Lord Ganesha जी से ये बातें आपको जरूर जानना चाहिए

Hello दोस्तों, आज हम गणेश जी से कुछ बातें सीखेंगे, जो हमें अपनी जिंदगी सुधारने के लिए बहुत ही जरुरी जानकारी है। प्रथम पूज्य, गणपति बाप्पा, गणेश जी, गजानंद महाराज, सिद्धि विनायक सिर्फ इनको देखके ही इतना कुछ हमे मिल सकता है जो हमारी पूरी जिंदगी बदल सकता है।

Lord Ganesha जी से ये बातें आपको जरूर जानना चाहिए?

गणेश जी का बड़ा सर हमें क्या सिखाता है?

सर पे क्या है – सोच (Thinking), हमारी Intelligence, हमारी Emotions, हमारी ख़ुशी, हमारा प्यार, हमारा गम, हमारी हसी; ये सब कहाँ हैं हमारी ब्रेन में। तो सोच जो है वो बड़ी होनी चाहिए क्यूंकि बड़ी आग बड़ी गर्मी देती है। छोटी आग छोटी गर्मी देती है। बड़ी सोच बड़े results देती है और छोटी सोच कोई results नहीं देती।

गणेश जी के बड़े कान क्या कहते हैं?

हर कोई बोलने में लगा रहता है, हर कोई अपनी बात कहने में लगा है, लेकिन सच ये है कि हम बोल कर नहीं सीखते, हम सुनकर सीखते हैं। झगड़े जो है वो बोलकर नहीं सुलझते, वो सुनकर सुलझते हैं। इसलिए अगर जिंदगी में ज्यादा सीखना है, दूसरों को ज्यादा समझना है, उनके करीब आना है तो पुरे दिल से सुनो। सुनना ज्यादा जरुरी है।

गणेश जी के छोटे मुँह क्या कहते हैं?

कान तो बड़ा है लेकिन मुँह छोटा। मैसेज बहुत साफ है कि सुनो ज्यादा बोलो कम। सोच समझके बोलो। क्यूंकि हमारे जो वर्ड्स है ना वो उस चाकू की तरह है जो Operation Theater में किसी की जान बचा भी सकता है और मर्डर में किसी की जान ले भी सकता है। आपके वर्ड्स आपको बना भी सकते हैं और बिगाड़ भी सकते हैं।

गणपति बाप्पा की आंखे क्या सिखाती है?

आज की तारीख में सबसे बड़ी प्रॉब्लम क्या है? सबसे बड़ी प्रॉब्लम है Distractions. बहुत जल्दी ध्यान भटक जाता है और कुछ नहीं तो बार बार मोबाइल फ़ोन या कंप्यूटर में डिस्ट्रक्शन हो जाते हैं। लेकिन डिस्ट्रक्शंस से कोई भी काम ढंग से नहीं होता। छोटी आंखे साफ साफ बताती है Concentrate करो, Focus करो। क्यूंकि Failure का सबसे बड़ा कारण Distraction है और Success का सबसे बड़ा कारण Concentration है।

गणेश जी का पेट हमें क्या सिखाती है?

गणेश जी का पेट बड़ा है। इस दुनिया में हमें हर तरह के Experience मिलते हैं अच्छे एक्सपीरियंस और बुरे एक्सपीरियंस भी। हर तरह की लोग मिलते हैं, हर तरह की बातें सुननी पड़ती है। तो हमें हर तरह चीज को Accept करना आना चाहिए, Digest करना आना चाहिए, हजम करना आना चाहिए। जिंदगी हमेशा आपको सीखाने के लिए तैयार है, बस अपनी भूख बड़ी रखो और हजम करते जाओ।

गणेश जी का नाक हमें क्या कहते हैं?

गणेश जी का नाक लम्बा है। Opportunities हर तरफ होती है, लेकिन उन तक पहुंचना आना चाहिए, उनको पकड़ना आना चाहिए, उनको पिक करना आना चाहिए। जब आइडियाज की बात होती है न, ideas तो बहुत लोगों के पास होते हैं लेकिन जितने Startups Successful हुई हैं, जितने लोग successful हुए हैं, जितने बिज़नेस बने हैं वे Opportunities तक पहुंचे हैं, उस Solutions तक पहुंचे हैं, उन्होंने रास्ते ढूंढे हैं उन्होंने सही चीजों को पकड़ा है।

गणेश जी के हाथ हमें क्या सिखाती है?

आप एक बार गणपति बाप्पा का हाथ देखिये। एक हाथ में हथियार है, जो भी चीजें हमारा नुकसान करती है। जो भी आदतें हमारे लिए सही नहीं है, उनको अपने से अलग करना आना चाहिए। एक हाथ में Blessings यानी आशीर्वाद हैं मतलब सबके लिए blessings, सबके लिए दुआएँ। एक हाथ में कमल पुष्प (Lotus). कमल कहाँ खिलता है कीचड़ में। आसपास कितना भी माहौल बुरा हो, खुद को अच्छा बनाना आना चाहिए। और एक हाथ में मोदक है। क्यूंकि ये सारि मेहनत का फल हमेशा मीठा होता है।

गणेश जी के माथे में त्रिशूल का निशान क्या सिखाता हैं?

गणेश जी के माथे पे त्रिशूल जो शिव भगवान के Weapon है। जो बताता है Past, Present और Future के बारे में। जो कहता है अपने Time को Control करो। अगर समय रहते समय पे ध्यान नहीं दोगे, तो समय बीत जाने के बाद समय नहीं रहेगा।

बाप्पा की सवारी मुचक जी से क्या सीखने को मिलता हैं हमें?

बाप्पा सवारी है मुचक, यानी चूहा, चूहे में बहुत सारि चीजें होती हैं humans वाली, इसलिए बहुत सारि मेडिकल testings चूहे पे भी की जाती है। चूहों की इच्छाए हमारी तरह होती है, बहुत रेस्टलेस होते हैं, और Logical भी होते हैं। हमारी इच्छाए, हमारी wishes, हमारी desires कभी हमपे हावी नहीं होनी चाहिए।

लेकिन इसका solution ये नहीं हैं की इच्छाएं हो ही न, wishes हो ही न, desires हो ही न, इनका होना भी जरुरी हैं। लेकिन ये हमपे सवार ना हों, हम इनपे सवार हों। हम इनके हिसाब से ना चलें, ये हमारे हिसाब से चलें, ये हमारे सर पे ना चढ़े, ये हमारे कदमों में रहें।

आप किस धर्म से हो, किसको मानते हो, किसकी आगे सर झुकाते हो, किस community से हो, किस country से हो इस आर्टिकल में ये इम्पोर्टेन्ट नहीं हैं। इसमें एक ही चीज इम्पोर्टेन्ट की आप क्या सीख सकते हो, क्यूंकि सीखने के लिए कोई धर्म नहीं चाहिए होता है, सीखने के लिए सिर्फ एक ही चाहिए होती है वो सीखने की इच्छा।

ॐ गं गणपतये नमः

Conclusion

तो दोस्त आपने आज गणेश जी से क्या सीखा? उनके हर अंग से क्या सीखा? तो दोस्तों आपको आज का ये मोटिवेशनल स्पीच – गणेश जी के ये बातें कैसा लगा नीचे कमेंट करके जरूर बताना,

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कई बार एक ही बात इंसान की दिल छू जाती है तो आईये इन बातों को हर एक लोगों तक पहुंचाते हैं। और इसमें आप मेरे मदद कर सकते हैं शेयर करके। 

आपका बहुमूल्य समय देने के लिए दिल से धन्यवाद,

Wish You All The Very Best.

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