एक बार की बात है एक गांव के अंदर अकाल आ जाता हैं, सूखा पर जाता है सब कुछ उस गांव के अंदर, और कई सालों से बारिश नहीं हुई होती है। जो किसान होते हैं उस गांव के, वह बिल्कुल परेशान हो जाते हैं कि अब करे तो करे क्या!! फसल भी नहीं है, पैसा भी नहीं है। पूरे गांव में गरीबी आ गई है।
तो क्या सोचते हैं सारे गांव वाले की हम मिलकर एक पूजा करेंगे और उस पूजा के बाद हम सबको उस पहाड़ पर जाना है, और वहां पर जाकर के हमें पुकारना है बादलों को।
इंद्रदेव खुश हो जाएंगे और बारिश हो जाएगी। तो होता क्या है कि उस गांव में पूजा का आयोजन होता है, और पूजा के बाद जब सबको उस पहाड़ी पर जाना होता है, तो एक बच्चा घर पर जाता है और एक छाता लेकर आता है।
अब पहाड़ी पर सब के सब खड़े हैं और यह बच्चा एक छाते के साथ खड़ा हुआ है। अब सब कह रहे हैं – ‘अरे तू बेवकूफ है क्या? छाता लेकर खड़े हो रहे हो, बारिश थोड़ी हो रही है।’
तो वह बच्चा बड़े प्यार से बोलता हैं – ‘अभी हमने पूजा करी ना, तो आपको विश्वास नहीं है कि बारिश होगी’
सिर्फ यही फर्क होता है, जो विश्वास है यह जो faith है इसमें शायद बारिश हो जाएगी, यह ”शायद” नाम का शब्द नहीं होता।
आप जिंदगी में कुछ भी achieve करना चाहते हैं, आप बहुत पैसा कमाना चाहते हैं, आप बहुत सक्सेसफुल आदमी बनना चाहते हैं, या सक्सेसफुल औरत बनना चाहते हैं, तो अगर आपने ”शायद” लगा दिया ना, ‘शायद मैं जिंदगी में बड़ा आदमी बनूंगा’, आप कभी सक्सेस को achieve नहीं कर पाओगे।
faith मतलब या तो 100% विश्वास करो या 100% विश्वास ना करो। क्या आपको अपने आप पर भरोसा है कि – आप जिंदगी में बहुत आगे बढ़ेंगे, अगर अपने ऊपर 100% भरोसा है तो आप जिंदगी में बहुत आगे बढ़ सकते हो।”