने से ही होती है और हमें यह कोई सिखाता नहीं है। इसी तरह से हम अपने जैसे लोगों की तरफ आकर्षित होकर अच्छे समाज बना पाते हैं। यह सिर्फ एक तरफ की बात हुई। हम दूसरों की तरफ सिर्फ आकर्षित होते ही नहीं हैं, बल्कि उन्हें अपनी तरफ आकर्षित करना भी चाहते हैं।
एक्साम्पल के लिए जब लड़के या लड़कियाँ 15 साल की उम्र तक पहुंचते हैं तो वे अपने आप ही एक दूसरे को खुश करने के लिए अच्छा दिखने की कोशिश करते हैं, उनके सामने अच्छे जोक्स मारते हैं और उनका दिल जीतने की कोशिश करते हैं। इसक मतलब यह कि हम लोगों को आकर्षित करना भी चाहते हैं और उनसे आकर्षित होते भी हैं।
लस्ट की वजह से कभी कभी हम दूसरी चीजों पर ध्यान ना देकर गलत फैसले ले लेते हैं
बहुत से लोगों को पिज्जा और बर्गर खाने की आदत होती है। वे जब भी किसी रेस्तरां के सामने से होकर निकलेंगे, वे वहाँ पर जाने से खुद को रोक नहीं पाएंगे। ठीक उसी तरह से हम में से बहुत से लोग हैं जो एक खास गेम खेलने से या फिर एक मूवी देखने से खुद को रोक नहीं पाते। उसे पाने की चाहत हमें वहाँ तक खींच ले जाती है। इसी चाहत को लस्ट कहते हैं। लस्ट का मतलब किसी चीज़ के मिलने से पहले उस चीज़ की ख्वाहिश करना। यह बहुत गहरी भावना होती है और लगभग हर कोई कभी न कभी इसकी चपेट में आ चुका है।
एक स्टडी में एक बंदर को एक अंगूर दिया जाता था। वो बंदर जब उस अंगूर को देखता था तो उसके दिमाग की हरकत बढ़ जाती थी। जब वो उसे अपने हाथ में लेता था तो उसके दिमाग की हरकत और बढ़ जाती थी, जो कि यह दिखाता है कि उसके अंदर उस अंगूर को खाने की चाहत बढ़ गई है। लेकिन जब वो उसे खाता था तो उसके दिमाग की हरकत कम हो जाती थी। इसका मतलब यह हुआ कि किसी चीज़ की चाहत पैदा होने पर आपको जो उत्सुकता होती है, उस चाहत के पूरा हो जाने पर उतनी खुशी नहीं मिलती। किसी मूवी को देखने के पहले आपको जितनी ज्यादा बेचैनी महसूस होती है, उस मूवी को देखते वक्त या उसे देख लेने के बाद उतना सुकून नहीं मिलता। आपका दिमाग उस चीज़ की जरूरत को मैग्निफाई कर के दिखाता है। इसका मतलब यह भी है कि कोई भी व्यक्ति हमारी इस कमजोरी का इस्तेमाल कर के हम से अपना काम करवा सकता है।
कंपनियां इसका इस्तेमाल करती हैं हमारे अंदर अपने प्रोडक्ट्स की चाहत पैदा करने के लिए ताकि हम बाकी की बातें भूल कर पहले उनका प्रोडक्ट खरीद लें। कुछ गेम्स जैसे ग्रैंड थेफ्ट आटो और असासिन्स क्रीड अक्सर इसका इस्तेमाल करते हैं। वे अपने गेम्स के अलग अलग पार्ट निकालते हैं और उनके फैन्स एक गेम को पूरा खेल लेने के बाद अगले पार्ट का बहुत बेसब्री से इंतजार करते हैं। जैसे ही उनके गेम का अगला पार्ट लाँच होता है, वे उसपर बिना कुछ सोचे समझे टूट पड़ते हैं। यह सब कुछ लस्ट का कमाल है। उस गेम को खेल लेने के बाद आपको उतना सुकून नहीं मिलेगा जितना उसे खेलने की चाहत आपके अंदर पैदा हो रही है।
