The Gentle Art of Swedish Death Cleaning Summary in Hindi – दी जेंटल आर्ट ऑफ़ स्वीडिश डेथ क्लीनिंग (The Gentle Art of Swedish Death Cleaning) 2015 में आई ये किताब आपको बताती है कि आपके पास कौनसी चीजें ही होनी चाहिए और कौनसी उन चीजों की आपको जरूरत नहीं है, जिनकी वजह से आपके अपने लोग परेशानी में पड़ सकते है।
अब क्योंकि आप धीरे धीरे बूढ़े हो रहे है, इसलिए आपको अपने घर में से बेकार सामानों को दूर करने की बजाय अपने परिवार के लोगों को अपने से दूर ना करें। इसकी बजाय आप अपने परिवार को जोड़ें रखें और साथ ही साथ अपनी पुरानी यादों से अपना जीवन महकाते रहे।
क्या आप अनावश्यक चीजें जमा करने वाले लोगों में से हैं और क्या आप उन लोगों में से है जिन्हें ढंग से लाइफ जीने के लिए खास प्यार की जरूरत हो, या फिर क्या आप एक ऐसे रिडर्स है जिनके पास रहने की जरूरत से ज्यादा जगह है, या ऐसे कोई भी लोगो में से है जो सिस्टेमेटिक और टेंशन फ्री जिंदगी जीना चाहते हो तो यह बुक आपके लिए ही है।
लेखक
मार्गरेटा मैग्यूसन एक स्वीडिश कलाकार हैं, जो खुद को 80 से 100 साल के बीच का बताती हैं। उन्होंने बेकमैन के कॉलेज ऑफ़ डिज़ाइन से graduation किया और वो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन भी कर चुकी है। अपने जीवन में 17 से अधिक बार वो सिंगापुर और यूनाइटेड स्टेट्स अमेरिका में यहाँ वहाँ जाने के बाद अब स्टॉकहोम, स्वीडन में रहती है।
साफ सुथरे घर के फायदे जरूर होते है, भले ही वो एक छोटी कोशिश से हो। क्योंकि साफ सुथरे वातावरण से आपका दिमाग भी तंदुरुस्त होता है। और केवल यही कारण नहीं है घर को साफ रखने का, एक ये भी खास कारण है कि सभी अपना काम निपटा चुके है।
आप कभी कभी अपनी लाइफ में आई फालतू चीजों को हटाने की सोचते हैं, या बाद के लिए टाल देते है। जैसे हम समानों को हमारे बेसमेंट या किसी स्टोररूम में रख देते हैं, ताकि हमको उनके बारे में फिक्र ना हो। लेकिन जिन चीजें के बारे में आप खुद सोचना नहीं चाहते कि वे काम की है या नहीं है, तो आपके जाने के बाद आपके अपने लोगों को क्यों ये सब करना पड़े?
