हाथी की Comfort Zone
एक बार एक महावत एक हाथी की बच्चे को जंगल से पकड़ कर अपने घर ले आता है और उसे अपने घर के पास ही एक पेड़ में जंजीर से बांध देते हैं।
वो हाथी का बच्चा लाख कोशिश करता, लेकिन वो उस जंजीर को नहीं तोड़ पाता।
अब कुछ महीने बाद वो महावत देखता है की वो हाथी का बच्चा कोशिश भी नहीं कर रहा है उस जंजीर को तोड़ने की।
वो महावत भी उसे वही पर खाना-पानी दे देता है और वो हाथी का बच्चा अब ये मान चूका होता है कि यही मेरी जिंदगी है।
उस हाथी की बच्चे को जिस जंजीर से बांधा गया था, जहाँ तक वो जाती, वही तक सिर्फ वो हाथी का बच्चा चलता था और वो उस पेड़ की गोल-गोल चक्कर लगाता रहता था।
कुछ ही सालों बाद वो हाथी का बच्चा बड़ा हो जाता है, अब महावत उसे जंजीर से नहीं, बल्कि रस्सी से बांध देता है।
क्यूंकि वो हाथी अब कोशिश भी नहीं करता, उस जंजीर को तोड़ने की।
अब अगर वो हाथी का बच्चा जो अब बहुत बड़ा हो गया है, जिनमे इतनी ताकत है, अगर वो चाहे तो वो ना सिर्फ जंजीर और रस्सी, बल्कि वो पुरे पेड़ को भी उखाड़ सकता है।
लेकिन अब वो एक बार भी कोशिश नहीं करता और सिर्फ इसलिए वो अपने एक Comfort Zone में चला गया है।
और इसी Comfort Zone की वजह से उसके अंदर जो क्षमताएँ हैं, उन्हें वो नहीं पहचान पा रहा।
दोस्तों उसी हाथी की तरह हम भी अपने Comfort Zone अटके रहते हैं और इसी Comfort Zone में अटके रहकर हम सोचते हैं कि यार जैसा चल रहा है उसे चलने दो ना! क्यूँ कुछ नया करने की जरुरत है!
कुत्ते की Comfort Zone
एक बार एक भिखारी के पास ही एक कुत्ता रो रहा होता है।
तब एक आदमी आकर उस भिखारी से पूछता है कि “ये कुत्ता इतना रो क्यूँ रहा है ?”
तभी वो भिखारी कहता है कि “ये कुत्ता एक कील के ऊपर बैठा हुआ हैं।”
तो आदमी कहता है “अगर इसे दर्द हो रहा है तो ये वहां से उठ क्यूँ नहीं जाता है ?”
तभी वो भिखारी कहता है कि “दर्द तो रहा है लेकिन इतना भी नहीं की यहाँ से उठकर दूसरी जगह बैठ जाए।”
दोस्तों इसे ही हम कहते हैं – Comfort Zone.
और ऐसा ही एक एक्साम्प्ल था फ्रॉग का।
मेंढक की Comfort Zone
एक बार एक मेंढक को एक bowl में ठंडे पानी के साथ मिलाकर gas पर चढ़ा दिया जाता है।
और धीरे धीरे उस पानी को गर्म किया जाता है।
शुरुवात में तो मेंढक को बहुत मजा आता है, लेकिन जब पानी थोड़ा और गर्म होने लगता है, तो उस मेंढक को गर्मी लगने लगती है।
वो मेंढक अगर चाहे तो छलांग मारकर बाहर निकल सकता है। लेकिन वो मेंढक अपने Comfort Zone में अटका रहता है। क्यूंकि वो सोचता है कि गर्मी लग रही है, लेकिन इतनी भी नहीं की मर ही जाए।
कुछ देर बाद पानी उबलने लगता है, अब वो मेंढक चाहा कर भी उस पानी से बाहर नहीं निकल पाता है और कुछ ही देर बाद वो मेंढक वही मर जाता है।
दोस्तों उस कुत्ते और मेंढक की तरह हम भी इसी तरह wait करते रहते हैं कि काम चल रहा है ना! चलने दो, दर्द हो रहा है, लेकिन इतना भी नहीं!
Comfort Zone में अटके रहकर कोई भी Action ना लेने की वजह से जिंदगी रुकी पड़ी है, लेकिन इतनी भी नहीं !
Comfort Zone में बहुत ही Comfortable feeling होती हैं। बहुत ही मजा आ रहा होता है।
लेकिन अंदर ही अंदर हम सबको पता होता है कि यही Comfortable Feeling आने वाले टाइम में हमे बहुत ही ज्यादा Uncomfortable बनाने वाली हैं।
किसी ने कहा है –
“अगर आप Successful बनना चाहते हो तो आपको Uncomfortable होना ही पड़ेगा।”
Comfort Zone में रहकर कोई भी इंसान कामयाब नहीं बनता, क्यूंकि अगर खैरियत में मिलती कामयाबी, तो हर शख्स कामयाब होता। फिर ना कद्र होती किसी के हुनर की और ना ही कोई शख्स कामयाब होता।
हम इस दुनिया में घूमने-फिरने, टीवी देखने, मूवी, वेब सीरीज, सोशल मीडिया पर टाइमपास करने के लिए नहीं आए हैं, पहले खुद के लिए कुछ करके, इस दुनिया में किसी न किसी इंसान के काम आ सके, इस पर्पस को पूरा करने के लिए हम सब ने इस पृथ्वी पर जन्म लिया हैं।
और दुनिया के लिए कुछ करने से पहले आपको खुद को Grow करना पड़ेगा और Comfort Zone में रहकर तो आप कभी भी grow नहीं कर सकते।
Comfort Zone से बाहर कैसे निकले?
Comfort Zone से बाहर निकलने का मतलब है कि वो चीजें Try करो, जो आज तक आपने Try नहीं की है।
जितने भी कामो को आपने अधूरा छोड़ा, उन सारे कामो को पूरा करो।
अपनी छोटी सी Mobile की दुनिया से बाहर निकलकर उन लोगों से मिलो, जो तुम्हें Grow कराएंगे, जिनसे तुम्हें तुम्हारी फील्ड का बेस्ट नॉलेज मिलेगा, तब आप Grow करोगे। और जब आप Comfort Zone से बाहर निकलकर कुछ करोगे और तब जो Comfort मिलेगा उसको शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। और अगर आप उससे बाहर निकलना चाहते हो तो अभी निकल जाओ, अभी कुछ करो, अभी Action लो।
आपको Comfort Zone से बाहर निकलने के बारे में कुछ ज्यादा सोचना नहीं है, अभी कर दो जो करना है, चाहे आप उसका 0.01% ही करो, लेकिन अभी करो, शुरुवात कर दो।
Get Out of Your Comfort Zone Now.
मैं आशा करता हूँ कि वो Comfort आपको मिले, जिसका आप हक़दार हो, लेकिन उस कम्फर्ट को पाने के लिए पहले आपको अभी का जो Comfort है वो छोड़ना पड़ेगा।
क्यूंकि आपके कम्फर्ट जोन के बाहर कई सारी Opportunity आपका Wait कर रही हैं। तो उन Opportunity को miss मत करो।