माइंड को कण्ट्रोल कैसे करे | How to Control Your Mind in Hindi

Hello दोस्तों, आज मैं आपको बताऊंगा कि कैसे आप अपने दिमाग कुछ सिंपल तरीके की मदद से अपने कण्ट्रोल में लेके आ सकते हैं इसके बारे आपको डिटेल में समझाऊंगा तो इसको ध्यान से पढ़े।

माइंड को कण्ट्रोल कैसे करे?

आप एक सुबह उठे। उठते ही आपको अजीब अजीब सी आवाजें सुनाई देने लगी है और वो आवाजें सिर्फ आप सुन पा रहे हो और आपको कुछ लोग दिखाई दे रहें हैं। ऐसे किसी भी इंसान को अगर आप भी देखोगे तो उसको पागल ही बोलोगे। लेकिन आपको पता है यही सब आपका माइंड 24 घंटे सातों दिन हर पल करता है।

Opinions, Decisions, ऐसा होगा तो कैसा होगा ! ये ना हुआ तो क्या होगा, सही-गलत, अच्छा-बुरा कोई न कोई विचार दिमाग में चलती रहती है।

बिज़नेस में कम्पटीशन के थॉट्स चलते हैं, रिश्तों में कम्युनिकेशन के थॉट्स चलते हैं, करियर में एलिवेशन के थॉट्स और अकेले हैं तो इमेजिनेशन के थॉट्स चलते हैं।

हमारा माइंड बिना रुके चलता रहता है इसको हम compulsive थिंकिंग कहते हैं और यही हमारे स्ट्रेस का, हमारे परेशानी का, हमारी उदासी कारण बनती हैं।

बोलूं या ना बोलूं ! बोलूंगा तो मजाक उड़ेगा, कैसे हसेंगे सब ! पिछली बार भी कुछ गलत निकल गया था मुँह से। बेटा रिजल्ट आने वाला है अगर मार्क्स कम आये तो ? और अगर फ़ैल हो गया तो ? फॅमिली का रिएक्शन ! मेरा करियर का क्या होगा ? यार आई एम नॉट वर्थ इट !!!

और कई बार कुछ ऐसी चीजें भी होती हैं न जो हम नहीं सोचना चाह रहे हैं, हम किसी थॉट्स से भागना चाह रहे हैं, मैं ऐसा नहीं सोचूंगा, लेकिन जैसे किसी पानी की बाल्टी में किसी बलून को हवा भरके कितना भी दवा लो वो ऊपर आएगा। वही चीज हमारे साथ होती है।

अच्छा आप एक बात बताओ जो भी आपके प्लेट में डाल दिया जायेगा क्या वो खा लोगे ? दूध में निम्बू घोलके दे दिया जाये, कोक में cheese मिलाके दे दिया जाये, आपकी प्लेट में कचरा भरके दे दिया जाये ! अरे कुछ भी खा लोगे ना तो पेट ख़राब हो जायेगा, अंदर भयानक गड़बड़ हो जाएगी। और यही चीज हम बचपन से करते आ रहे हैं। जो भी थॉट्स हमें दे दिए गए उनको हम अपनी लाइफ का पार्ट मानते गए।

हमारे पेरेंट्स, हमारे रिलेटिव्स, हमारे फ्रेंड्स, स्कूल environment, जो भी हमे परोसता गया अच्छा या बुरा हम लेते गए और वही से बना हमारा डर, हमारा कॉन्फिडेंस, हमारे रिलीजियस और पोलिटिकल व्यूज, हमारी ख़ुशी और हमारे गमके कारण और इन्हीं में से कुछ थॉट्स हमारे अंदर भयानक गड़बड़ करते हैं। जिसकी वजह से हम जल्दी उदास हो जाते हैं, छोटी-छोटी बातों में परेशान हो जाते हैं।

अब क्यूंकि आपको आवाजें सुनाई दें रही है तो आपके घरवाले आपको डॉक्टर के पास लेके जा रहे हैं, पर जो गाड़ी चला रहा है उसको अच्छे से गाड़ी चलानी नहीं आती, गाड़ी कही भी जा रही हैं।

जैसे गाड़ी अच्छे से चलानी है तो उसको समझना होगा वैसे ही अगर माइंड को अच्छे से चलाना है तो उसको भी समझना होगा। आपको लगता होगा आपके माइंड में जो चल रहा है वो आपकी आवाज़ है। लेकिन सच ये है कि वो आपकी आवाज़ नहीं हैं, वो आपके माइंड में डाले गए हज़ारों-लाखों थॉट्स का रिजल्ट्स है।

इनमें से बहुत सी बातों का आपकी इस मोमेंट से कोई रिलेशन नहीं है। बहुत सी बातें आपकी पास्ट के नेगेटिविटी से प्रोग्राम्ड है। उनका आपके आज से कोई लेना देना नहीं है।

आपका माइंड आपके पास्ट के एक्सपेरिएंसेस के बेस पे आपको फ्यूचर का गलत scene दिखाता है। आपके पास्ट के बेस पे प्रेजेंट का नुकसान करता है।