हो सकता है कि आपको साफ सफाई से सिस्टेमेटिक रहना पसंद ना हो, तो द जेंटल आर्ट ऑफ़ स्वीडिश डेथ क्लीनिंग किताब की यह समरी आपको बताएगी कि ये सब कितना जरूरी है। रेगुलरली अपने सामानों का जायजा लेना और अपने घर को सिस्टेमेटिक ढंग से रखना पीसफुल होता है और परेशानियों से छुटकारा दिलाता है।
क्या आपने कभी ये सोचा है जब आप इस संसार से जाने वाले होंगे तो आपके सामानों का क्या होगा? जो भी चीज़ आप अपने पीछे छोड़ जायेंगे, उन सबको संभालने की जिम्मेदारी आपके अपनों की है। अपनी सभी चीज़ों को संभालने में न केवल समय और कोशिश लगती है, साथ ही आपको मानसिक रूप से भी परेशान होना पड़ता है।
अपनी ज़िन्दगी के अंत को करीब महसूस करना बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता है, लेकिन इससे आप समय रहते अपनी विरासत को कैसे संभालना है, ये तय कर सकते है। स्वीडिश लोग इसे Döstadning या “Death Cleaning” कहते है।
ऐसे बहुत से कारण है, जिनकी वजह से आपको अपने घर की सफाई करनी चाहिए और अपने सामानों को कम करना चाहिए। हो सकता है कि आप अपनी कोई खास चीज़ खो दें, या आपको ब्रेक अप या तलाक देना पड़े, या छोटे घर में रहना पड़े या नर्सिंग होम में शिफ्ट होना पड़े।
एक लंबी लाइफ जीने के दौरान 17 बार यात्रा करने पर ऑथर ने एक-दो बातें डेथ क्लीनिंग के बारे में सीखी हैं, हर बार वह और अच्छे से ये समझती गईं कि उसके पास कौनसी चीजें ही होनी चाहिए।
आपको अपने परिवार के लिए चीजों को आसान बनाने के लिए बीमार या बुजुर्ग होने का इंतज़ार करने की जरूरत नहीं है। उसके बजाय आपको अभी से स्मार्ट तरीके से क्लीनिंग अभी से शुरू कर देनी चाहिए।
डेथ क्लीनिंग जो तरीका है, उसका मतलब सिर्फ धूल हटाना या नार्मल सफाई नहीं है, ये ऐसी है जैसे आपको एक कड़ा ब्रश लेके बिना काम की चीजों को घर से निकाल देना है, जिससे आप अपनी लाइफ आराम से कम चीज़ों से ही सिस्टेमेटिक तरीके से जी सकें।
ये तरीका वैसे आसान नहीं है, इसके लिए आपको इमोशनली रूप से तैयार होना होगा और उसके आसान तरीके भी हैं।
एग्ज़ाम्पल के लिए, जब ऑथर के पेरेंट्स नहीं रहे, तब उनकी माँ का सुंदर ब्रेसलेट उन्हें मिला, लेकिन अब अगर वो उसे अपने पास रखतीं तो भविष्य में उनके पाँच बच्चों में इस बात के लिए झगड़ा हो सकता था, कि उस विरासत के ब्रेसलेट को कौन रखेगा।
जब वो डेथ क्लीनिंग कर रही थीं, तब उन्होंने इस ब्रेसलेट को भी बेच दिया, और वैसे भी उसके सभी बच्चों को अपने ग्रैंड पेरेंट्स से कुछ न कुछ तो विरासत में मिला ही था, तो क्यों अपने बच्चों के बीच जलन और बुरी भावना पैदा करना?
सभी सामानों की एक साथ डेथ क्लीनिंग करना ज्यादा भारी और दिक्कत वाला काम होगा। इससे आप काम में और भी देरी कर देंगे।
तो चलिए सीखते हैं कुछ तरीके जिससे ये प्रक्रिया आसान हो सके।
डेथ क्लीनिंग शुरू करने के लिए सबसे अच्छी जगह ऊपर या नीचे से है, ये इस बात पे डिपेंड करता है कि आपके पास बेसमेंट या अटारी दोनों है या नहीं, क्योंकि यहीं पे ज्यादातर सामानों का स्टॉक हो जाता है। आप ये भी ना भूल जाएं कि आपके सामने वाले अलमीरा में भी सामानों का स्टॉक है।
