Hello दोस्तों, ये कहानी है भगवान श्री कृष्ण की एक सच्ची घटना, जो घटना 2013-2014 के दौरान सारे लोगों के सामने आया। अगर आपको जानना है की कैसे उन्होंने एक छोटे बच्चे के रूप धरकर एक हलवाई वाले से दूध ख़रीदा, तो ये छोटी सी कहानी आगे पढ़िए।
हमने देवी-देवताओं की कई कहानियां सुनी है, पर सभी कहानियों में एक देव ऐसे हैं जिनकी शरारते थामे नहीं थमती।
भगवान श्री कृष्ण के कई ऐसे किस्से हैं जिन्हें सुनकर हम सब बड़े हुए हैं। पर एक किस्सा ऐसा है, जो आपके होश उड़ा देगा।
मथुरा के पास वृन्दावन शहर में एक मंदिर है, जिसे निधिवन मंदिर नाम से लोग जानते हैं।
वहां की लोगो का माने तो वहां रोज रात को भगवान श्री कृष्ण, माता राधा और 16,108 गोपियों को लेकर आते हैं और रासलीला रचाते हैं।
उस रासलीला में भगवान श्री कृष्ण सबसे साथ नाचते हैं और उसी नृत्य के जरिये अपना प्रेम सभी में बांटते हैं।
मंदिर के पास एक रंगमहल भी है, जहाँ कहा जाता है कि श्री कृष्ण रासलीला के लिए राधा का सिंगार यानी उन्हें तैयार करते हैं।
वहां रोज रात में मंदिर के कार्यकर्ताओं द्वारा श्रृंगार का सामान रखा जाता है।
साथ ही वहां एक bed भी रखा गया है, क्यूंकि मान्यता के हिसाब से रासलीला के बाद भगवान श्री कृष्ण और माता राधा वही आराम भी करते हैं।
कई बार वृन्दावन की लोगों ने उस मंदिर से रात के समय पायल और घुंगरू की आवाजें सुनी है।
वैसे तो वहां किसी को जाना मना है, लेकिन अगर कोई गलती से भी या चुप-चुपके रात के समय उस मंदिर में चला जाये और श्री कृष्ण की रासलीला देख ले तो वो अंधा, गूंगा और बहरा हो जाता है।
रंगमहल में रोज रात को दूध रखा जाता है, जब सुबह होती है तो कभी वो दूध का बर्तन खाली होता है, तो कभी दूध इधर-उधर बिखरा हुआ होता है।
साथ ही कमरे में रखा हुआ श्रृंगार का सामान भी बिखरा हुआ होता है।
एक होश उड़ा देने वाला किस्सा तब हुआ जब एक सुबह मंदिर के पुजारी ने मंदिर का दरवाजा खोला और उसने देखा की भगवान श्री कृष्ण की मूर्ति में लगे सोने के कुंडल उनके कानों से गायब थे।
पुरे शहर में अफरा-तफरी मच गई, चोर को ढूंढने के लिए पुलिस ने छानवीन भी शुरू कर दी।
जब ये बात एक हलवाई वाले को पता चली तो वो सीधा पुलिस के पास गया और वो सोने के कुंडल उसने उन्हें दे दिए।
जब उसने पुलिस को वो सोने का कुंडल दिया, उसके बाद उन्होंने पुलिस को बताया कि कल देर रात उसके पास एक सांवले रंग का करीब 11-12 साल का एक लड़का आया था।
उसने उस हलवाई से दूध और खीर माँगा, लेकिन पैसे ना होने की वजह से उसने उस लड़के को भगा दिया।
कुछ देर बाद, जब वो हलवाई अपनी दुकान बंद कर रहा था, तब वो लड़का फिर से उसके पास आया और वो उससे कहने लगा कि उसके पास पैसे नहीं है, उस लड़के ने अपने कान से कुंडल निकाले और उस हलवाई को दे दिया।
उसने विनती की कि इसके बदले में वो उसे दूध और खीर दे दें।
हलवाई वाला भी मान गया, वो लड़का दूध और खीर लेते ही वहां से गायब हो गया।
हलवाई वाला ने कहा कि उसे बिलकुल नहीं पता था कि कुंडल सोने के हैं और मंदिर से चोरी हुए हैं।
मंदिर के पुजारी ने जब ये बात सुनी तब वो हक्का-बक्का रह गया।
उसे याद आया की पिछली रात वो मंदिर में भगवान श्री कृष्ण के लिए दूध रखना ही भूल गया था।
तब उसे समझ आ गया की वो सांवला लड़का और कोई नहीं बल्कि श्री कृष्ण थे, जिन्हें दूध चाहिए था, जिन्होंने कोई चोरी नहीं की थी, बल्कि वो उन्हीं के कुंडल थे।
मंदिर के पुजारी ने अपनी भूल के लिए भगवान श्री कृष्ण से क्षमा मांगी और उनकी मूर्ति को कुंडल वापस पहना दिए।
देखते ही देखते ये किस्सा पुरे वृन्दावन में मसूर हो गया।
भगवान श्री कृष्ण की ये लीला देख कर लोगों की मान्यता उनकी तरफ और गहरी हो गयी।