रहस्य से हम बहुत ज्यादा उत्सुक हो जाते हैं
शायद आप ने बर्मुडा ट्राएंगल का नाम सुना होगा। यह एक ऐसी जगह हैं जहां पर आज तक जो भी जहाज या एरोप्लन गया, वो कभी लौट कर नहीं आया। इस जगह में क्या है इसका पता लगाने के लिए बहुत से लोगों ने अपनी अपनी थियोरी दी, लेकिन उन में से कौन सही है, यह अब तक किसी को नहीं पता। इस पर कुछ फिल्में और कुछ नॉवेल्स भी लिखे जा चुके हैं। यह सुनते ही बहुत से लोगों के अंदर इसके बारे में जानने की ख्वाहिश पैदा होने लगती है। इसे ही रहस्य कहते हैं।
जब भी हमारे सामने कुछ ऐसा सवाल आता है जिसका जवाब किसी को ना पता हो तो हम कल्पना करने लगते हैं, हम दूसरों से उसके बारे में बात करने लगते हैं और उनकी राय लेने लगते हैं। दूसरे शब्दों में, हम उस चीज़ से आकर्षित हो जाते हैं।
बहुत सी कंपनियां इस तरीके का इस्तेमाल करती हैं और इससे वे बहुत से लोगों को अपना ग्राहक बना लेती हैं। एक्साम्पल के लिए आप ने बाहुबली मूवी का नाम जरूर सुना होगा। आपको यहाँ पर शायद एक भी ऐसा व्यक्ति नहीं मिलेगा जिसने बाहुबली का पहला पार्ट देखा हो, लेकिन दूसरा पार्ट ना देखा हो। दो साल तक लोग सिर्फ एक सवाल पूछ रहे थे – कटप्पा ने बाहुबली का क्यों मारा?
फिल्मों के मामले में अवेंजर्स : इंफिनिटी वार ने भी इसका बहुत अच्छा इस्तेमाल किया। इस मूवी के अंत में आधे सुपरहीरोज़ मर जाते हैं और विलन अपने मकसद में कामयाब हो जाता है। इसके बाद इसकी दूसरी पार्ट निकली अवेंजर्स:एंडगेम, जिसे देखने का इंतजार लोग बहुत बेसब्री से कर रहे थे क्योंकि वे इस रहस्य से पर्दा उठाना चाहते थे कि अब एवेंजर्स थैनोस को कैसे हराएंगे। इस तरह से कंपनियां रहस्या का इस्तेमाल से लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करने की कोशिश करती हैं।
जिन चीज़ों से हमें खतरा होता है हम उनकी तरफ भी कुछ ज्यादा आकर्षित हो जाते हैं
एक्साम्स के मौसम में कुछ स्टुडेंट्स एक दिन में इतना पढ़ने लगते हैं जितना वे पूरे साल में नहीं पढ़ते। कुछ स्टुडेंट्स वाइवा एक्साम्पल के एक रात पहले पूरी रात जागकर अपनी प्रोजेक्ट फाइल पूरी करते हैं। यही हाल बहुत से लोगों का टैक्स फाइल करते वक्त होता है। वे उसे तब तक नहीं भरते जब तक उसकी तारीख नजदीक नहीं आ जाती। एक बार उन्हें लगता है कि टैक्स फाइल करने के लिए उनके पास सिर्फ दो दिन का समय है, तो वे रात भर जागकर उसे पूरा करते हैं।
इस तरह से जब हमें किसी चीज़ से खतरा होता है तो हम उसकी तरफ आकर्षित होने लगते हैं। इसकी वजह यह है कि उस काम को पूरा ना करने के नतीजे बुरे हो सकते हैं। लेकिन बहुत बार जब हम गलत चीज़ों का इस्तेमाल कर के लोगों को डराने की कोशिश करते हैं, तो उसका असर नहीं होता। हम लोगों को सिर्फ उन चीज़ों से डरते हैं जिससे उन्हें तुरंत खतरा हो।
