ये बुक एक Novel है और ये Novel में एक भेड़े चढ़ाने वाले एक लड़के के बारे में है जिन्होंने खजाना धुंध कर बिना अपना दिमाग लगाए बहुत जगह इधर-उधर भटके रहे और अंत में उसको पता होता है की वो जहा रहता था वही उसका खजाना था, और उसको कैसे उनका खजाना का पता चलता है, इसी के ऊपर पूरा Novel लिखी गयी है।
दोस्तों हम भी ऐसे ही करते है की अपना छुपा हुआ खजाना मतलब ज्ञान को हम ढूंढ ही नहीं पाते, जिससे हम अपने जिंदगी में success हो सकें, तो इस बुक की summary को पढ़े और इससे इसका ज्ञान हासिल करें, Indirectly ये हमारे Life के बारे में ही बताता है। वैसे ये बहुत ही interesting कहानी है।
The Alchemist Book Summary in Hindi – खजाना
पार्ट Ⅰ
ये स्टोरी एक शेपहर्ड लड़के की है जिसका नाम सेंटीयागो था. वो स्पेन के एंडाल्यूसिया में रहता था और भेड़े चराता था. एक बार वो अपनी शीप्स चराते हुए किसी जगह पर पहुंचा जहाँ एक शॉपकीपर की काले बालो वाली सुंदर लड़की से उसकी मुलाकात हुई जो उससे उन खरीदने आती थी.
सेंटीयागो को वो लड़की बड़ी अच्छी लगती थी और हर बार की तरह इस साल भी वो उस लड़की से मिलने की उम्मीद में उसी जगह पर वापस जाने की सोच रहा था. वो स्पेन के हिंटरलैंड एरिया में अपनी शीप्स लेके घूमता था जहाँ घास और पानी की कोई कमी नहीं थी.
रात में ठंड से बचने के लिए वो एक जैकेट रखता था लेकिन दिन में बड़ी गर्मी होती थी इसलिए उसे जैकेट लेके घूमना पसंद नहीं था. “लेकिन लाइफ में किसी भी चेंज के लिए रेडी रहना चाहिए, चाहे दिन हो या रात या लाइफ में बड़ी चीज़े” ये खुद बात से कहा करता था क्योंकि जैकेट उसे रात में ठंड से बचाती थी.
उस लड़के की फेमिली चाहती थी कि वो एक प्रीस्ट बने लेकिन उस लड़के को ट्रेवल करने का बड़ा शौक था इसलिए वो एक शीपहर्ड बन गया ताकि वो अपनी शीप्स के साथ हमेशा घूमता रहे.
उसे एक ही ड्रीम दो बार आया जब रात में वो एक चर्च के एक टूटे हुए कमरे में सो रहा था जहाँ पर एक बड़ा सा पेड़ उग आया था. फिर वो एक मिस्टिक लेडी से मिलने तारीफा नाम के टाउन में चला, जो ड्रीम्स के मतलब बताती थी.
तो उस जिप्सी औरत ने उस लड़के के ड्रीम का मतलब ये बताया कि उसे ईजिप्ट के पिरामिड जाना चाहिए जहाँ उसे एक खजाना मिलेगा. और जब उसे वो खजाना मिल जाए तो उसका दसंवा हिस्सा फीस के तौर पर वो उस जिप्सी लेडी को दे दे.
लेकिन उस लड़के ने इस बात पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया और टाउन में घूमने लगा. फिर उसे एक ओल्ड मेन मिला. पहले तो सेंटीयागो उससे बात करने में ज़रा भी इंटरेस्ट नहीं था लेकिन उस ओल्ड मेन की विजडम ने उसे इम्प्रेस कर दिया और वे दोनों बाते करने लगे.
उस ओल्ड मेन ने बताया कि वो सालेम का राजा है. उसने सेंटीयागो को अपने ड्रीम यानी खजाने तक पहुँचने में हेल्प भी की. उसने सेंटियागो को ये भी बताया कि वो अक्सर लोगो को उनकी डेस्टिनी तक पहुँचने में किसी ना किसी तरह से हेल्प करता है. अब क्योंकि सेंटियागो ने अपनी डेस्टिनी तक पहुँचने से पहले ही हार मान ली थी इसलिए वो उसे सही रास्ता दिखाने के लिए उसके पास आया था.
