Self Love कैसे करे – Hello दोस्तों, हमें हमेशा ये सिखाया जाता है की हमें दूसरों के साथ प्यार से रहना है और needs को इग्नोर नहीं करना। लेकिन rarely ही कोई हमें ये याद दिलाता है की हमें अपनी भी केयर करनी है और अपनी जरूरतों को भी समझना है।
ये इसलिए क्यूंकि Self love काफी हद तक selfishness या narcissism जैसा सुनाई देते हैं लेकिन असलियत में सेल्फ लव का मतलब होता है की आप अपने आपको भी वो केयर और रेस्पेक्ट दे रहे हो, जो आप अपनी किसी फॅमिली मेंबर या फ्रेंड को देते हैं।
और आप ऐसा कर रहे हो बिना किसी को नुकसान पहुंचाए।
यानी सेल्फ लव बसीकली वो रूल होता है जो हम खुद अपने लिए बनाते हैं, ताकि हम अपनी पोटेंशियल तक पहुँच सके।
जिस तरह से एक माली एक फूल को खाद और पानी देता है, क्यूंकि वो उसे grow होते हुए देखना चाहता है, बिलकुल वैसे ही सेल्फ-लव वो होता है जहाँ हम ही माली हैं और हम ही फूल हैं।
लेकिन आजकल अपने आपको हेट करना सोसाइटी में इतना कॉमन बन चूका है की जरा सी हेल्थी सेल्फ-स्टीम और सेल्फ-लव दूसरों को सेल्फिशनेस लगता है।
ये इसलिए होता है क्यूंकि हर इंसान के लिए अपनी बचपन में ये फील करना बहुत जरुरी होता है की उसे उसके पेरेंट्स और बाकि जानने वाले प्यार करते हैं और ये उसके लिए प्रूफ होता है की वो प्यार करने के लायक है।
लेकिन जब ये फीलिंग एक बच्चे में एब्सेंट होती है, तब उसके बाद उसे बड़े होने पर कितना भी प्यार मिले या वो कितना भी अचीव कर ले, उसकी चाइल्डहुड प्रोग्रामिंग उसे यही बोलती है की वो इन चीजों को deserve ही नहीं करता।
और ज्यादातर समय जब ऐसे लोगो को कुछ अच्छा मिलता है तो ये खुद ही उस चीज को बर्बाद कर देते हैं। क्यूंकि ये लोग unworthiness की फीलिंग से ही सबसे ज्यादा वाकिफ होते हैं।
और ये घुमा-फिराकर अपने आपको इसी पॉइंट पर ले आते हैं, जहाँ पर ये अपने आपको और अपनी लाइफ को हेट कर सके।
हालाँकि इस थिंकिंग पैटर्न से बाहर निकला जा सकता है, अगर आप खुद ऐसा चाहो तो।
और इसके लिए आपको अपनी अंदर कई चीजें बदलनी होंगी।
सेल्फ-लव का मतलब ये नहीं है की अपनी उन कमियों से भी प्यार करने लग जाओ, जिन पर आप काम कर सकते हो।
क्यूंकि ऐसे तो आप सेल्फ-लव के नाम अपने आपको grow करने की opportunities को खत्म कर दोगे।
याद रखो कमियां सबके अंदर होती है, आप या तो इन कमियों को यूज़ कर सकते हो, एक बेहतर इंसान बनने की opportunity की तरह या फिर आप इन कमियों को अपनी आइडेंटिटी बना सकते हो।
और अपनी कायरता को अपने माथे पर लेकर घूम सकते हो।
जो भी गलतियां आपने अपने past में करि, उनकी वजह से अपने हर decision और अपनी पोटेंशियल को डाउट मत करो, बल्कि अपनी गलतियों से कुछ सीखो।
वरना आप हमेशा अपने past में ही अटके रहोगे और अपने आपको एक बेहतर फ्यूचर के लिए prepare ही नहीं कर पाओगे।
