Hello दोस्तों, दोस्तों क्या आप books पढ़ते है ? क्या आपको पता है की Steve Jobs (founder of Apple), Mark Zuckerberg (founder of Facebook) Bill Gates (founder of Microsoft), Larry Page (Co-founder of Google), Walt Disney (founder of disneyland), Henry Ford (founder of Ford Motors), J.K. Rowling (world’s best writer), Elon Musk (founder of Tesla Motors, SpaceX, Paypal) और भी बहुत सारे successful लोग किताबें पढ़ पढ़के ही इतने successful बन पाए है, ये मैं खुद से नहीं बता रहा, ये उनकी biography से पता चला है, इनमें से कई लोग हर दिन एक एक बुक पढ़के खत्म कर देते है। और ये लोग बताते है किताबें हमारे success के path में एक बहुत ही महत्वपूर्ण भाग है।
आज का यह Motivational स्पीच सिर्फ उन्ही के लिए है जो पढ़ना पसंद करते हैं और आगे बढ़ना पसंद करते हैं और चाहे वो स्कूल students हो, चाहे वो कॉलेज students हो, चाहे सिर्फ किताब को घर में पढ़ने वाला students हो। और हाँ students सिर्फ वही नहीं होता जो स्कूल या कॉलेज में पढ़ते हैं, students वो होता है जो पढ़ना और कुछ नया सीखना पसंद करते हैं, तो इस मोटिवेशन स्पीच को आपको जरूर पढ़ना चाहिए अगर आप भी कुछ सीखना चाहते है तो।
पढ़ना क्यूँ जरुरी है?
जानना चाहते हो किताबें ब्लैक & White क्यों होती हैं?
क्यूंकि ये उस माँ की तरह होती है, जो अपने एक बच्चे को जन्म देने के लिए अपनी सुंदरता और अपनी जिंदगी कुर्बान कर देती है! ये ब्लैक and white किताबें अपना रंग उसको देती है, जिस इंसान से उसका दिल जुड़ जाता है। ये किताबें कभी न कभी इंसान को मुश्किलों से बाहर जरूर निकालती है! जिस तरह से अगर तुम्हारे पीछे कोई दुश्मन लग जाये, तो तुम्हारा कुत्ता अपनी जान की परवाह ना करते हुए अपने मालिक को मुश्किलों से निकलता है!
उसी तरह किताबें भी अपने वफादारी के धर्म को निभाना अच्छी तरह जानती है! जब हमारी रियल लाइफ में कोई अगर बहुत बड़ी मुश्किल हालात आती है, तो किताबों का ज्ञान ही हमें वहां से निकलने की प्रेरणा देता है! किताब जितना वफादार दोस्त और कोई नहीं होता! उसके पेज कितने भी फाड़ो, उसको कही पर भी रख दो, लेकिन उसके मन में यह नहीं होता की मेरे साथ कुछ गलत हो रहा है!
वो फिर भी अपनी गुण नहीं छोड़ती, वो ज्ञान देती रहती है ! जब तक की लेने वाले का दिल हरा ना हो जाये ! जब तक की उसको किताबों की बाहों में नींद न आजाये! कौन कहता है की किसी इंसान को सिर्फ अपने मेहबूब की बाहों में ही अच्छी नींद आती है, शायद उन लोगो ने कभी किताब के बारे में नहीं सुना। लेकिन आज किताबों की जगह सोशल मीडिया ने ले ली है। किताब की पेज में पेंसिल से मार्किंग की जगह, मोबाइल पर उँगलियाँ चलती है।
वो किताब आज भी दबी हुई आवाज में बोलती है की “तू कितना बदल गया है!” जिन किताबों से, जिन पन्नो से इतिहास के कई महान किस्सों की ऐसी ताजी खुशबु आती है, कि मानो कल की ही बात हो, कोई अविष्कारों के समीकरण छुपे हुए हैं! वो बेजुबान तो होती है, लेकिन दिल की बहुत सच्ची है ! और उसके इशारे तुम्हें हमेशा सही रास्ते ही दिखाते हैं ! उसका दिल तुम्हारी तरह काला नहीं होता।
उसके पन्नो में एक बार जो लिख गया, वो तब भी उसके दिल से नहीं मिटेगा, जब शायद तुम भी इस दुनिया से मिट जाओगे। ताजुब की बात तो यह है की किताबों में जगह बनाने के लिए किताबों से दोस्ती करनी पड़ती है। अब कोई लोग सोचेंगे कि आइंस्टीन तो नहीं गया स्कूल। सोचना सही भी है और नहीं भी है। क्यूंकि स्कूल ना जाने का मतलब यह नहीं कि आइंस्टीन ने किताबें नहीं पढ़ी। उन्होंने इतने किताबें पढ़ी जो हम सोच भी नहीं सकते।
अब्राहम लिंकन, जो कि अमेरिका के राष्ट्रपति बने, वो पड़ोसियों से किताबें उधार मांग के लाते थे।