उस ओल्ड मेन ने उससे कहा कि लाइफ हमेशा हमें कुछ साइन या क्ल्यूज़ देती है ताकि हम राईट डायरेक्शन चूज़ कर सके. फिर उसने सेंटियागो से कहा कि उसे बाकि की गाइडेंस लेसन के लिए फीस के तौर पे अपनी शीप्स का दंसवा हिस्सा देना होगा. अगले दिन सेंटियागो फिक्स टाइम पर उस ओल्ड मेन से मिला जिसने उसे दो स्टोंस यानी पत्थर दिए. इनमे से एक स्टोन ब्लैक था और दूसरा व्हाईट.
उस ओल्ड मेन ने सेंटियागो से कहा कि अपनी मंजिल की तलाश में अगर उसे कभी भी कोई कन्फ्यूजन हो तो इन दोनों स्टोंस की हेल्प से वो अपना डिसीज़न ले सकता है. उसने उसे ये भी एडवाइस दी कि अगर उसे कोई गुड ओमेन दिखे तो ध्यान रखे जो उसे उसकी डेस्टिनी तक पहुँचने में हेल्प करेंगे. तभी अचानक एक बटरफ्लाई सेंटियागो के फेस के उपर से उडी जोकि एक गुड ओमेन था. ———-
और फिर उसी दिन वो लड़का अफ्रीका के टंगीयर नाम की जगह पहुंचा. वहां पर वो एक बार में बैठा था कि एक आदमी उसके पास आया. उस आदमी में स्पेनिश में उससे पुछा कि वो इस नयी जगह में क्या करने आया है. अब उस लड़के के लिए ये एक और ओमेन था. सेंटियागो ने उसे कहा कि उसे पिरामिड्स तक जाना है और अगर वो आदमी गाइड बनाकर उसे वहां तक ले जाए तो वो उसे पैसे देगा.
वो आदमी सेंटियागो से पैसे लेकर बिज़ी मार्किट में कहीं गायब हो गया और सेंटियागो देखता रह गया. वो बड़ा उदास हुआ फिर अचानक उसे वो दो स्टोंस याद आये. जब उसने वो स्टोंस अपनी पॉकेट से निकाले तो उसे उस ओल्ड मेन की बात याद आ गयी.
उस ओल्ड मेन ने कहा था “अगर तुम किसी चीज़ को दिल से चाहो तो ये सारी कायनात उसे तुमसे मिलाने में मदद करती है”
उन दो स्टोंस को देखके सेंटियागो को लगा कि जैसे वो ओल्ड मेन एक स्पिरिट की तरह उसके साथ है और उसे खजाने की खोज में आगे बढ़ने के लिए इंस्पायर कर रहा है. अपना पैसा खोने के बावजूद सेंटियागो ने हार नहीं मानी और अपने शिपहर्ड के एक्स्पिरियेंश से किसी तरह उस अजनबी शहर में सर्वाइव कर लिया. अब उसका सेल्फ बीलीफ़ और कोंफिड़ेंश और भी स्ट्रोंग हो गया था ——
फिर उसे एक क्रिस्टल सेलर मिला. सेंटियागो ने उस क्रिस्टल सेलर से कहा कि अगर वो उसे खाना खिला दे तो बदले में वो उसका कुछ काम कर सकता है. उस शॉप कीपर ने उसे लंच कराया और फिर उससे अपनी शॉप में रखी ग्लास की चीज़े साफ़ करने को कहा. जब वो ग्लासवेयर साफ़ कर रहा था तो उसी टाइम शॉप में दो कस्टमर्स ने आकर कुछ सामान खरीदा. अब वो शॉप वाला भी ओमेन में बीलिव करता था तो उसने सेंटियागो को हमेशा के लिए काम पे रख लिया.