एक्साम्पल के लिए जिन बच्चों की उम्र 18 से कम है उन्हें शराब पीकर गाड़ी चलाने से रोकने के लिए एक ऐडवर्टाइजमेंट कैंपेन ने उन्हें बहुत खौफनाक फोटो दिखाए। यह फोटो उन लोगों के थे जो शराब पीकर गाड़ी चला रहे थे और उनका एक्सिडेंट हो गया जिससे वे या तो जिन्दगी भर के लिए अपाहिज हो गए या फिर उनका चेहरा खराब हो गया। लेकिन इसका बच्चों के ऊपर कोई असर देखने को नहीं मिला।
फिर ऐडवर्टाइजमेंट कैंपेन ने ऐड निकाला कि अगर बच्चे शराब पीकर गाड़ी चलाएंगे, तो उनका लाइसेंस कैंसल कर दिया जाएगा। यह ऐड बहुत कारगर साबित हुआ। बच्चों के अंदर मौत को लेकर खौफ नहीं था, बल्कि इस बात को लेकर खौफ था कि अगर उनका लाइसेंस चला गया तो वे
फिर से गाड़ी नहीं चला पाएंगे। इस तरह से उन्हें लगा कि उन्हें इससे खतरा है और उन लोगों ने बात मान ली। बहुत सी कंपनियां इसका इस्तेमाल करती हैं आपको यह बताने के लिए कि अगर आप ने उनका प्रोडक्ट नहीं खरीदा तो क्या खतरा हो सकता है। एक्साम्पल के लिए आप ने यह जरूर सुना होगा – आफर सीमित समय के लिए उपलब्ध। यहाँ पर आपको यह बताया जा रहा है कि अगर आप ने तुरंत कुछ कदम नहीं उठाए तो यह मौका आपके हाथ से हमेशा के लिए निकल सकता है।
लोग शोहरत पाने के लिए किसी एक खास ब्रांड के साथ जुड़ जाते हैं
हम में से हर कोई चाहता है कि वो ऊँचे दर्जे पर रहे और लोग उसे एक अच्छे और कामयाब व्यक्ति की नजर से देखें। हम न्यूज़ पेपर्स में अक्सर फिल्म स्टार्स और अमीर लोगों की लाइफ स्टाइल देखते हैं क्योंकि कहीं न कहीं हम भी वो पाना चाहते हैं जो उनके पास है। इसलिए यह मैगज़ीन और
न्यूज़ पेपर्स इतने प्रसिद्ध होते हैं। हम सभी को जब यह पता लगता है कि कुछ खास काम करने से समाज में हमारा दर्जा उठ जाएगा, तो हम उस काम को करने लगते हैं। हमारी इस कमजोरी का इस्तेमाल बहुत सी कंपनियां करती हैं ताकि हम उनके महंगे प्रोडक्ट इस्तेमाल कर के खुद को ऊँचे दर्जे पर होने का एहसास दिला सकें।
एक्साम्पल के लिए एप्पल के आइफोन को ले लीजिए। अगर आप अपनी रीसर्च करें तो आपको यह पता लग जाएगा कि आइफोन के पास कोई भी ऐसी खूबी नहीं है जो कि सैमसंग ने अपने स्मार्ट फोन्स में ना डाली हो। लेकिन फिर भी अगर आपको दोनों में से किसी एक को चुनने का मौका मिल जाए, तो आप आइफोन ही चुनेंगे।
लेकिन क्यों? इसकी एक वजह है कि आइफोन्स महंगे होते हैं और इसलिए बहुत से लोग उसे खरीद नहीं पाते। उनके महंगे होने की वजह से सिर्फ कुछ लोग उसे ले पाते हैं और वो कुछ लोग ऊँचे दर्जे के होते हैं। यही वजह है कि बहुत से लोग उसे लोन पर भी खरीद लेते हैं, सिर्फ अपना दर्जा ऊँचा
करने के लिए। इसके अलावा बहुत सी कंपनियां अपने ऐड में दिखाती हैं