अब आप डॉक्टर के पास पहुँच गए। डॉक्टर आपको चेक करने लगें, उसने आपको स्टैथौस्कोप की जगह हैडफ़ोन लगा लिए, आपको ये सही नहीं लगेगा क्यूंकि हैडफ़ोन इस चीज के लिए नहीं बने हैं। इसी तरह से आपका माइंड दुखी होने के लिए नहीं बना, आपका माइंड खुश रहने के बना है, एक अच्छी जिंदगी जीने के लिए है।

अपने माइंड को कण्ट्रोल करने का कुछ टिप्स

• आप अभी 30 सेकण्ड्स के लिए आप ये सोचो कि आप अपने माइंड में अभी क्या सोच रहे हो ! अपने थॉट्स को observe करने की कोशिश कीजिये। ऐसे ही आज आप इस चीज को कई बार करने कि कोशिश कीजिए। देखो अपने माइंड में चल रही शोर को, शोर को सुनने की कोशिश करो।

• जब आप observe करोगे तो आपको समझ आएगा कैसे आपके थॉट्स बहते जाते है। कैसे बॉल की वो बाउंस कर रहे हैं। कई बार आपको ट्रैन ऑफ़ थॉट्स नजर आएगी। जैसे ये रिपोर्ट बनाके खत्म करो, ईमेल भेजो, उस प्रोजेक्ट को पढ़ो। इसके पैटर्न को देखो, आपको अपने थॉट्स के साथ बहना नहीं है, आपको इमोशनल नहीं होना। वो थॉट्स है आप नहीं हो, आपको उसके साथ जुड़ना नहीं है, डिबेट नहीं करना है, कोई तर्क-वितर्क नहीं करना है। बस अपने थॉट्स को observe करना है।

• शुरू में कुछ सेकण्ड्स ही कर पाओगे। मतलब आप शुरुवात में कुछ सेकंड के लिए ही अपने माइंड के अंदर चले हुए थॉट्स को observe कर पाओगे। फिर बह जाओगे। धीरे धीरे प्रैक्टिस के साथ ये ऑब्जरवेशन बढ़ता जायेगा। फिर कुछ मिनट्स कर पाओगे और बढ़ाते जाओगे।

• जैसे एक समुंदर की आवाज आपको एक साउंड लगती है। लेकिन अगर आप उसको ध्यान से सुनोगे तो आपको उसके अंदर कई आवाजें, कई साउंड्स सुनने को मिलेगा।

जब आप दिमाग में चल रही बातों को सुनोगे ना तो एक थॉट्स के पीछे आपको कई आवाजें नजर आएंगे। आपको नजर आएगा कैसे आपने अपने बारे में beliefs क्रिएट करें हैं, कैसे अपने बारे में सोच बनाई है। कहाँ से आयी है। कई डीप रूटेड beliefs जो आपका नुकसान कर रहे हैं। खुद पे जो आपने शक करना शुरू कर दिया, जो आपने कई चीजों में डरना शुरू कर दिया आप समझोगे कि बहुत सी चीजें पास्ट से निकली है, बहुत सी चीजें बचपन से निकली है।

यार मैं बच्चा था ! इतस ओके, अब मैं बड़ा हूँ। वो भी बच्चे थे जब बोल रहे थे। क्यों दिल पे लगा के बैठा हूँ वो मेरा पास्ट था, वो मेरा आज नहीं हैं। आप अपने बारे में कई नए beliefs क्रिएट कर पाओगे। आप अपने बारे में अपनी सोच बदल पाओगे।

हर चीज सोच से शुरू होती है, सोच ही आपको एक बेहतर इंसान बनाती है और सोच ही आपको डुबाती है। “अगर अपनी सोच को समझ लिया, तो समझ लो अपनी जिंदगी को समझ लिया।”

जब आप अपनी सोच को समझ जाओगे तो –

  •  आप जिंदगी की कई नए एंगल्स को एक्स्प्लोर कर पाओगे।
  •  आप अपने माइंड कि एनर्जी waste नहीं करोगे ज्यादा फोकस कर पाओगे।
  •  माइंड को शार्प कर पाओगे।
  •  डिसिशन बेटर ले पाओगे।
  •  प्रॉब्लम आने पे आप रुकोगे नहीं प्रोब्लेम्स को फेस कर पाओगे साहस या हिम्मत के साथ।
  •  ज्यादा खुश रह पाओगे।
  •  जिंदगी को खुल के जी पाओगे।
  •  जिंदगी में शांति ला पाओगे।

तो दोस्तों क्या आपको पता चल गया है कि कैसे आप अपने माइंड के अंदर के थॉट्स को समझने से आप अपने माइंड को अपने हिसाब से कण्ट्रोल कर पाओगे। अगर आपका कोई सवाल या सुझाव है और आपको ये दिमाग को कण्ट्रोल करने का टिप्स आपको कैसा लगा मुझे नीचे कमेंट करके जरूर बताए। और इस माइंड कण्ट्रोल टिप्स को अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर कीजिये।

आपका बहुमूल्य समय देने के लिए दिल से धन्यवाद,

Wish You All The Very Best.

2 thoughts on “माइंड को कण्ट्रोल कैसे करे | How to Control Your Mind in Hindi”

  1. bhut hi badiya article hain sir, aapne bhut hi simple tarikese bataye hain ki kaise hum humare dimag ko control kar sakte hain, iske liye apko bhut bhut dhanyavad. ese aur article likhiye.

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