Hello दोस्तों, आप तो जानते ही हैं कि शनि देव कर्मफल दाता है यानी मनुष्य या जीव के हर एक कर्म का उनके पास हिसाब रहता है और उचित समय पर हर एक बुरे या अच्छे कर्म के फल प्रदान करते हैं। जब व्यक्ति का बुरा वक़्त आता है उनके अपने कर्मो के हिसाब से तो उसको कहा जाता है उसका शनि भारी है। अब अगर शनि देव को प्रसन्न करना है तो उसकी चालीसा का पाठ और उसकी पूजा करनी होगी। विधिपूर्वक तिल का तेल शनि देव को अर्पण करने से भक्तों की हर परेशानी दूर होती है। खासकर शनिवार के अगर इस शनि चालीसा का पाठ विधिपूर्वक किया जाये तो शनिदेव जल्द ही अपने भक्तो के कष्ट दूर कर देते हैं। अगर आप शनि चालीसा के साथ साथ हनुमान चालीसा का भी पाठ नित्य करते हैं तो जीवन आने वाली और हो रही सभी प्रकार के कष्ट एवं परेशानियों से दूर हो सकते हैं। शनि साढ़ेसाती, ढैया अथवा शनि महादशा के दौरान अगर कोई भी भक्त शनि चालीसा का पाठ करते हैं तो उनको अवश्य ही उचित लाभ मिलता है। नीचे शनि का PDF दिया गया है।
Shani Chalisa PDF
PDF Name | Complete Shani Chalisa PDF |
Author Name | विमल |
Book Size | 214 KB |
No. of Pages | 3 pages |
Publisher | – |
Language | हिंदी |
PDF Category | eBook |
Source | archive.org |
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PDF Name | Complete Shani Chalisa PDF (व्याख्यासहित) |
Author Name | विमल |
Book Size | 858 KB |
No. of Pages | 16 pages |
Publisher | Instapdf.in |
Language | हिंदी |
PDF Category | eBook |
Source | Instapdf.in |