Personality Development in Hindi – आप इस दुनिया के सबसे Important Person है

Hello दोस्तों, क्या आप जानते हैं की हमारे लाइफ में बहुत इम्पोर्टेन्ट चीज क्या है ? तो अगर आप नहीं जानते है तो मैं आपको बता दूँ वो है एक Personality. और 99% लोग अपने पर्सनालिटी को कभी बेहतर बनाने की कोशिश करते ही नहीं है। लेकिन जो 1% लोग है जिन्होंने अपना पर्सनालिटी डेवेलोपमेंट कर लिया वो लाखों तारे के बीच में भी चाँद की तरह रोशनी देता है मलतब चमक उठता है।

हमारे स्कूल, कॉलेज में किताबी ज्ञान तो ले लेते है, जो ज्यादातर हमारे काम की चीज होता नहीं है, लेकिन जो हमारे लाइफ में जरुरी है उसको कभी भी नहीं बताया जाता, जिंदगी में भी बहुत कम बताया जाता है की अच्छी पर्सनालिटी बनाते कैसे है। क्यूंकि जब तक आपके पास एक अच्छी पर्सनालिटी, एक स्ट्रांग पर्सनालिटी नहीं होगी आप लोगो को इन्फ्लुएंस नहीं कर सकते और आप खुद नहीं जान सकते की आप जिंदगी में ग्रो कैसे करेंगे !

तो आज मैं इस आर्टिकल/पोस्ट में एक अच्छी पर्सनालिटी डेवेलोपमेन्ट करने के लिए कुछ टिप्स या तरीका जानेंगे, की आप खुद में बदलाव कैसे ला सकते हैं।

तो चलिए शुरू करते हैं –

आप इस दुनिया के सबसे इम्पोर्टेन्ट Person है

फ्लाइट टेक ऑफ करने से पहले एक सिक्योरिटी मैसेज आता है और उसमें वो बताते है की कभी ऑक्सीजन की कमी हो तो ऊपर से ऑक्सीजन मास्क गिर जायेंगे।

उसके बाद वो ऐसी चीज बोलते हैं जो सिर्फ फ्लाइट सिक्योरिटी के लिए नहीं, जिंदगी के लिए भी एक बहुत बड़ी सीख है, वो ये बोलते हैं – “दुसरो को ऑक्सीजन मास्क लगाने से पहले ये सुनिश्चित कीजिये की आपने अपने ऊपर वो ऑक्सीजन मास्क लगाया हुआ है”

यानी “दूसरों की मदद करने से पहले आपको खुद की मदद पहले करनी पड़ेगी।”

और ये एक बहुत ही unpopular सा ओपिनियन है क्यूंकि हमारा कल्चर, हमारी उपब्रिंगिंग में हमे ये बहुत बार बताया जाता है की दूसरों को अपनी आगे रखो, लोगो की क़द्र करो, उनकी इज्जत करो, अगर उनको कुछ चाहिए तो अपना पेट काटके उनकी मदद करो, और वो सब कुछ सही भी है।

लेकिन जब आप अपनी जिंदगी के बारे में कुछ सोचेंगे तो ये सबसे इम्पोर्टेन्ट है आपको याद रखनी पड़ेगी की जब तक आप अपने लिए अपना बेस्ट वर्शन नहीं बन पाएंगे, आप किसी और के लिए कभी कुछ नहीं कर पाएंगे।

क्यूंकि जब तक आप पूरी दुनिया के सामने अपने आप को आगे नहीं रखेंगे, पूरी दुनिया को आपका एक लैसर, एक कमी भरा वर्शन ही दिखेगा।

तो आज हम इस आर्टिकल में इन सारे क्वेश्चन के बारे में बात करेंगे, जो पर्सनालिटी डेवलपमेंट के सबसे पहला स्टेप है –

  1. अपने आपको importance देना जरुरी क्यों है ?
  2. बाकि लोगों की वजह से हमारी जिंदगी में क्या इम्पैक्ट आता है ?
  3. अपने आपको importance देने का मतलब क्या है ?
  4. वो कौनसी चीजें है जो पर्सनालिटी डेवलप करने के लिए आप आज से शुरू कर सकते हैं, जिससे आप अपने आपको दूसरों से ज्यादा importance देने लगेंगे ? और उसकी वजह से आपकी जिंदगी में एक ऐसा चेंज आएगा जो दूसरों को दिखने लगेगा।

पहला – अपने आपको सबसे ज्यादा Importance दीजिये

हम सबकी जिंदगी में कोई ऐसा दोस्त है, कोई ऐसा रिश्तेदार है, जिनसे अच्छा रिश्ता-नाता है, जो हमे फ़ण्डामेंटली (मूल रूप में) ख़ुशी नहीं देता है। वो जो हमारे बारे में सोचते हैं, वो हमे डिस्टर्ब करता है, जो भी वो हमें कहते हैं वो हमारे दिमाग में या जेहन में रह जाता है। हम कभी भी कुछ भी सोचते हैं तो हमेशा साथ में ये सोचते है की वो इंसान क्या सोचेगा।