कि उनके प्रोडक्ट बहुत कम मात्रा में बनाए गए हैं और कभी भी खत्म हो सकते हैं। ज्यादा से ज्यादा लोगों की नजरों तक पहुंचने के यह सबसे अच्छा तरीका होता है। महंगे ब्रांड अपने सिम्बल का इस्तेमाल करते हैं ताकि लोग उसे सबके सामने रखकर सभी को यह दिखा सकें कि वे इस ब्रांड का सामान इस्तेमाल कर रहे हैं। बहुत सी कंपनियां अपने कर्मचारियों के अच्छा काम करने पर उन्हें कुछ खास तरह के कपड़े पहनने या फिर एक खास
तरह की गाड़ी चलाने की इजाजत देती हैं जिससे कि उनके अच्छे कर्मचारी उस कंपनी के साथ जुड़ जाते हैं क्योंकि वहां पर काम करने से वे खुद को ऊँचे दर्जे का महसूस करते हैं।
एक्साम्पल के लिए मैरी के नाम का एक कास्मेटिक ब्रांड अपने सबसे अच्छे कर्मचारियों को पिंक रंग की कैडिलैक गाड़ी चलाने देती है जिससे उनका कर्मचारी उन्हें छोड़कर नहीं जाता। इसके अलावा नेटवर्क मार्केटिंग कंपनियां अपने सबसे अच्छे सेल्समैन को डाइमंड की उपाधि देती हैं और अलग अलग लेवेल के सेल्समैन को अलग अलग उपाधि देती हैं जिससे उनका हर कर्मचारी एक के बाद दूसरे लेवेल पर जाने की कोशिश करता रहता है। वे यह सब काम ऊँचे दर्जे पर जाने के लिए करते हैं।
लोग पावर की वजह से भी किसी चीज़ से आकर्षित हो जाते हैं
आज के वक्त में राजनीतिक पार्टियाँ पावर पाने के लिए बहुत से खेल खेलती रहती हैं। वे हमसे वादे करते हैं, दूसरी पार्टियों की की बुराई करते हैं और किसी तरह से हमसे हमारा वोट पाने की कोशिश करते हैं। लेकिन इस मामले में वे अकेले नहीं हैं। हम में से बहुत से लोग पावर पाने की कोशिश करते हैं और अगर किसी के पास ज्यादा पावर है तो उसकी बात मानते भी हैं। एक्साम्पल के लिए हिटलर को ले लीजिए जो एक तानाशाह था। लोग उसकी बात सिर्फ इसलिए मानते थे क्योंकि उसके पास पावर थी। उनकी बात ना मानने के नतीजे अच्छे नहीं होते थे। ठीक उसी तरह से माता पिता अपने बच्चों के साथ व्यवहार करते हैं और उन्हें बताते हैं कि अगर वे ठीक से नहीं रहेंगे तो उन्हें पाकेट मनी नहीं मिलेगी। बहुत सी कंपनियां भी इस तरह से अपने पावर को दिखाकर हमसे काम करवाने की कोशिश करती हैं।
एक्साम्पल के लिए लॉस एंजेलेस के एक होटल में स्टाफ ग्राहकों को ऊपर गलत खाना आर्डर करने के लिए चिल्लाते हैं और कभी कभी तो उन्हें बाहर भी निकाल देते हैं। यह सुनने में बेकार लगता है लेकिन इस तरह से वे अपने पावर को दिखाते हैं और अपने ग्राहकों को आकर्षित कर लेते हैं। उनके ग्राहक उनके पास वापस आते रहते हैं।
लेकिन यह जरूरी नहीं है कि आप पावर का इस्तेमाल लोगों को दबाने के लिए ही करें। आप इसका इस्तेमाल अच्छे काम कर के लोगों का दिल जीतने के लिए भी कर सकते हैं जिससे लोग अपने आप ही आपकी बात मानने लगेंगे और आपकी तरफ आकर्षित हो जाएंगे। इसके बहुत अच्छे एक्साम्पल हैं महात्मा गांधी और मार्टिन लूथर किंग जूनियर।