डॉ बी. आर. आंबेडकर, जिसको क्लास में घुसने नहीं दिया जाता था, उनके किताबों से प्यार ने, उनको भारत का संविधान लिखने के काबिल बना दिया। आज किताबों की जगह PDF ने ले ली है, और जहाँ पर तुम PDF पढ़ते हो वहां बहुत सारे काम होते हैं, तुमने सब कुछ मिक्स कर दिया है! PDF पढ़ते हुए तुम्हारे पास notifications आते हैं, कि किसी ने तुम्हे फोटो में टैग करा है, किसी ने तुम्हे कमेंट में mention किया है।
मत करो किताबों के साथ अन्याय, इतिहास में कोई PDF नहीं था, तो क्या लोगो ने ज्ञान हासिल नहीं किया? जरा सोचो उस इंसान के बारे में, जिसकी रोजी रोटी सिर्फ किताबें बेचने से ही चलती है, वो रोजी रोटी नहीं, तुम्हें तुम्हारी जिंदगी बेच रहा है, उस जिंदगी को बर्बाद मत होने दो। किताबों की आवाज को पहचानो, कभी दिल लगाकर देखो, तब देखना किताब तुम्हारा पूरी रात भर कैसे साथ निभाती है!
महान इंसानों का रहस्य है किताबें, तुम्हारी सफलता की एकमात्र उम्मीद है किताबें। अब भी इग्नोर करोगे, तो जिस तरह किताब कभी दबी हुई तुम्हारा wait कर रही है, उसी तरह तुम भी कभी अपनी किस्मत के बदलने का वेट कर रहे होंगे।
तुम सिर्फ पढ़ो, लेट नहीं हो तुम, हाथ बढ़ाओ किताबों की तरफ, उसका मन साफ है, वो तुम्हें माफ़ कर देगी। जब तुम दोनों एक हो जाओगे, तब तुम दोनों किसी का भी मुकाबला कर सकते हो। सोशल मीडिया को भाड़ में जाने दो। जिस किताब को पढ़ते हुए तुम्हें नींद आ रही है, क्या उसको लिखने वाला एलियन था?
बहाने बनाना बंद करो, मूड नहीं है, पढाई बोरिंग लगती है, नींद आ रही है तो उठ कर मुँह में पानी मार लो या 10 push-ups मार लो, क्या तुम कर सकते हो ? क्या बन सकते हो जिद्दी ? हरा सकते हो एग्जाम को ? बन सकते हो टोपर ? कर सकते हो अपने पेरेंट्स का नाम रोशन?
कर सकते हो मुकाबला, खुद से? खुद के आलस से? खुद की नींद से? सोशल मीडिया से? खुद के साथ हो रही गद्दारी से? उन आँसुओ से… जो तुम्हारी फॅमिली को किसी ने और ने दिये है? कर सकते मुकाबला उस दर्द से! जो तुम्हें किसी के ब्रेकअप से मिला है? बदल सकते हो अपनी किस्मत? नौकरी पाना और करना जरुरी नहीं, और पढ़ते हुए नौकरी के बारे में सोचना भी उन किताबों के साथ धोखा है!
जो दिल की कितनी साफ है और जिनको नौकरी की स्वार्थ के लिए पढ़ रहे हो, अगर पढ़ना है, तो ज्ञान हासिल करने के लिए पढ़ो, दुनिया को कुछ देने के लिए पढ़ो और कुछ अच्छा करने के लिए सिर्फ इरादों की जरुरत होती है, इसलिए अपने इरादे मजबूत करो! कि बस मुझे पढ़ना है, मुझे जिंदगी के इस छोटे से डर Exam को बिना डरे उसका सामना करना है। किताबें भले ही black and white हो, लेकिन अपनी जिंदगी में रंग भरती है, और अगर तुमने इनसे दुरी बनाई, तो जिंदगी सच में Black and White हो जाएगी।
तुम्हें पढ़ना होगा अपनी जिंदगी में रंग भरना होगा, उस रंग से ही तुम्हारे घर में रौशनी आएगी, वो रौशनी तुम्हें सितारा बनाएगी और जब तुम सितारे बन जाओगे, तब उसी किताब की black and white लाइन में एक नाम तुम्हारा भी शामिल हो जायेगा। और फिर तुम भी किताबों से प्यार करने वालों की जिंदगी में रंग भरोगे! और कभी किताब की बेइज्जती मत करना, ये बोलकर कि मन नहीं करता। इस मन समय रहते कण्ट्रोल कर लो वरना मन जब तुम्हें कण्ट्रोल करेगा, तब ना तुम पढोगे, ना तुम आगे बढ़ पाओगे।
इस दुनिया ऐसा कोई जिन्दा व्यक्ति नहीं है जिसे किसी न किसी रूप में अपनी जिंदगी को बेहतर बनाने की जरुरत नहीं है। हर एक व्यक्ति को उसकी जिंदगी के किसी न किसी क्षेत्र में समृद्ध होने की जरुरत है। सक्सेस पत्रिका के संस्थापक डॉ ओरिसन एस. मार्डेन का यह कथन इस बात का प्रतिक है की किस प्रकार किताबें उन्नति करने में आपसी सहायता करके आपकी जिंदगी को सुधारने में सहायक होती है।
आपको कैसी किताबें पढ़नी चाहिए?