असलियत ये है की हम अपनी पूरी जिंदगी दूसरों के सोच में गवां देते हैं।

दूसरे क्या सोच रहे होंगे, लोग क्या कहेंगे, और ये बहुत obvious है की जब तक आप दूसरे लोगों को अपने आपसे ज्यादा इम्पोर्टेंस देंगे की वो आपके बारे में क्या सोच रहे हैं, सबसे ज्यादा important होगा, और उसकी वजह से आप अपनी जिंदगी में कुछ भी सही नहीं कर पाएंगे।

आप एक रूम में घुसते हैं, आपके सामने बहुत सारे नए लोग हैं और आप सडनली ये सोचने की कोशिश करते हैं की लोग मेरे बारे में क्या सोच रहे होंगे ! इसकी वजह से क्या होता है – लोग आपको पसंद नहीं आते हैं, जिनसे आप नफरत करने लगते हैं और जो लोग आपको पसंद आते है उसकी हर बात आपको पसंद आने लगती है, जैसे की वो सब कुछ सही बोलते है।

हम हमेशा लोगों को एक तराजू पे तोलना शुरू करते हैं। लेकिन हम कभी भी अपने आप को ऑब्जेक्टिव नहीं देख पाते हैं की मैं कौन हूँ, मैं उस इंसान को क्या दे सकता हूँ, मैं उस इंसान से क्या ले सकता हूँ, और मेरे लिए जरुरी चीज क्या है !!

तो सबसे जरुरी बात ये है की आप अपनी जिंदगी में सबसे इम्पोर्टेन्ट पर्सन है और ये आपको सुनिश्चित करना होगा और बात आप आज जानेंगे।

आपकी जिंदगी में आपसे ज्यादा importance किसी और को नहीं मिलनी चाहिए, क्यूंकि जब तक आप अपनी मदद खुद नहीं कर पाएंगे, आप किसी भी रिश्ते को, आप किसी भी इंसान को और आप किसी भी काम को अच्छे से नहीं कर पाएंगे।

दूसरा – ये 4 बातें बहुत जरुरी है

ऐसी कौन सी चीजें है जो आप अपनी जिंदगी में आज से ही शुरू कर सकते हैं ? जिसकी वजह से आप अपने आपको ज्यादा importance देंगे किसी और से !

  • ख़राब रिश्तों को काटे

हम सबके कोई ऐसे दोस्त है जो honestly अब नहीं होना चाहिए, हमारे पास ऐसे कोई रिश्तेदार है जो शायद हमे उतना पसंद नहीं आतें हैं, उनसे हमारे को कभी भी अच्छा सीखने को नहीं मिलता, कुछ नया सीखने को नहीं मिलता, हम उनकी वजह से ग्रो नहीं करते हैं। ऐसी रिश्तों को अपनी जिंदगी से काटना शुरु करिये।

ये बहुत ही गलत बात लग रही होगी आपको की रिश्तों को काटते थोड़ी है ! लेकिन सच्चाई यही की जैसे जैसे हम जिंदगी जीते हैं हम सब अपने अपने रास्तों पे चले जाते हैं और हम में से कुछ बाकि लोगों से तेज भागना शुरू करते हैं, बहुत जल्दी ग्रो करते हैं और जब हम उनसे फिर से मिलते हैं हमें ऐसा लगता है की हम बहुत ही डिस्कनेक्टेड है, हम उनसे relate नहीं कर सकते, वो जो बातें बोल रहे हैं, जो बातें हम सुन रहे हैं वो एक जैसी नहीं है अब। ऐसे लोगों को जिंदगी में जबरदस्ती मत रखिये।

वो इंसान जो रिश्ते इस हिसाब से काट सकता है की उसे हमेशा पता चलता है की मैं इस रिश्ते में कुछ नहीं दे सकता और मैं इस रिश्ते से कुछ ले नहीं सकता, वही इंसान अपने आपको importance दे के आगे बढ़ेगा।

तो आज आप एक लिस्ट बनाइये उन ऐसे इंसानो की जिनके साथ आप अपना रिश्ता इसलिए बनाया हुआ है क्यूंकि उनके साथ रिश्ता था, इसलिए नहीं की वो रिश्ता आप निभाना चाहते है और अपने आप से पूछिए क्या वो रिश्ता आप अभी भी निभाना चाहते हैं की नहीं ? या अपने आप को importance देंगे।

  • अपने आपके लिए टाइम निकालें (5-10 मिनट)

हम सबके आस-पास एक फ़ोन होता है, एक t.v. होता है, एक लैपटॉप होता है, या कंप्यूटर होता है, एक गेमिंग कंसोल होता है, ऐसे हज़ारों distraction होता है, लोग आ रहे हैं, हॉर्न बज रहा है, न्यूज़ चैनल चल रहा है – इन सब में हमे लगता है की हम हमारे साथ टाइम बिता रहे हैं, लेकिन असलियत या सच्चाई यही है की हम अपने साथ टाइम नहीं बिता रहे हैं।

अपने आपसे पूछिए की पिछले एक हफ्ते में क्या अपने आपके साथ 5 मिनट भी बिताये हैं, बिना किसी चीज के, ना कोई किताब, ना कोई फ़ोन, ना कोई गाना, ना कोई इंसान, ना कोई सिनेमा, ना कोई लैपटॉप, ना कोई गेम्स। सिर्फ आप और आपके आपके ख्याल !