महात्मा गांधी अपने सफर के वक्त जहां कहीं भी भाषण देने के लिए रुकते थे, उन्हें सुनने के लिए दूर गाँव के लोग चले आया करते थे। उस समय पर्चे बाँटने या फिर अखबार में खबर निकलवा कर लोगों तक अपनी बात
पहुंचाने का कोई तरीका नहीं था। लेकिन फिर भी लोग उन्हें सुनने के लिए ठीक जगह पर ठीक समय पर आ जाते थे क्योंकि महात्मा गांधी एक लीडर की तरह अपने पावर का इस्तेमाल अच्छे काम के लिए कर रहे थे।
उसी तरह मार्टिन लूथर किंग जूनियर ने अपनी प्रसिद्ध स्पीच दी थी जिसका नाम “आई हैव अड्रीम” स्पीच था। उन्हें सुनने के लिए लोग 8 घंटे बस में सफर कर के कड़ी धूप में समय पर पहुंच गए थे, जबकि किसी भी तरह का कोई एडवर्टाइजमेंट नहीं किया गया था। इस तरह से पावर का इस्तेमाल लोगों की भलाई के लिए कर के भी आप उन्हें आकर्षित कर सकते हैं।
जब किसी चीज़ के ऊपर बैन लगाया जाता है तो लोग उसे और ज्यादा इस्तेमाल करने लगते हैं
फ्लोरिडा के डेड काउंटी नाम के शहर में उन डिटर्जेंट्स के इस्तेमाल पर रोक लगा दिया गया जिसमें फास्फेट मिलाया जाता था। लेकिन इससे लोग उसका इस्तेमाल बंद करने की बजाय उसकी स्मगलिंग करने लगे। लोग अपने घरों में भारी मात्रा में फास्फेट डिटर्जेंट इकठ्ठा कर के रखने लगे। लोगों में उसका इस्तेमाल बढ़ गया। इसका मतलब यह कि अगर आप किसी से कोई काम करवाना चाहते हैं, तो उन्हें उस काम को करने से मना कर दीजिए। सल्मान रुश्दि की किताब द सैटानिक वर्स पर बैन लगा दिया गया था, लेकिन इससे लोगों में उसे पढ़ने की चाहत और बढ गई कि उसमें ऐसा क्या था कि उसे बैन कर दिया गया। एक तरह से यहाँ पर रहस्य ने भी अपना काम किया।
लोगों के सामने एक ऐसा सवाल आ गया जिसका जवाब उन्हें किताब पढ़ने पर ही मिलता। कंपनियां इसका इस्तेमाल कर के आपको यह बताने की कोशिश करती हैं कि अगर आप ने तुरंत उनका प्रोडक्ट नहीं खरीदेंगे तो आप हमेशा के लिए यह मौका गवाँ देंगे। इस तरह वे आपको बताते हैं कि अगर तुरंत उस प्रोडक्ट को नहीं लिया गया तो बाद में उसे पा पाना बहुत मुश्किल हो सकता है।
इसके अलावा जब आप लाइन से हटकर कुछ उल्टा काम करते हैं, तो भी लोग आपकी तरफ आकर्षित हो जाते हैं। हालांकि कभी कभी इस तरह से काम करने से आपके पास लोगों की नफरत भी आ सकती है, लेकिन खुद को हाइलाइट करने का यह अच्छा तरीका है।
एक्साम्पल के लिए लेडी गागा को ले लीजिए जो कि अमेरिका कि एक सिंगर हैं। उन्होंने एक बार माँस से बने हुए कपड़े पहने थे। लोगों ने उन्हें इसके लिए पागल कहा, लेकिन इसके साथ ही वे बहुत ज्यादा खबरों में आने लगी थीं।
जब लोग आपके ऊपर भरोसा करते हैं, तो वे आपकी तरफ ज्यादा आकर्षित होते हैं