अगर आपका फोकस बस वीकनेसेस पर हैं, तो आपकी अटेंशन को पुरे समय आपकी कमियां ही पकड़ कर रखेंगी और आपके पास अपने आपको इम्प्रूव करने के लिए टाइम और एनर्जी बचेंगे ही नहीं।
इसलिए सही एप्रोच होती है अपने टैलेंट्स को और स्ट्रांग बनाते जाना और साथ साथ अपनी कमियों को भी बेहतर बनाना क्यूंकि हमें बार बार प्रूफ चाहिए होता है की हम भी Worthy है।
और हम कन्सिस्टेनली अपने गोल्स की तरफ बढ़ रहे है, बिना इस फीलिंग के की हम लाइफ में आगे बढ़ रहे हैं हमारा दिमाग हमारी शरीर को नेगेटिव फील कराने वाले केमिकल से भर देता है, जिससे हम सेल्फ-डाउट से भर जाते हैं।
इसलिए वो चीजें करो जिनमें आपकी स्ट्रेंथ अच्छे से utilize होंगी।
सेल्फ-लव का सबसे इम्पोर्टेन्ट पार्ट ये है की आप अपने आपको प्रोटेक्ट करो और अपने आपको उस पोजीशन में रखो जहाँ आप grow कर सको।
लेकिन अगर कोई इंसान आपके साथ बुरा बर्ताव करता है और आपको आपके ग्रोथ प्रमोट करने वाले एनवायरनमेंट से दूर ले जाने की कोशिश करता है तो इस चीज को सहो मत और अपने आपको प्रोटेक्ट करो।
अपने लिए स्टैंड लेकर दूसरों को बताओ की वो कहाँ गलत हैं।
अगर आप बस टॉक्सिक लोगों को ही अपनी लाइफ में अट्रैक्ट करते रहोगे ताकि आप फिर से अपनी पैटर्न को एक्सपीरियंस कर सको और अपनी केयर करने के बजाये अपनी एनर्जी दूसरों को खुश करने में लगा दोगे तो आप कभी भी खुश नहीं रह पाओगे।
इसलिए अपने फ्यूचर के बारे में सोचो और अपने आपको यूज़ मत होने दो।
आपको अपनी मेन्टल, इमोशनल और फिजिकल नीड्स पर ध्यान देना होगा। क्यूंकि जो लोग अपनी बिलकुल परवाह नहीं करते, वो अपनी अंदर से आती मदद की पुकार के लिए बेहरे हो चुके होते हैं।
वो ध्यान ही नहीं देते की उन्हें कब इमोशनल सपोर्ट या आराम चाहिए या फिर उनका अपने आपको एक्सप्रेस करना कितना जरुरी है।
इसलिए अपनी डिमांड्स को वैसे ही ट्रीट करो जैसे आप अपने किसी प्यार करने वाले की डिमांड्स को ट्रीट करते हो।
और अपने आपको वही केयर और अटेंशन दो जो आप दूसरों को देते हो।
सेल्फ-लव कोई थेओरिटिकल चीज नहीं हैं जिसके बारे में बस बात करि जाती है ताकि कई लोग अपने बारे में अच्छा फील कर सकें।
बल्कि सेल्फ-लव और सेल्फ-डिसिप्लिन एक ही चीज है, जिसमें प्रैक्टिकल हैबिट्स जैसे मैडिटेशन, journaling, नेचर में घूमना या नेचर के साथ टाइम बिताना या अपनी बॉडी को साफ-सुत्रा रखना ये सब इन्क्लुदेद होता है।
ताकि आप अपने आपको वो टूल्स प्रोवाइड कर सको और उस स्टेट ऑफ़ माइंड में रह सको, जिसमें आप sharp, healthy और loved महसूस करो।
तो दोस्तों आज से आप खुद से प्यार करना सीखें।
आपको पता चल गया होगा की Self-love कितना important है।
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