भले ही ये कोई खेल के समान हो या खिलौने जिनको आपने सालों से यूज ना किया हो, तो एक बार सोचें कि कौन इनको आपके परिवार में यूज करेगा, अगर ऐसा कोई नही तो दूसरे लोगों को बुलाइये और उनकी इच्छानुसार ले जाने दीजिए, क्योंकि अब उन सामानों का आपकी लाइफ में कोई मतलब नहीं।
ये आपकी लाइफ का खास मौका होता है, क्योंकि इससे आपका पूरा परिवार जुड़ जाता है, आप अपनी पुरानी चीजो से और अपनी यादों से उनको अपने बचपन की बातें बता सकते हो। ये आप के लिए और आपके परिवार के लिए बहुत अच्छा है, आप अपने परिवार के ओर करीब आ जाते हो, और वो भी आपसे बहुत कुछ खास सीख जाते हैं।
जितना ज्यादा समय आप अपनी चीज़ों के बिताओगे तो इससे आप जान पाओगे कि आपको क्या चाहिए और क्या हटाना है, और ये भी के ये किसको देना है।
एग्ज़ाम्पल के लिए, ऑथर की मदर इन लॉ ने अपने स्टोररूम में काफी सामान रख रखा था, इसमें कुछ जापान से इम्पोर्टेड सामान था, हाथ की बनी बास्केट्स, महंगे चीनी आइटम्स और प्रिंटेड टेबलक्लोथ्स, जो कि उन्होंने कई सालों में इकट्ठे किये थे, पर ऑथर ने अपनी लिस्ट में से हर फैमिली मेंबर, जो भी उनसे मिलने आता उनको एक समान देना शुरू किया। इस तरह से उनके खानदान के सारे घरों में सुंदर चीजे आ गई।
क्लीनिंग शुरू करने के लिए बेसमेंट और अटारी बेहतरीन जगहें हैं, इसलिए आपको पहले पर्सनल लेटर्स, कागज या फोटोग्राफ्स से शूरु नहीं करना चाहिए।
क्योंकि ये वो चीजें है जो सबसे ज्यादा सेंटिमेंटल, ह्यूमरस, भावुक और दुखी करने वाली होती है, ये आपको हर कागज पढ़ने पे मजबूर कर देंगी, आपकी मेमोरी को भी रोक देगी और तो और आपके दूसरे सामान को हटाने के काम को रोक देंगी।
इसलिए इन आइटम्स को छोड़ के पहले ये पता लगा लेना चाहिए कि कौन कौन से बड़े समान हटाने लायक हैं, जैसे फर्नीचर, किताबें और बाकी समान जो ज्यादा जगह घेरता हो, क्योंकि जब बात आती है डेथ क्लीनिंग की तो साइज़ वाक़ई मायने रखता है।
अच्छी बात यह है कि आज के दौर में विनम्रता से ज्यादा कद्र ईमानदारी की है, तो ये बिल्कुल सही है कि आप अपनों से ये सवाल पूछें कि तुमने अपने सामानों के बारे में अभी से क्या सोचा है, क्योंकि किसी दिन तुम इन सामानों को संभालने के लिए इस दुनियां में नहीं रहोगे? अगर आपको उनके जाने के बाद उनके सामानों की चिंता तो ये सही समय है अपनों से ये मुश्किल सवाल पूछने का।
जिनके पेरेंट्स बुजुर्ग है, उन लोगों ये की आम समस्या है। कुछ लोग इन चीजों को हटाने का काम रोक कर रखते है, ताकि वे उनके पेरेंट्स के मरने के बाद इन्हें हटाएँ।
कभी कभी लोग डेथ क्लीनिंग करना तो चाहते है, लेकिन आरामदायक स्थिति में होकर। उस टाइम आपको ये सोचना चाहिए कि अगर हम उनमें से कुछ सामान लोगों को दे दें, तो काम और भी से आसान नहीं हो जाएगा? या ऐसे की क्यों ना हम एक दूसरे की मदद करके इसे कर लें ताकि हमें सारा काम एक ही बार में ना करना पड़े?