एक स्टडी में कुछ बच्चों को दो नजेट्स खाने के लिए दिए गए। एक नजेट को प्लेन पेपर में लगेटा गया था और एक को मैकडोनल्ड के पेपर में। जब बच्चों से पूछा गया कि कौन सा नजेट ज्यादा स्वादिष्ट था, तो उन्होंने मैकडोनल्ड के पेपर में लपेटे गए नजेट को ज्यादा स्वादिष्ट बताया, जबकि
दोनों नजेट्स एक ही जैसे थे।
इस तरह के बर्ताव के पीछे की वजह है भरोसा। मैकडोनल्ड का हर रेस्तरां देखने में एक जैसा लगता है, वहाँ के बर्गर का स्वाद हमेशा एक जैसा ही आता है, चाहे आप अपने शहर के रेस्तरां में खाइए या फिर कहीं बाहर के, आपको उसका स्वाद हमेशा एक ही मिलेगा। इस तरह से आप अगर
कभी अनजान शहर में जाते हैं और आपको यह फैसला करने में परेशानी होती है कि आपको कहाँ पर खाना चाहिए, तो मैकडोनल्ड सबसे अच्छा आप्शन होगा क्योंकि आपको पता है कि वहाँ पर आपको क्या मिलने वाला है।
भरोसे के बारे में एक बात खास है कि उसे कमाने में बहुत समय लग जाता है लेकिन गवाने में बिल्कुल नहीं लगता। लोगों का भरोसा जीतकर आप बहुत ज्यादा फायदा तो कमा सकते हैं, लेकिन अगर एक बार किसी गलती की वजह से उनका भरोसा टूटता है, तो उसे तुरंत बनाने की पूरी कोशिश आपको करनी होगी। ऐसा कर पाना एक बार के लिए मुश्किल भी हो सकता है।
एक्साम्पल के लिए मैगी को ले लीजिए। लोग जब दुकान पर जाते थे तो वे यह नहीं कहते थे कि नूडल दे दो, वे कहते थे मैगी दे दो। बहुत समय तक जब भी किसी व्यक्ति को तुरंत कुछ खाने की जरूरत महसूस होती थी, तो दिमाग में मैगी का नाम आता था। लेकिन उसपर ज्यादा मात्रा में मोनो सोडियम ग्लूटामेट मिलाने का इल्जाम लग गया जिससे लोगों का उसपर से भरोसा उठ गया। मोनो सोडियम ग्लूटामेट ज्यादा मात्रा में खाने से सेहत पर बुरा असर पड़ता है।
लेकिन बाद में यह खबर आई कि उसपर लगाया गया इजाम सिर्फ एक इल्जाम था। उन्होंने अपने ऐड में कहा- मैगी सेफ थी और सेफ है। इस तरह से उन्होंने लोगों का भरोसा फिर से जीता।
अपनी कंपनी को अच्छे से समझ कर लोगों को आकर्षित करने का सही तरीका अपनाइए
अब आप उन सात ट्रिगर्स के बारे में जान गए हैं जिनसे आप अपने ग्राहकों को या फिर किसी को भी अपनी तरफ आकर्षित कर सकते हैं। लेकिन इन में से किसका इस्तेमाल कर के आप ज्यादा से ज्यादा फायदे पा सकते हैं? इसके लिए आपके एक तीन स्टेप फार्मुले का इस्तेमाल करना होगा।
इवैलुएशन, डेवेलन्मेंट और एक्सेक्यूशन।
सबसे पहले बात करते हैं इवैलुएशन की। इसका मतलब होता हैं जाँच करना। इस स्टेप में आप अपनी कंपनी की जाँच कर के यह पता लगाने की कोशिश करते हैं कि आपके ग्राहक किस तरह से आपकी कंपनी के बारे में बात करते हैं, वे किस तरह से आपकी कंपनी को देखते हैं और कैस उससे जुड़ने की या फिर जुड़े रहने की कोशिश करते हैं।
जब ग्राहक एक कंपनी के साथ साथ जुड़ने लगते हैं तो वे उससे कुछ ज्यादा आकर्षित होने लगते हैं। एक्साम्पल के लिए एक व्हिस्की कंपनी अपने ग्राहकों को यह मौका देती है कि वे अपनी बोतल के लेबल पर अपना नाम लिखवा कर उसे पा सकते हैं। वे उन्हें फोटो, मैसेज या ईमेल कर से