लेकिन सेंटियागो को वहां काम नहीं करना था, उसे तो पिरामिड्स जाने के लिए पैसो की ज़रुरत थी. उसकी बात सुनकर वो शॉप वाला हंसा और उसने बताया कि पिरामिड्स वहां से हज़ारो किलोमीटर दूर है और वहां तक जाने के लिए ढेर सारा पैसा चाहिए. ये सुनकर सेंटियागो का इरादा बदलने लगा उसने सोचा क्यों ना काम करके इतना पैसा कमाया जाए कि वो वापस अपने नेटिव प्लेस जाकर शीप्स खरीदे और फिर से शिपहर्ड का काम शुरू कर दे. ——
पार्ट II
वो लड़का क्रिस्टल्स के लिए एक नया केबिनेट बनाना चाहता था ताकि वो जल्द से जल्द ढेर सारा पैसा कमा सके और वापस अपने टाउन जाकर शिपहर्ड का काम शुरू कर सके. शॉप कीपर ने उसकी बात मान ली क्योंकि उसे सेंटियागो से सिम्पेथी थी.
वो खुद कई सालो से मक्का जाने का ख्वाब देख रहा था लेकिन कभी जा नहीं पाया था, तो इसलिए वो चाहता था कि कम से कम सेंटियागो की विश पूरी हो.
इसलिए उसने सेंटियागो को एडवाइस दी कि उसे क्रिस्टल के ग्लासों में चाय बेचनी चाहिए जिससे ज्यादा कस्टमर अट्रेक्ट हो सके. हालांकि उसकी शॉप अच्छी चल रही थी और उसे ज्यादा मेहनत करके शॉप को एक्सपेंड करने की कोई जरूरत नहीं थी फिर भी वो सेंटियागो की हेल्प करने के लिए तैयार हो गया. क्योंकि सेंटियागो की डेस्टिनी में उस शॉप कीपर के इस डिसीज़न का भी कंट्रीब्यूशन था.
और इस डिसीज़न से एक बड़ा चेंज आया क्योंकि क्रिस्टल ग्लास में चाय बेचने से ये शॉप बड़ी फेमस हो गयी थी और इसे एक बड़ी कमर्शियल सक्सेस मिली थी. जब सेंटियागो के पास काफी पैसा जमा हो गया तो उसने अपने घर वापस जाने का डिसीजन लिया.
लेकिन जाने से पहले वो शॉपकीपर से ब्लेस्सिंग्स लेना चाहता था. शॉप कीपर ने उसे ब्लेस्सिंग दी और साथ ही ये प्रेडिक्ट भी किया कि सेंटियागो वापस स्पेन नहीं जा पायेगा. सेंटियागो ने अपना सारा सामान समेटा और किंग के दिए दो स्टोंस भी अपनी पॉकेट में रख लिए. ———
जैसे ही वो एंडाल्यूसिया जाने के लिए तैयार हुआ कि तभी उसे एक ख्याल आया. जो कुछ भी अब तक उसके साथ हुआ था, उसने उस सब के बारे में सोचा.
उसे अचानक ख्याल आया कि वो जब चाहे अपने देश जाकर शीप्सहर्ड बन सकता है लेकिन पिरामिड्स जाने का मौका उसे दुबारा नहीं मिलेगा. किंग के दिए उन दो स्टोंस को देखकर उसे ये ख्याल आया था. वो अपने डिसीज़न पर गौर करने लगा. अब उसने अपना माइंड चेंज कर लिया था और पिरामिड्स जाने के लिए निकल पड़ा.
वो एक वेयर हाउस पहुंचा जहाँ उसे एक इंग्लिशमेन मिला जो काफी बातो मे सेंटियागो की तरह था. वो आदमी उन दो स्टोंस को भी पहचानता था जो सेंटियागो के पास थे. ये और ओमेन था सेंटियागो के लिए. फिर वे दोनों ईजिप्ट जाने वाले एक कारवाँ के साथ-साथ चलने लगे जिसका सरदार एक दाड़ी वाला आदमी था.
वो कारवाँ एक रेगिस्तान से गुज़र रहा था. कारवाँ में पहले तो काफी चहल पहल हो रही थी लेकिन फिर सब चुपचाप चलने लगे. जर्नी के दौरान सेंटियागो की अपने ऊंट चलाने वाले से दोस्ती हो गयी और दोनों अपनी-अपनी लाइफ के बारे में एक दुसरे को बताने लगे.
