ऐटिटूड हो तो ऐसा

Attitude हो तो ऐसा

लाइफ कभी रूकती नहीं हैं! (Life Never Stops)

आपका जो माइंड है वो हर दिशा में भागती है, तो प्रॉब्लम होती है ना ! (Focused)

सब कुछ छूटने से डरते है ना हम! (Fear)

खुद को आराम से ठंडे दिमाग से बैठ करके समझना होगा, क्यूंकि आपको सिर्फ आप ही समझ सकते हो! (Know Yourself)

क्यूंकि अगर ये टाइम निकल गया वापस नहीं आने वाला है। और ये बिलकुल सच है।

इसमें एक्सपेरिमेंट करके देखो कि सोचने से सबकुछ नहीं किया जा सकता है। (Act Now) (Learn & Implement) तो इम्मीडिएटली अलर्ट हो जाओ, उसको इग्नोर मत करो इससे जरुरी और कुछ नहीं हैं।

जब तक प्रक्टिकली आपने किसी चीज को एक्सपीरियंस नहीं किया तब तक आपको कुछ समझ नहीं आया। (Learn By Doing) अगर इस तरह से आपने देख लिया तो आपको एकदम समझ आजायेगा ओ अच्छा ये खेल होता है इसमें! (Master it)

तब बहुत मजा आएगा लाइफ में जीने का।

आप अपने आपको बदल सकते हो, क्यूंकि इससे important और क्या है लाइफ बताओ आप ! (Change is Important)

आज हम जो भी कुछ हैं वो अपने actions की वजह से हैं ! (Our Actions Makes Us)

जीने की कोई वजह भी तो चाहिए ना ! (A Reason to Live)

क्या है बिलीफ ही तो है, अगर ये हमको अच्छे से समझ आ जाये, मतलब हमारे सारे फंदे क्लियर हो जाये, फिर हम एक्शन लेंगे ! तो पॉसिबिलिटी क्या है की ये रिजल्ट्स अच्छा होगा, हमारे लिए भी, औरों के लिए भी !

ये जो हमारी बिलीफ है उसके अकॉर्डिंग ये decide होता है की हम को कैसा आउटकम मिलेगा उन एक्शन्स का जो हम ले रहें हैं ! (Belief Matters)

हम हर चीज को उठा करके पास्ट पे डाल देते हैं और हमारे फेलियर का ब्लैम उठा करके किसी और डाल देतें हैं ! (Stop Blaming) और अपनी रेस्पोंसिबिलिटी वहां से हटा देते हैं ! (Own It)

आप अगर चाहो भी तो क्या सबको बदल सकते हो ! तो अगर आपने खुद को बदल दिया है पूरी तरह से, तो अब आप क्या कर रहे हो, आपको देख करके जो और लोग होंगे उनके अंदर चेंज आएगा या नहीं आएगा, या फिर उनके अंदर भी खुद को बदलने की चाह उठेगी या नहीं उठेगी ! जरूर उठेगी !

तब आपको पूरी दुनिया को बदलने की कोई जरुरत नहीं पड़ेगी, क्यूंकि आप अपने आपको जो बदल लिया ! अब पूरी दुनिया आपको देख कर अपने आप बदलने लगेगी।

अगर हम सच को देख लेते हैं तो पॉवरलेस हो जातें हैं, इसलिए सच को ज्यादातर लोग देखते ही नहीं, वहां तक जाते ही नहीं !

जब आपको दिखे की आपका कोई भी एक्शन छोटा नहीं है, छोटा-बड़ा कुछ नहीं हैं इस दुनिया में, तो अब आपकी सोच बड़ी हो जाती है।

जब बड़ी सोच आ जाती है तभी तो बड़ी एनर्जी चाहिए !

इस टाइम जो कुछ है जो हमे समझना बहुत जरुरी है, बिना किसी रीज़न के आप पॉजिटिव होते चले जाओगे तो वो नहीं टिकेगा। (Positive Attitude must be pet by a Reason, It must be Based Upon Your Action, not the Results.) तो आपका माइंड उसको सच मान लेगा।

अपने एक्शन्स को ऑब्ज़रव करना है (Observe Your Actions), अपनी स्ट्रेंथ को ऑब्ज़रव करना है (Observe Your Strength), उसके बेस पर अगर आपके अंदर ऐटिटूड है तो वो अच्छा है।

जब भी आप कोई कम्पटीशन पे जा रहे हो तो आपको एनालिसिस करना होता है की मेरी कैपबिलिटी क्या है बाकि लोगों की comparison में।

सिर्फ बातों से नहीं होगा, सोचने से नहीं होगा, बहुत कुछ करना पड़ेगा, इसको समझदारी बोलते लाइफ की। इसको बोलते हैं रियल पॉजिटिव ऐटिटूड, unshakeable पॉजिटिव ऐटिटूड। (Be Unshakeable)

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