उनसे जुड़ने की कोशिश करते हैं जिससे उनके ग्राहक उनसे आकर्षित होते हैं।
आप अपने जैसी दूसरी कंपनियों के बारे में भी पता लगा सकते हैं कि वे किस तरह से अपने ग्राहकों के साथ जुड़ने की कोशिश करते हैं। इस तरह से आप अपनी कंपनी के माडल पर भी कुछ खास ध्यान दे पाएंगे। इस तरह से आप यह पता कर पाएंगे कि दिए गए सात ट्रिगर्स में से किस ट्रिगर का इस्तेमाल कर के आप अच्छे नतीजे पा सकते हैं।
एक्साम्पल के लिए पिछले सबक में हमने मैकडोनल्ड की बात की थी। हमने देखा कि किस तरह वे वो अपने ग्राहकों को हर जगह एक जैसी सर्विस देख उनका भरोसा जीत पाता है। उसका ट्रिगर है – भरोसा। अगर आप अपनी कंपनी को अच्छे से समझने की कोशिश करेंगे तो आपको आपका ट्रिगर मिल सकता है।
अपनी कंपनी को कामयाब बनाने के लिए ट्रिगर का इस्तेमाल करने के आइडियाज़ पैदा कीजिए
अब हमने देख लिया कि किस तरह से आप एक सही ट्रिगर का इस्तेमाल कर के लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करने की कोशिश कर सकते हैं। एक बार आप ने अपनी कंपनी और अपने ग्राहकों को अच्छे से समझ कर यह पता कर लिया कि किस ट्रिगर का इस्तेमाल करने से आप फायदा
कमा सकते हैं, तो वक्त आ गया है उसका इस्तेमाल करने का।
यहाँ पर आप सातों ट्रिगर का इस्तेमाल एक साथ भी करने की कोशिश कर सकते हैं। यह जरूरी नहीं है कि हर ट्रिगर आपकी कंपनी या आपके ग्राहकों के ऊपर काम करे, लेकिन आपको ज्यादा से ज्यादा ट्रिगर्स का इस्तेमाल करना चाहिए ताकि आपके कामयाब होने की संभावना बढ़ जाए।
इसके बाद यह जानने की कोशिश कीजिए कि वो क्या है जिसे आपके ग्राहक पसंद करते हैं। वो क्या है जिसकी वजह से लोग आपका प्रोडक्ट इस्तेमाल करते हैं? एक बार आप यह पता लगा लेंगे तो आप ट्रिगर्स का इस्तेमाल अच्छे से कर पाएंगे।
एक्साम्पल के लिए नाइक को ले लीजिए जो कि एक जूते की कंपनी है। उसने सोचा कि लोगों को उसके पीछे की कहानी में बहुत इंट्रेस्ट आएगा। इसलिए उन्होंने अपने बिजनेस कार्ड पर वैफल आइरन की फोटो लगा दी। यह एक रहस्य की तरह काम करता है क्योंकि जब लोग उस इमेज को देखते हैं तो वे यह जानने की कोशिश करते हैं कि इसके पीछे की वजह क्या है।
नाइक के फाउंडर ने एक दिन रबड़ को वैफल आइरन में डाल दिया जिससे नाइक का लोगो तैयार हुआ था। इस तरह से लोग उसके पीछे की कहानी जानकर उसके साथ जुड़ने की कोशिश करते हैं।
इसके अलावा डिस्नी लैंड भी अपने ग्राहकों का भरोसा जीतने के लिए हमेशा एक तरह से काम करता है ताकि लोग जब वहां पर आएं तो उससे पहले उन्हें पता हो कि उन्हें वहाँ पर क्या मिलने वाला है। लेकिन साथ ही वे हमेशा कुछ नया लाने की कोशिश करते हैं ताकि लोग उस नई चीज़ को देखने के लिए वहाँ पर आएं और उनकी उत्सुकता बनी रहे।