दोनों को एक फिलोसिफिकल ट्रऊथ का एहसास हुआ. उन्हें फील हुआ कि जैसे डेस्टिनी ने हर चीज़ पहले से प्लान कर रखी है क्योंकि लाइफ में हर एक चीज़ किसी दूसरी चीज़ से जुडी हुई है. जर्नी के बीच-बीच में उन्हें बेडूइन्स भी मिल जाते थे जोकि डेजर्ट के मिस्टीरिय्स प्रोटेक्टर ट्राइब थे. वे उन्हें डेजर्ट के डाकुओ और आने वाले खतरों के बारे में अलार्म करके फिर से गायब हो जाते थे. एक बार तो उन्हें ये भी इन्फोर्मेशन मिली कि ट्राइबल्स के बीच में वार होने वाली है जिसे सुनकर सारे लोग डर गए थे लेकिन वापस लौटना अब पोसिबल नहीं था. और जब वापस जाना मुमकिन ना हो तो आगे बढ़ते रहना ही एक पोसिबल रास्ता होता है. ——–
जैसे जैसे वे लोग आगे बढ़ रहे थे, वो इंग्लिशमेन डेजर्ट में और ज्यादा इंटरेस्ट लेता गया और वो लड़का उस इंग्लिशमेन की बुक्स में. तो ये एक तरह का छोटा सा रोल रिवर्सल था. वो इंग्लिशमेन किसी भी मेटल को गोल्ड में चेंज करने के आर्ट यानी कि अल्केमी में इंट्रेस्टेड था.
लेकिन सेंटियागो जितना उन बुक्स को पढता गया उतना ही ज्यादा कन्फ्यूज़ होता गया क्योंकि उसे उन बुक्स की लेंगुएज और उनमे बने सिम्बल्स कुछ समझ नहीं आ रहे थे. वो ये सब ईजी वे में सीखना चाहता था लेकिन उस इंग्लिशमेन ने कहा “हायर नॉलेज उसी को मिलती है जो खूब सारा टाइम देकर बड़ी मेंहनत से ये किताबे पढ़ते है”.
अब उनका कारवाँ तेज़ी से आगे बढ़ता जा रहा था और वे लोग ट्राइबल वार से बचने के लिए रात-दिन बिना रुके चलते जा रहे थे. और फ़ाइनली उनका कारवाँ ट्राइबल वार से बचता-बचाता किसी तरह ओएसिस तक पहुँच ही गया. फिर वो अल्केमिस्ट अपने ओमेन के सजेशन पर बड़ी बेसब्री से एक आदमी का इंतज़ार करने लगा जो उसे कुछ सीक्रेट्स बताने वाला था. अपने हथियार उतारने के बाद कारवाँ के लोगो को ओयसिस में ठहरने के लिए जगह मिली. और फिर नेक्स्ट डे वो इंग्लिशमेन उस लड़के के साथ अल्केमिस्ट की तलाश में निकल पड़ा.
वे एक कुंए के पास पहुंचे. वहां काले कपड़ो में कुछ औरते खड़ी थी. सेंटियागो को किसी ने बताया था कि वहां मैरिड औरतो से बात करना मना है इसलिए वे लोग वेट करते रहे. कुछ देर बाद उन्हें एक अनमैरिड औरत कुंए की तरफ आती दिखी. वो इतनी खूबसूरत थी कि सेंटियागो उसे देखता ही रह गया. और तब पहली बार उसे लव की लेंगुएज समझ आई जो सारी दुनिया में एक सी बोली जाती है. उसका दिल गवाही दे रहा था कि वे दोनों एक दुसरे के लिए ही बने है.
तो दोस्तों आपको आज का यह समरी (The Alchemist Book Summary in Hindi | खजाना ढूंढने की कहानी) कैसा लगा नीचे कमेंट करके जरूर बताये और इस (The Alchemist Book Summary in Hindi) को अपने दोस्तों के साथ share करना न भूले। वैसे आप तो भूलते नहीं हो……
Good story
But plz define Alchemist
Thank you very much. we will try.
VERY NICE SUMMERY
Thank you
what a amazing story