और ये 99.99% लोगों के साथ सच और पॉसिबल है की वो 5 मिनट भी आपने पिछले हफ्ते में ना बिताये हों।

ये बहुत जरुरी है की हर रोज आप अपने साथ 5-10 मिनट या उससे ज्यादा बिताइए। आप अपने आपको सुनने के लिए, अपनी फीलिंग्स को सुनने के लिए, उन फीलिंग्स को एक conversation में लाने के लिए, बिना किसी इंसान के, बिना किसी स्क्रीन के, बिना किसी नॉइज़ के, बिना किसी डिस्ट्रक्शन के।

अब आप ये रेगुलरली करेंगे क्यूंकि ये एक दिन में नहीं होगा, एक हफ्ते में भी नहीं होगा, लेकिन कुछ महीनों के बाद आपको ऐसी क्लैरिटी आएगी, जिससे आपको पता चल जायेगा की आप वो चीजें क्यों करते हैं जो आप करते हैं और वो क्यों नहीं करते हैं जो आप नहीं करना चाहते !

  • खुशियां बांटिए

खुशिया दुःख से हमेशा कम दिखती है, लगती भी है, एक रिसर्च में तो ये भी पता लगा की एक खुशी को दुःख के समान होने के लिए 4 खुशियां चाहिए होता है, क्यूंकि हमारे को दुःख को बड़ा करना और उसको बढ़ावा देने का एक तजुर्बा है, एक्सपीरियंस है, एक डीएनए है, एक तरीके का हम हमेशा दुःख को ही ज्यादा बढ़ावा देते है। तो जब भी आप खुश हों, जब भी आप कोई ऐसी चीज करें, जिससे आपको लगें की आपने कुछ अच्छा किया है तो अपने आपको वाह-वाहियां करिये, लोगों के साथ बांटिए।

वो ख़ुशी जब आप लोगों के बाँटेंगे, अपनी तरक्की के बारे में, वो आपको अपने बारे में और अच्छा महसूस कराएगा।

  • अपनी बॉडी को पहचाने

अपनी बॉडी को सुनिए, आप कैसे खाते हैं, आप कब सोते हैं, आप कब उठते हैं, आप कितना सोते हैं, आप कितना खाते हैं, आप अंदर स्वस्थ है या नहीं, आप कितना मेंटली स्ट्रांग है – इन सब पे कोम्प्रोमाईज़ (समझौता) मत करिये। मतलब अपनी बॉडी या शरीर का पूरा ध्यान रखे।

बहुत अच्छा लगता है की एक घंटा ज्यादा funny वीडियोस देख लिया, एक घंटा ज्यादा कुछ t.v. देख लिया, उसमें कुछ कर लिया, कम सो लिए, आज पिज़्ज़ा खा लिया, कल भी पिज़्ज़ा खा लिया, लेकिन उलटिमटेली आपकी बॉडी आपको कुछ ना कुछ कह रही होगी, और जब तक आप अपनी बॉडी को, अपने इस पुरे शरीर जो शायद हम में सबसे वैल्युएबल चीज है, केवल एक चीज जो असली में मायने रखता है, तब तक आप अपने आपको वो importance नहीं पाएंगे जो आपको देनी पड़ेगी।

  • कभी भी जो आप हैं उसके बारे sorry मत महसूस करिये

आप कभी भी किसी को ये नहीं बोलेंगे की “I am sorry for who I am” क्योंकि आपको खेद नहीं होना चाहिए कि आप कौन हैं ! आप जो हैं आप पर्याप्त है। लेकिन वो आपको महसूस करना है, अपनी बोलचाल में, अपनी सोच में और आपकी आचरण या व्यव्हार में।

क्यूंकि जब तक अपनी situation के बारे में sorry रहेंगे, आपकी परिस्थिति या हालत या अवस्था के बारे में sorry रहेंगे या आपके साथ जो जिंदगी में हुआ है उसके बारे में sorry रहेंगे, तब तक आप आगे नहीं बढ़ पाएंगे, break from that mood (उस मनोदशा से बाहर निकलें).

Conclusion –

तो जब तक आप ये internalize नहीं करेंगे की आपकी जिंदगी में आपसे important कोई और नहीं हैं तब तक आप अपनी पर्सनालिटी को डेवेलोप ही नहीं पाएंगे। तो ये पुरे आर्टिकल को आप चाहे दुबारा पढ़ें लेकिन यहाँ पर कही गयी बातें आपको अपना पर्सनालिटी डेवलपमेंट करने के लिए सबसे अच्छा जानकारी साबित होंगे।

ऐसे और बहुत सारे टॉपिक के ऊपर हम आने वाले दिनों में बात करेंगे तो इसे miss मत करियेगा, अगर आप सच में चाहते हैं अपनी पर्सनालिटी को डेवेलोप करना तो।

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