असंभव कुछ नहीं
एक बार स्वामी विवेकानंद जी उनके गुरु श्री रामकृष्ण परमहंस जी के साथ कही जा रहे थे। तभी रास्ते में उन्हें एक आदमी मिला, जो पत्थर पर कुछ बना रहा था। तभी श्री रामकृष्ण परमहंस जी ने उनसे पूछा कि तुम ये क्या बना रहे हो? तभी उस आदमी ने जवाब दिया की मैं एक … Read more