यदि आपके पेरेंट्स इस बारे में पहली बार सोच ना पायें, तो आप उनको कुछ समय दो, और फिर इस बात को उठाओ।
डेथ क्लीनिंग करने के लिए इमानदारी और अच्छे बिहेवियर का होना वाक़ई मुश्किल है। इसलिए अगर सारे हतकंडे फैल हो जाएं तो वाइकिंग्स की परंपराओं को लेकर आप ये कर पाएंगे।
वाइकिंग्स के समय में अपने लोगों को दफनाते समय उनके साथ उनके समान भी दफनाते थे, ताकि उनके परिवार उन्हें मिस न करें। क्योंकि उनके ज्यादा पुराने सामान नहीं होते थे। आज के टाइम में तो ये बिल्कुल संभव नहीं है, क्योंकि आज के लोगों के पास इतने ज्यादा सामान होते है कि उनको दफनाने के लिए स्विमिंग पूल जितनी बड़ी कब्र चाहिए होगी।
एक बार आप सोचें कि यदि आपके पास कोई सीक्रेट है, और आप उसे किसी को बताएंगे नहीं, तो आपके जाने के बाद इससे आपके अपने चहेते को नुकसान हो सकता है। सोचिये, आपके सीक्रेट बताने से आपके अपनों की सोच आपके बारे में बदल सकती है।
आप ऐसे किसी शर्मिंदा करने वाले प्राइवेट लेटर्स, डायरी को हटाएँ जो आपके किसी अपने को नुकसान पहुँचा सकता हो। आप इन खतरनाक डॉक्यूमेंट्स को कभी ऐसी जगह रखने की न सोचें जहाँ कोई ढूंढ़ न सके, बजाय इसके आप उनको जला दें या श्रेडर मशीन में खत्म कर दें।
जब ऑथर अपने पेरेंट्स के जाने के बाद उनके घर की डेथ क्लीनिंग कर रही थीं तब उनको उनकी माँ के सीक्रेट जगह छुपाये हुए सिगरेट के कार्टन्स मिले।
इससे ज्यादा परेशान करने वाली बात ये थी कि उनको अपने पापा के सामानों से 30 साल से रखा हुआ आर्सेनिक का बड़ा टुकड़ा मिला। जर्मन्स स्वीडन पे हमला ना कर दे, इस डर से उन्होंने रखा था, लेकिन अब तक इसे रखा था, क्या वे ऐसा सोचते थे कि एक दिन ये काम आएगा?
ऑथर ने यही सबसे महत्वपूर्ण सबक सिखा है कि कब सामानों को बाहर जाने देना है, चाहे वो नार्मल समान हों, Pets हों या लोग।
जब आप अपनी डेथ क्लीनिंग करेंगे तो आपको यही सोचना है कि आप अपने चहेतों के लिए क्या छोड़कर जाना चाहते है, ताकि आपके चहेते लोग आपकी फालतू की चीजों से परेशान न हों और समय न खपायें। ये काम समय रहते शुरू करें, ताकि आप अपने चहेते लोगों के बीच अपना समय गुजार सकें, अपने पुराने दिनों और उनसे जुड़ी यादों को याद कर सकें।
किसी भी पालतू जानवर को पालने से पहले अपने आप से कुछ सवाल पूछें।
अगर आप बुजुर्ग हो रहे है और आप कोई नया पालतू जानवर पालने की इच्छा है, तो आप को आपकी ही तरह एनर्जी वाला शेल्टर से ओल्डर जानवर खोजना चाहिए। और साथ ही साथ ये भी सुनिश्चित करें कि ऐसा कौन है आपके यहाँ जो आपके जाने में बाद उस पालतू का खयाल रखेगा, अगर आपको ऐसा कोई नहीं मिलता तो कोई भी नया पालतु जानवर अपनाने से पहले दो बार सोचें।
तो दोस्तों आपको आज हमारा यह The Gentle Art of Swedish Death Cleaning Book Summary in Hindi कैसा लगा ?
आज आपने क्या सीखा ?
अगर आपके मन में कोई भी सवाल या सुझाव है तो मुझे नीचे कमेंट करके जरूर बताये।
आपका बहुमूल्य समय देने के लिए दिल से धन्यवाद,
Wish You All The Very Best.