अपने आइडिया को हकीकत में बदलने के लिए आपको अपनी टीम को मनाना होगा
जब तक आप अपने आइडिया को हकीकत में नहीं बदलते, तब तक आपके आइडिया के होने या ना होने में कोई अंतर नहीं होता। इसलिए आखिरी स्टेप पर आपको हर वो काम करना होगा जिससे आप अपने आइडिया को हकीकत में बदल सकें।
इसके लिए आपको अपनी ताकत को पहचानना होगा। आपको अपनी टीम को अपने मिशन के बारे में और अपने प्लान के बारे में बताना होगा ताकि वे इसमें आपकी मदद कर सकें। उनके बिना अकेले किसी काम को अंजाम दे पाना बहुत मुश्किल हो सकता है।
आपको एक प्रेजेंटेशन बना कर उन्हें अपनी बात अच्छे से समझानी होगी। अपने आइडिया की गहराई तक जाकर हर एक पहलू को अच्छे से समझाने की कोशिश कीजिए ताकि आप उन्हें इस बात के लिए राजी कर सकें। साथ ही उन्हें अपने आइडिया से संबंधित एक्साम्पल दिखाइए। उन्हें दिखाइए कि किस तरह से दूसरी कंपनियां उस तरीके काम इस्तेमाल कर रही हैं और किस तरह से वे कामयाबी पा रही हैं। अपने लोगों को बताइए कि आपका आइडिया क्यों काम करेगा।
आप पहले ही लोगों को आकर्षित करने के सात तरीके जान चुके हैं। इन तरीकों में से किसी एक तरीके का इस्तेमाल करने की कोशिश कीजिए अपने लोगों को मनाने के लिए। एक बार आपको उनका सहारा मिल जाए तो आप शुरुआत करने के लिए तैयार हैं।
अपनी कामयाबी निश्चित करने के लिए एक खास गोल तय कीजिए। आम गोल को देखकर लोगों के अंदर प्रेरणा पैदा नहीं होती है और वे समय के साथ काम करना बंद कर देते हैं। जब आप कुछ खास गोल तय करते हैं और आपको असल में पता होता है कि आप क्या हासिल करना चाहते हैं तो आप कुछ ज्यादा अच्छे से काम कर पाते हैं। अपने बड़े गोल को हासिल कर पाने के लिए उसे छोटे गोल्स में बाँट दीजिए। इस तरह से आप उसे अच्छे से पूरा कर पाएंगे।
Conclusion –
लोगों को आकर्षित करने के लिए सबसे पहले आपको उन्हें अच्छे से समझना होगा और फिर अलग अलग ट्रिगर्स का इस्तेमाल कर के उन्हें अपनी तरफ आकर्षित करना होगा।
यह सात ट्रिगर हैं – लस्ट, रहस्य, खतरा, शोहरत, पावर, रुकावट, भरोसा।
अपने ग्राहकों को अच्छे से समझ कर आप इन तरीकों को इस्तेमाल करने का तरीका खोज सकते हैं।
आपको क्या करना है?
अपनी बात मनवाने के लिए वाइस ट्रिगर का इस्तेमाल कीजिए।
जब आप लोगों को किसी काम को करने से या फिर कुछ खरीदने से मना करते हैं, तो वे उसी काम को करना चाहते हैं। इसलिए अगर आपको किसी से कोई काम करवाना है तो उनसे तुरंत वह काम करने के लिए मत कहिए, बल्कि उनसे अपने टापिक के आस पास बात कीजिए। फिर उन्हें बताइए कि उन्हें क्या करना है और फिर उनसे कहिए कि वे उस काम को ना करें। इस तरह से वे उस काम को करने के उत्सुक हो जाएंगे।
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