अगर आप खुद को सुधारने के उत्सुक हैं तो ऐसी किताबें पढ़े, जो आपकी रुचि को ऊंचा बना सके, आपकी कल्पनाशीलता को परिष्कृत कर सके, आपकी महत्वकांक्षाओं को स्पष्ट कर सके, और आपके आदर्शों को बुलंदियां दे सके। मन को ताकत देने वाली किताबें पढ़े और सुने, जो किसी मकसद के लिए आपको गहराई तक झंकझोरें। ऐसी किताबें पढ़े, जो आपको काम करने के लिए, और कुछ बेहतर बनने के लिए, कुछ बनने की खातिर ज्यादा कोशिश करने के लिए और दुनिया में कुछ कर गुजारने के लिए संकल्पवान बनाएं।
कितने समय आपको पढ़ना चाहिए?
रोज कम से कम 15 मिनट की एकाग्र पढ़ाई करके आप 5 साल में महान लेखक की किताबें पढ़ सकते हैं और उनके जैसा बन भी सकते हैं। किताबें पढ़ना एक तरह की सक्सेस को बढ़ाबा देना है। क्या आप उस तरह की किताबें पढ़ रहे हैं, जिनका सुझाव डॉ मार्डेन ने दिया है? क्या आप रोज कम से कम 15 मिनट पढ़ रहे हैं हर रोज? अगर जवाब ”हां” है तो खुद को बधाई दीजिए, क्योंकि आप वाकई पढ़ रहे हैं और जिंदगी में समृद्ध हो रहे हैं।
मैं आप का आह्वान करता हूं कि आप हर दिन पढ़ाई जारी रखें या अगर आप पढ़ना नहीं चाहते हैं तो मैं कहता हूं कि आज से हर दिन सिर्फ 5 मिनट पढ़ना शुरू कीजिए। उसके बाद अपने आप ही आपको और पढ़ने का मन करेगा। मैं आप का आह्वान करता हूं कि आप डॉ मार्डेन की सलाह माने और ऐसी किताबें पढ़े या सुने जो आपकी रुचि को बेहतर बना सके, आपकी कल्पनाशीलता को बेहतर बना सके, आपकी महत्वाकांक्षा को स्पष्ट कर सके, और आप के आदर्शों को बुलंदियां दे सके। अगर आप ऐसा करते हैं तो पढ़ने की छुपी ताकत, जिंदगी के मुकाम पर आप को समृद्ध बनाएगी।
Conclusion
अपनी बात खत्म करते हुए मैं आपकी सफलता की कामना करता हूं कि जो किताब आप पढ़ेंगे या सुनेंगे, उससे कुछ ग्रहण करेंगे और हमेशा याद रखेंगे कि जो आप पढ़ना जारी रखते हैं, तो आप अपनी उन्नति भी जारी रखते हैं। जैसा की मैंने इस आर्टिकल के पहले बताया की दुनिया हर successful लोग किताबें पढ़ पढ़के ही सक्सेसफुल हुए है ये बात याद रखना।
Example लेते है एलोन musk की – उन्होंने कभी भी space में जाने के लिए Aerospace Engineering नहीं पढ़ी, उन्होंने science की छोटी बड़ी हर किताबें पढ़ ली library में जाकरके, इससे बड़ी बात और क्या हो सकती है बताओ…… लोग Aerospace Engineering पढ़ के भी खुद का कोई rocket नहीं बना पाता ये Elon Musk को देखो library और खुद के घर में जो किताबें थी उसको पढ़ पढ़के वो अपना खुद का rocket, space transportation services – SpaceX खड़ा कर दिया।
तो दोस्तों क्या आपको पता चला की किताबें पढ़ने का ताकत क्या होता है?
यह बात हमेशा याद रखना दोस्त सही वक्त पर सही किताब आपका जीवन बदल सकती है।